
- लक्ष्य मौके को भुना एफआईएच प्रो लीग के लिए भारतीय टीम में जगह बरकरार रखना
- अपनी फिटनेस बेहतर करने पर मेहनत कर रही हूं
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : उदीयमान हॉकी मिडफील्डर अजमीना कुजूर उसकी हॉकी उर्वरा ओडिशा के सुंदरगढ़ से आती हैं, जिसने देश को चार बार के ओलंपियन और हॉकी इंडिया के मौजूदा अध्यक्ष दिलीप टिर्की और पिछले लगातार दोओलंपिक में भारत को कांसा जिताने वाले अमित रोहिदास सरीखे बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी दिए हैं। 23 वर्षीया अजमीना कुजूर चीफ कोच हरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई भारतीय सीनियर टीम में शामिल है। अजमीना मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए अपने सीनियर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी करियर का आगाज कर सकती है। भारतीय टीम सीनियर हॉकी टीम 26 और 27 अप्रैल को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दौरे का आगाज करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई सीनियर हॉकी टीम से 1,3 और 4 मई को खेलेगी। अजमीना भारत के हॉकी 5 में नीदरलैंड से फाइनल में हार उपविजेता और ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में हराने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम तथा पहली महिला हॉकी इंडिया लीग में उपविजेता रही सूरमा हॉकी क्लब की सदस्या रही और वहां उन्होंने तीन गोल किए थे।
अजमीना कुजूर ने भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कदम धरने के साथ कहा,‘मैं आभारी हूं कि मुझे सीनियर भारतीय हॉकी टीम में शामिल किया गय। मैं भारतीय सीनियर हॉकी टीम के लिए शिद्दत से प्रदर्शन कर अपना शत प्रतिशत दूंगी। दो बरस पहले भी में भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के शिविर मे होने के बावजूद टीम में जगह नहीं बना पाइ थी। अब जब मुझे सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल किया गया है तो मैं इसका पूरा लाभ उठाना चाहूंगी।‘
मात्र 11 बरस की उम्र में हॉकी खेलना शुरू करने वाली सुंदर गढ़ से आने वाली अजमीना कुजूर बताती है, ‘मेरे पिता और मेरे भाई मेरे गांव में हॉकी खेला करते थे।मैंने अपने गांव मे अपने पिता और भाइयों को हॉकी खेलता देख हॉकी खेलना शुरू किया। मेरे पिता मेरे हॉकी खेलने के सबसे बड़े समर्थक थे लेकिन बदकिस्मती से 2021 में कोविड महामारी के दौरान उनका निधन हो गया। अब मेरे पिता इस दुनिया में नहीं है और मैं उन्हें गौरवान्वित करने के लिए हॉकी खेल रही हूं। मेरे दिवंगत पिता हॉकी खेलने के लिए मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत के लिए खेलने के हर मौके को बढ़िया खेल कर भुनाना है, जिससे कि मैं आगामी एफआईएच प्रो लीग मैचों के लिए भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम में अपनी जगह बरकरार रख सकूं। मैं चूंकि भारतीय महिला हॉकी टीम में मिडफील्डर के रूप में खेल रही हूं । मैं इसीलिएअपनी पासिंग को बेहतर करने पर मेहनत कर रही हूं। में जल्दी से प्रतिद्वंद्वी टीम के हमले को भांप कर तेजी से गेंद को साथी खिलाड़ी की ओर बढ़ाने का कौशल बेहतर करने पर मेहनत कर रही हूं। साथ ही मैं अपनी फिटनेस बेहतर करने पर भी मेहनत कर रही हूं।‘
अजमीना 23 मार्च से साई, बेगलुरू में सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए शिविर में थी। अजमीना कहती हैं, ‘ सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करना एक शानदार अनुभव रहा, मं बहुत कुक्षछ सीखा और मैं उनके साथ खेलने को लेकर रोमांचित हूं, हमारी टीम में कोई एक दूसरे के साथ ट्रेनिंग का लुत्फ उठा रहा है। हब हमारी सभी के लिए ऑस्ट्रेलिया में उसके खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने का वक्त है। शिविर में मुझे सुशीला दी का बहुत समर्थन मिला। जब जब भी मैंने गलती की तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझे कैसे अपनी ताकत के मुताबिक खेलना है। जब भी मैं गलतियां करती तब में बहुत इस बाबत बहुत सोचती तो सीनियर खिलाड़ियों ने मुझे इससे उबरने में मदद की। मैं अब ज्यादा आत्मविश्वास से खेल रही हूं।‘