रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : आयुर्वेद मंत्री डॉ. प्रेम चन्द बैरवा ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि प्रदेश में आयुर्वेद, योग एवं नेचुरोपैथी, होम्योपैथी व यूनानी महाविद्यालय खोलने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। उन्होंने सदन में आश्वासन दिया कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालयों में इसी विषय के योग्यताधारी शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
आयुर्वेद मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।
इससे पहले विधायक श्री दीप्ती किरण माहेश्वरी के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में आयुर्वेद मंत्री ने आयुष विभागान्तर्गत विगत 03 वर्षों में आयुर्वेद एवं योग, नेचुरोपैथी एवं होम्योपैथी महाविद्यालय खोलने की घोषणाओं के संबंध में जानकारी दी।
श्री बैरवा ने बताया कि वर्ष 2021-22 में जयपुर, बीकानेर, भरतपुर, अजमेर, कोटा एवं सीकर में आयुर्वेद एवं योग व नेचुरोपैथी के एकीकृत महाविद्यालय तथा उदयपुर व जोधपुर में योग व नेचुरोपैथी महाविद्यालयों की घोषणा की गई। वर्ष 2022-23 में तारानगर (चूरू) में आयुर्वेद महाविद्यालय एवं वर्ष 2023-24 में नाथद्वारा (राजसमन्द) में आयुर्वेद एवं योग व नेचुरोपैथी का एकीकृत महाविद्यालय, भरतपुर में होम्योपैथी महाविद्यालय तथा जोधपुर में यूनानी महाविद्यालय खोले जाने की घोषणा की गई।