इंद्र वशिष्ठ
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 56,000 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी से संबंधित भूषण स्टील लिमिटेड के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी हैं : अजय मित्तल (प्रमोटर नीरज सिंगल का बहनोई) अर्चना मित्तल (अजय मित्तल की पत्नी और नीरज सिंगल की बहन), नितिन जौहरी (भूषण स्टील के तत्कालीन सीएफओ), पंकज कुमार तिवारी (तत्कालीन उपाध्यक्ष , बैंकिंग) और पंकज कुमार उर्फ पंकज अग्रवाल (तत्कालीन उपाध्यक्ष, लेखा)।
ईडी की जांच से पता चला है कि पूर्ववर्ती भूषण स्टील लिमिटेड (बीएसएल) और इसके प्रबंध निदेशक नीरज सिंगल और उनके सहयोगियों ने कई फर्जी कंपनियां बनाई। उन्होंने कई कंपनियों की श्रृंखला के माध्यम से धन को एक कंपनी से दूसरी कंपनी में स्थानांतरित किया। कारोबार के लिए बैंक से लिए कर्ज की रकम का इस्तेमाल संपत्ति खरीदने और अन्य निजी उद्देश्यों के लिए किया था। जांच से पता चला कि बीएसएल के प्रवर्तकों/निदेशकों और अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए और एलसी पर छूट देने के लिए बैंकों के समक्ष फर्जी दस्तावेज दिए और गलत इरादों से धन को अपनी कंपनियों में वापस भेज दिया। गलत तरीके से प्राप्त धन को अन्य समूह/संबद्ध कंपनियों में भेज दिया गया, जिससे भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक को नुकसान हुआ।
ईडी ने 09-06-2023 को नीरज सिंगल को गिरफ्तार किया। नीरज सिंगल अभी तक न्यायिक हिरासत में है।
अजय मित्तल और अर्चना मित्तल, दोनों ने जानबूझकर अपराध की आय से 70 करोड़ रुपए प्राप्त किए।
उन्होंने बीएसएल की संपत्ति भी गिरवी रख दी और धन को नीरज सिंगल और बीएसएल के पूर्व कर्मचारी एवं खातों और बैंकिंग लेनदेन के मुख्य प्रभारी नितिन जौहरी, पंकज कुमार तिवारी और पंकज कुमार उर्फ पंकज अग्रवाल के परिवार को भेज दिया।
उक्त तीनों व्यक्ति धन के रोटेशन के लिए नीरज सिंगल द्वारा प्रबंधित विभिन्न कागजी कंपनियों में निदेशक है। उन्होंने बीएसएल के खातों में हेराफेरी की और ऋण राशि जुटाने के लिए बैंक को फर्जी दस्तावेज/विवरण उपलब्ध कराने में भी शामिल थे। इसके बाद वे सक्रिय रूप से बैंक फंडों के हेरफेर में शामिल हो गए।