भारत के पास द. अफ्रीका से दो टेस्ट की सीरीज जीत नई कहानी लिखने का मौका

  • रोहित व विराट की मौजूदगी में मजबूत बल्लेबाजी है भारत की ताकत
  • बुमराह व सिराज के सामने द. अफ्रीका के शीर्ष क्रम में सस्ते में समेटने की चुनौती
  • भारत को द. अफ्रीका के तेज गेंदबाज रबाड़ा, एंगिडी व येनसन से चौकस रहना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की क्रिकेट सीरीज के मंगलवार से सेंचुरियन में शुरू हो रहे पहले टेस्ट में जीत के साथ आगाज करने के इरादे से उतरेगा। दक्षिण अफ्रीका के अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में वापसी पर भारत ने आठ बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया पर अभी तक कभी उसके खिलाफ उसके घर में टेस्ट सीरीज जीत नहीं पाया। 2010-2011 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसके घर में टेस्ट सीरीज एक-एक से ड्रॉ खेली। भारत के लिए इसीलिए दक्षिण अफ्रीका ही आखिरी किला है जिसे उसे अभी टेस्ट में ‘फतहÓ करना बाकी है। भारत ने मेजबान दक्षिण अफ्रीका से उसके घर में अब तक मात्र चार टेस्ट जीते हैं और चार दौरों पर दो बार बढ़त ली लेकिन सीरीज नहीं जीत पाया।ïभारत दक्षिण अफ्रीका से सेंचुरियन में पहला टेस्ट खेलने के बाद दूसरा और आखिरी टेस्ट कैपटाउन में खेलेगा। ऐसे में भारत की पहली कोशिश सेंचुरियन में पहला टेस्ट जीत कर यह 1-0 की अहम बढ़त लेने की होगी। भारत के पास दक्षिण अफ्रीका से मौजूदा दो टेस्ट की सीरीज जीत कर नई कहानी लिखने का मौका है। भारत 2021-22 की टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका से सेंचुरियन के मैदान पर पहला टेस्ट 113 रन से जीतने के अगले दोनों टेस्ट सात विकेट से हार कर सीरीज 1-2 से हार गया था। भारत ने अपने पिछले दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर केएल राहुल के शतक से उससे पहले टेस्ट जीता लेकिन और तीसरे और आखिर टेस्ट की दूसरी पारी में ऋषभ पंत के शतक के बावजूद कैपटाउन भी सात विकेट से हार कर एक बार फिर सीरीज हार गया। भारत ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका से पिछले पांच में से तीन टेस्ट जीते हैं। भारत ने मौजूदा वल्र्ड टेस्ट चैपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) साइकिल में अपना अभियान वेस्ट इंडीज में उसके खिलाफ पहला टेस्ट जीत कर किया था जबकि दूसरा बारिश से धुल गया है। वहीं दक्षिण अफ्रीका का डब्ल्यूटीसी साइकिल का यह पहला टेस्ट होगा।

भारत के शीर्ष क्रम के छह बल्लेबाजें कप्तान रोहित शर्मा ,यशस्वी ,विराट शुभमन गिल, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर का टेस्ट में औसत 40 रन से ज्यादा है।रोहित , विराट व केएल राहुल की मौजूदगी में मजबूत बल्लेबाजी भारत की ताकत है। भारत के तोप बल्लेबाज विराट का दक्षिण अफ्रीका में उसके खिलाफ औसत 50 रन से ज्यादा है। दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष छह बल्लेबाजों डीन एल्गर, एडन मरक्रम और बवुमा का औसत 39 से 40 रन के बीच है और उसकी टीम अपनी पिछली सात टेस्ट पारियों में लगातार 200 रन से कम पर सिमटी है और भारत मेजबान टीम की इसी कमजोरी का लाभ उठाना चाहेगा।

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेंबा बाबुमा ने पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘ हम अपने यहां की स्थितियों को बेहतर समझते और लेकिन भारत की गेंदबाजी खासी मजबूत है। भारत के टेस्ट में इतने कामयाब होने का सबब भी है कि उसका मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है जो कि हमारे घरेलू लाभ को बराबर कर देता है। यह हमारे बल्लेबाजों पर निर्भर करता है कि वे भारतीय गेंदबाजों की चुनौती को कैसे निपटते हैं।’

सबसे ज्यादा 24 विकेट चटका अपने घर में भारत को बीते महीने आईसीसी वन डेे क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी में अनुभवी रफ्तार के सौदागर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ सबसे बड़ा प्रश्न तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में शार्दूल ठाकुर अथवा मुकेश कुमार में किसी या दूसरे स्पिनर के रूप में ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन के चयन को लेकर रहेगा। भारत के नंबर एक स्पिनर तो निश्चित रूप से इस टेस्ट सीरीज में एक बार फिर रवींद्र जडेजा होंगे और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के रूप में दूसरे स्पिनर का एकादश में जगह बनाना चीफ कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति पर निर्भर करेगा। दरअसल शार्दूल ठाकुर (7/61)ने अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही जोहानिसबर्ग में जनवरी, 2022 में दूसरे टेस्ट की पहली पारी में की थी और वह आठवें नंबर पर बल्ले से भी उपयोगी योगदान कर सकते हैं।

दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे डीन एल्गर व एडन मरक्रम की सलामी जोड़ी, कप्तान तेंबा बबुमा, भारत के खिलाफ अपने घर में 2021-2022 की पिछली टेस्ट सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज रहे कीगन पीटरसन, विकेटकीपर काइल विरेनी के साथ ऑलराउंडर मार्को येनसन पर ही निर्भर नजर आती है। बुमराह और सिराज ने यदि दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को बिखेर दिया तो फिर उसकी पारी को सस्ते में सिमटते देर नहीं लगेगी क्योंकि भारत के पास पारी के बीच में रवींद्र जडेजा के रूप में बाएं हाथ का चतुर और कंजूस बाएं हाथ का स्पिनर है।

संयोग से भारत के लिए अच्छी खबर है कि विराट कोहली पारिवारिक कारणों से अभ्यास मैच से बाहर रहने के बाद अब सेंचुरियन में भारतीय टीम से जुड़ गए हैं और उन्होंने रविवार शाम बल्लेबाजी अभ्यास भी किया। विराट कोहली अकेले भारतीय बल्लेबाज है जिनका दक्षिण अफ्श्रीका के खिलाफ उसके घर में टेस्ट में औसत 50 से ज्यादा है जबकि सचिन 46.44 रन के औसत से उनके बाद दूसरे नंबर है। शुभमन गिल को टेस्ट में अपने एक हजार रन पूरे के लिए मात्र 34 रन चाहिए। साथ ही भारत के सामने टीम संयोजन में एक और बड़ा सवाल यह रहेगा। भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ की बात पर गौर करें तो वह एकादश में बल्लेबाजी को भी मजबूत करने के मकसद से भरत की बजाय विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में केएल राहुल को शामिल करने के हक में ही ज्यादा दिखे। दरअसल केएल राहुल को विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में एकादश में शामिल करने पर वह शुभमन गिल को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतार सकते हैं और ऐसे में विराट कोहली चौथे और केएल राहुल को पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारने का भारत के पास विकल्प रहेगा। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए हालांकि भारत के पास शुभमन, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के रूप में तीन विकल्प जरूर है लेकिन इन सभी को बल्लेबाजी में सही नंबर पर भेजने की भी चुनौती होगी। भारत के बल्लेबाजों को खासतौर पर अनुभवी कसिगो रबाड़ा व लुुंगी एंगिडी नौजवान मार्को येनसन तथा जेराल्ड कोइत्जी जैसे तेज गेंदबाजों की चौकड़ी से चौकस रहना होगा।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा तथा चीफ कोच राहुल द्रविड़ को यह मुश्किल फैसला भी लेना पड़ेगा कि वह तेज गेंदबाजों की मुफीद माने जानी वाली सेंचुरियन की पिच पर वह चोट के चलते मोहम्मद शमी के टीम से बाहर रहने पर जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मुकेश कुमार की त्रिमूर्ति के साथ उतरेा? या फिर भारत अपने निचले क्रम में बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए बाएं हाथ के स्पिन आउॅलराउंडर रवींद्र जडेजा, ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन और बुमराह व सिराज के साथ तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शार्दूल ठाकुर के साथ उतरे। फिलहाल लग यही रहा कि टीम प्रबंधन पिच के मिजाज को देखकर ही शार्दूल और अश्विन में किसी एक को उतारेगा।

सेंचुरियन : पहले टेस्ट मैच का समय दोपहर डेढ़ बजे से।