रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : अपर मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड एवं अध्यक्ष उत्तराखण्ड कृषि संगणना आयुक्त आनन्द बर्धन की अध्यक्षता में लाडपुर, देहरादून स्थित स्थानीय होटल में कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग, भारत सरकार द्वारा राज्य स्तरीय कृषि गणना योजना के द्वितीय एवं तृतीय चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि कृषि संगणना के आंकड़ों का उपयोग विभिन्न हित धारकों द्वारा विकास योजना, सामाजिक आर्थिक नीति निर्माण और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं की स्थापना के लिए किया जाता है।
बैठक में बताया गया कि कृषि गणना योजना के द्वितीय चरण में प्रदेश के 20 प्रतिशत राजस्व ग्रामों में सिंचित एवं असिंचित क्षेत्रफल, जोत के पट्टे की सूचना एवं फसल पैटर्न को एजी सेंसस एप्प के माध्यम से फीड कर डाटा संकलन किया जाता है। कृषि गणना के तृतीय चरण में काश्तकार के परिवार के सदस्योंो की संख्या, शिक्षा का स्तर, आयु एवं काश्तकार द्वारा उपयोग किये जाने वाले इनपुट-खाद, रासायनिक उर्वरक, बीज, दवाईयां, कृषि ऋण, कृषि यंत्र आदि की सूचना संकलित की जाती है।
कृषि गणना वर्ष 2015-16 के अनुसार राज्य में कुल राजस्व ग्राम 16674, कुल क्रियात्मक जोतदार 881305, कुल क्रियात्मक क्षेत्रफल 747319.695 हेक्टेयर, अनुसूचित जाति क्रियात्मक जोतदार 123800, अनुसूचित जनजाति क्रियात्मक जोतदार 28135, महिला क्रियात्मक जोतदार 105124, पुरुष क्रियात्मक जोतदार 774557, संयुक्त जोत 201318, व्यक्तिगत 678363, संस्थागत जोत 1624 हैं।
इस अवसर पर आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद चन्द्रेश कुमार, अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ शिव कुमार बरनवाल, अपर जिलाधिकारी पौड़ी श्रीमती इला गिरी, भारत सरकार की प्रतिनिधि श्रीमती जागृति गोयल, सहायक निदेशक, भारत सरकार राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों, सहायक सांख्यिकी अधिकारियों, कृषि निदेशालय उत्तराखण्ड एवं राज्य परिषद के सांख्यिकी अन्वेषण के कर्मियों ने भी भाग लिया।