रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बन रहे ड्राई पोर्ट के सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी पूर्णागिरी (टनकपुर) आकाश जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बसे जनपद चंपावत के ग्राम देवीपुरा से महेंद्रनगर को बन रहे ड्राई पोर्ट का कार्य वर्ष 2022 से गतिमान है, जो भारत- नेपाल सीमा पर सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। मानसून काल 2024 में हुई अतिवृष्टि से परगना क्षेत्र अंतर्गत जल भराव की स्थिति उत्पन्न हुई, विशेषज्ञों की टीम द्वारा अवगत कराया गया कि भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बन रहे ड्राई पोर्ट से पुरानी जल निकासी की व्यवस्था बाधित हुई है, जिससे टनकपुर क्षेत्र अंतर्गत वर्षा का एकत्रित जल और जगपुड़ा नदी का जल ग्राम देवीपुरा, पचपकरिया और गुदमी में भर गया। जल भराव की स्थिति से निदान हेतु जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे की अध्यक्षता में प्रोफेसर सीपी ओझा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन तथा सिंचाई विभाग के साथ बैठक कर ड्राई पोर्ट के डिजाइन और जल भराव की स्थिति का अध्ययन करते हुए आपसी समन्वय से ड्राई पोर्ट का डिजाइन पर पुनः विचार विमर्श किया जाए। ड्राई पोर्ट का डिजाइन इस प्रकार बने जिससे नदियों की प्राकृतिक संरचना पर कोई प्रभाव न पड़े साथ ही वर्षा के एकत्रित जल की निकासी सुगमता से हो सके, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जल भराव की समस्या उत्पन्न न हो।
उक्त के दृष्टिगत जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशानुसार उप जिलाधिकारी टनकपुर आकाश जोशी के नेतृत्व में एनएचएआई के अधिकारियों व विशेषज्ञों सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा निर्माणाधीन स्थल तथा आपदा ग्रसित ग्रामीण क्षेत्रों में जांच हेतु स्थलीय निरीक्षण किया गया।