अब यमुनोत्री धाम में बिना पंजीकरण के डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों के संचालन पर लगेगी रोक

Now there will be a ban on operation of sticks, horses and mules without registration in Yamunotri Dham

रविवार दिल्ली नेटवर्क

देहरादून : सचिव मुख्यमंत्री डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने उत्तरकाशी में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने पुलिस-प्रशासन को बिना पंजीकरण के धामों की यात्रा करने वालों को सख्ती से सीधा चेकिंग बैरियर से वापस भेजने के निर्देश दिए। सचिव मुख्यमंत्री एवं महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने आईटीबीपी मातली में जिले के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा कंट्रोल रूम, आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नम्बरों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें।

सचिव मुख्यमंत्री ने यमुनोत्री धाम में बिना पंजीकरण के डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों के संचालन पर भी प्रभावी रोक लगाने एवं पंजीकरण तिथि से पहले और बाद में भी पंजीकरण को स्वीकार न करने के निर्देश दिए।

सचिव मुख्यमंत्री ने यात्रा रूट पर सुरक्षित और अतिरिक्त पार्किंग स्थल विकसित करने के भी निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर सड़क संकरी है, वहां 42 सीटर और बड़ी बसों को पहले रोक दें। ताकि जाम की स्थिति पैदा न हो। बैठक में जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने सुझाव दिया कि यमुनोत्री और गंगोत्री की धारण क्षमता और सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रियों की संख्या निर्धारित की जाए तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे न तो जाम लगेगा और न ही अन्य व्यवस्थाओं में समस्या होगी। बैठक के बाद सचिव डॉ.आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट तथा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी और मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन के साथ हर्षिल, धराली, भैरवघाटी और गंगोत्री धाम की व्यवस्थाएं देखीं।

इस दौरान उन्होंने तीर्थयात्रियों से बातचीत कर यात्रा का फीडबैक भी लिया। इस दौरान उन्होंने श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात कर तीर्थयात्रियों की व्यवस्था एवं अन्य समस्याओं पर बातचीत की। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने सचिव मुख्यमंत्री को बताया कि वह यात्रा व्यवस्था में पूरा सहयोग कर रहे हैं। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एडीएम रज़ा अब्बास, एसडीएम डुंडा नवाजिश खालिक, सीएमओ डॉ. बी०एस०रावत, जनपद आपदा प्रबंधक अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।

सचिव मुख्यमंत्री डॉ.आर.मीनाक्षी सुंदरम गंगोत्री-यमुनोत्री धाम की यात्रा व्यवस्था की मॉनीटरिंग के लिए उत्तरकाशी जिले के भ्रमण पर हैं। उन्होंने गंगोत्री धाम एवं इसके अनेक पड़ावों का निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने तीर्थयात्रियों से यात्रा सुविधाओं के बारे में फीडबैक लेने के साथ ही यात्रा से जुड़े विभिन्न हितधारकों के साथ बैठक कर कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखने के शासन-प्रशासन के द्वारा सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि धामों व यात्रा मार्गों पर अनावश्यक भीड़-भाड़ से अव्यवस्था न हो इसके लिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बिना पंजीकरण के और पंजीकरण के तय दिन से इतर अन्य दिनों में आने वाले लोगों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा हमारी आस्था, पहचान और आर्थिकी से जुड़ी है, लिहाजा हम सबका यही प्रयास रहना चाहिए कि यात्री यहां से बेहतर अनुभव लेकर जाएं और चारधाम यात्रा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव भी न पड़े। सचिव मुख्यमंत्री डॉ.आर. मीनाक्षी सुंदरम ने जिला मुख्यालय पहॅुचने पर अधिकारियों और होटल तथा यात्रा से जुड़े व्यवसायियों के संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर यात्रा व्यवस्था को लेकर उनके सुझावों को सुना।

बैठक में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट एवं पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने वाहनों के दबाव के कारण जाम की समस्या से निपटने के लिए लागू की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। बैठक में सचिव श्री सुंदरम ने बताया कि इस बार रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों के आने से व्यवस्था बनाने में कुछ समस्याएं आई लेकिन इनका तात्कालिक समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके साथ ही दीर्घकालिक उपायों पर भी प्रमुखता से ध्यान दिया जा रहा है। बैठक के उपरांत महानिदेशक सूचना, बंशीधर तिवाड़ी ने पत्रकारों से वार्ता कर चारधाम यात्रा व्यवस्था के बारे वार्ता की।