सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : बांग्लादेश के सबसे अनुभवी ऑलराउंडर के भारत के खिलाफ शुक्रवार से कानपुर में खेले जाने वाले दूसरे और आखिरी क्रिकेट में खेलने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इसके ठीक उलट बांग्लादेश क्रिकेट टीम के श्रीलंकाई हेड कोच चंद्रिका हथुरासिंहे ने बुधवार को साफ किया की शाकिब अल हसन भाारत के खिलाफ दूसरे कानपुर में सीरीज के दूसरे टेस्ट में चयन के लिए उपलब्ध हैं। बांग्लादेश की टीम भारत से चेन्नै का पहला टेस्ट 280 रन से हार कर दो टेस्ट की सीरीज में 0-1 से पिछड़ रही है।
शाकिब कानपुर में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के अभ्यास सत्र में मौजूद जरूर थे लेकिन उन्होंने बहुत कम वक्त अभ्यास में गुजारा। चेन्नै में सीरीज के पहले टेस्ट में भारत के खिलाफ उनका प्रदर्शन बहुत साधारण रहा। शाकिबने भारत की पहली पारी में 53 वें ओवर तक गेंदबाजी हीं और वह अप्रत्याशित रूप से बेहद महंगे साबित हुए। भारत के लिए पहली पारी में शतक जड़ने वाले रविचंद्रन अश्विन , अर्द्बशतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने उनकी जमकर धुनाई की। हालांकि यह यह सुनने में आया कि उनकी अंगुली में चोट है। बांग्लादेश के बैटिग कोच डेविड हैम्प ने बुधवार को कानपुर में कहा कि उन्हें चेन्नै में इस बाबत कुछ मालूम नहीं था कि शाकिब की अंगुली में चोट है और हेड कोच हथुरासिंहे ने भी उनकी इसी बात को दोहराया।
शाकिब ने बांग्लदेश के लिए पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में 25 रन बनाए। बांग्लादेश के हेड कोच हथुरासिंहे ने कानपुर में बुधवार को कहा, ‘ मैंने अधिकारिक रूप से शाकिब की चोट की बाबत नहीं सुना और न ही इस बाबत कोई शिकायत सुनी। मैंने शाकिब की उंगली की चोट की बाबत न तो अपनी टीम के न तो अपनी टीम फिजियो और न ही किसी ओर से इस बाबत कुछ सुना । शाकिब अभी भी कानपुर में दूसरे टेस्ट में हमारी बांग्लादेश टीम में चयन के लिए उपलब्ध हैं। मैं चेन्नै में पहले टेस्ट में शाकिब के प्रदर्शन को लेकर परेशान नही हूं। बेशक हम इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि शाकिब खुद यह सोचते होंगे कि वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हम सभी इस बात से वाकिफ हैं शाकिब कितने काबिल क्रिकेटर हैं और क्या कुछ कर सकते हैं। मेरा मानना है कि शाकिब ने दूसरी पारी में वाकई बढ़िया बल्लेबाजी लेकिन बहुत लंबी पारी नहीं खेल पाए। शाकिब सामने भारत के रूप में वाकई बेहद मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीम थी।’
हमारी टीम के खिलाड़ियों ने अपनी खामियों की बाबत चर्चा की। बड़ा सवाल है कि क्या हम मैदान पर उतर कर अपनी खामियों को दूर कर पाएंगे। हम अमूमन यह चर्चा करते हैं कि यदि आपको अच्छी शुरुआत मिलती है तो उसे बड़े स्कोर में तब्दील को। हमारी सबसे बड़ी चिंता ही यही है क्योंकि हमारे खिलाड़ी कुछ ओवर खेलने के बाद अपना विकेट गंवा रहे हैं। भारत की टीम हमाो लिए अलग चुनौतियां पेश कार रही है और हम यह बात अच्छी तरह जानते हैं। हमें बराबर लंबे समय तक अच्छी बल्लेबाजी की जरूरत है। हम बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाजों को लेकर ज्यादा नहीं सोच रहे हैं। यिद हम बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करेंगे और ऐसे में महमूदुल जाय हो या कोई भी टीम आए उसमें ऐसा करने की कूवत होनी चाहिए, जिसकी की कमी टीम महसूस कर रही थी