रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : जयपुर में पहाडों के बिच माता वैष्णोदेवी का एक प्राचीन मंदिर हैं और यह जयपुर का एकमात्र ऐसा मंदिर हैं जहां बहते है झरने देखने को मिलते हैं यहां के प्राकृतिक सौन्दर्य को देख लोग प्रभावित होते हैं।
छोटी काशी के नाम से मशहूर जयपुर अपने अलग अलग मंदिरो के इतिहास और कहानियों के लिए जाना जाता है । राजधानी जयपुर में आमेर रोड पर गुर्जर की घाटी में प्रभातपुरी का खोला है जहाँ पहाड़ों के बीच में माता वैष्णो देवी गुफा में विराजमान है । करीब 20 फ़ीट लंबी और तीन फीट ऊँची इस गुफा में माता वैष्णो देवी पिंडी रूप में दर्शन दे रही है ।मंदिर महंत मूलचंद मीणा बताते है। कि पहाड़ी के बीच यह स्थान संतों की तपो भूमि रहा है। यहां वर्षों पहले प्रभातपुरी महाराज गुफा में तपस्या करते थे।
मंदिर के गर्भ गृह में पहाडी होने से यहां निरंतर पानी की बूंदें टपकती रहती हैं । इस गुफा में घुटनों के बल ही खड़े होकर दर्शन कर सकते हैं । बारिश के समय यहां झरने बहते है । जिन्हे देख श्रदालु काफी उत्साहित होते हैं ।यहां चारों तरफ कदंब के पेड़ लगे हैं । लोगों का कहना है कि यहां भी कटरा के वैष्णो देवी माता के मंदिर की तरह दर्शन होते हैं ।
बारिश के मौसम के चलते इन दिनों यहां लोगों की आवाजाही बढ रही है,वैष्णो देवी मंदिर के पास में महादेव मंदिर होने के कारण सावन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुँच रहे है। यहां पर प्राकृतिक सुंदरता के बीच आध्यात्मिक शांति मिलती है।