
स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े और सकारात्मक परिणाम दिलाने वाले सक्रिय व्यक्तियों को केन्द्र, राज्य और जिला स्तरीय बैठकों में आवश्यक रूप से आमंत्रित करे : के के गुप्ता
नीति गोपेन्द्र भट्ट
नई दिल्ली/जयपुर/उदयपुर : राजस्थान सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रदेश समन्वयक और नगर निकाय झुंझूनू, नवलगढ़, मड़ावा, बांसवाड़ा तथा उदयपुर के लिए माननीय न्यायालय द्वारा नियुक्त न्याय मित्र के के गुप्ता ने केन्द्र सरकार को सुझाव दिया है कि भारत में स्वच्छता की स्थिति को बेहतर बनाने और सुधारने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार को स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े और सकारात्मक परिणाम दिलाने वाले सक्रिय व्यक्तियों को केन्द्र,राज्य और जिला स्तरीय बैठकों में आवश्यक रूप से आमंत्रित करने के लिए संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को पाबंद करने के निर्देश जारी करने चाहिए।
गुप्ता ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के दूरगामी विजन के साथ उनके नेतृत्व में पिछले वर्षों देश में स्वच्छ भारत अभियान का सफल क्रियान्वयन किया गया जोकि काफी सफल भी रहा। स्वच्छ भारत मिशन की क्रियान्वित के बावजूद आज भी भारत में स्वच्छता की स्थिति चिंताजनक है।
गुप्ता ने कहा है कि स्वच्छता, पर्यावरण और जल संरक्षण के नाम पर देशभर में अधिकारियों और कर्मचारी की नियुक्ति की गई है जिसके तहत स्वच्छ भारत मिशन शहर और ग्रामीण में भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी किए जाने वाले दिशा निर्देश पर कार्य करना होता है लेकिन अधिकारी और कर्मचारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और स्वच्छता जैसे एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अभियान में असंवेदनशीलता बरती जा रही है। हमें सिर्फ भाषणबाजी और कागजों और दस्तावेजों में झूठ आंकड़ों की हवाबाजी करने के कृत्य से बाहर आना होगा और वास्तविकता में मौके पर धरातल पर स्वच्छता के सभी मापदंड पर कार्य होने चाहिए।
:नगर परिषद डूंगरपुर ने किए स्वच्छता पर्यावरण और जल संरक्षण के अभूतपूर्व कार्य
गुप्ता ने बताया कि उनके डूंगरपुर नगरपरिषद के कार्यकाल में स्वच्छता, जल संचय और पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुए है जिनकी स्वयं प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने सराहना की और डूंगरपुर नगर परिषद को प्रदेश,राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिले । इसी प्रकार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसदीय क्षेत्र गाँधी नगर की पाँच ग्राम पंचायतों में किये गए कार्यों और देश भर की पाँच अग्रणी पंचायतों के पुरस्कार मिलने के लिए भी स्वयं गृह मंत्री ने भी उनके कार्यों की प्रशंसा की।इसके अलावा तत्कालीन केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने संसद में डूंगरपुर के जल संचय मॉडल को सराहा। साथ ही दिल्ली सरकार से मंत्री और अधिकारियों की समिति ने डूंगरपुर आकर डूंगरपुर के जल संचय मॉडल और जल संरक्षण प्रणाली का अवलोकन किया था। डूंगरपुर में उनके कार्यकाल के पाँच वर्षों में पच्चीस हजार पौधें लगाने से नगर में पर्यावरण के इंडेक्स आदर्श मापदंडों से भी बेहतर हुए है।
गुप्ता ने सुझाव दिया कि इन अनुभवों के आधार पर स्वच्छता, जल संचय और पर्यावरण से जुड़ी बैठकों में उन जैसे व्यक्तियों को स्थाई रूप से शामिल करने और आमंत्रित करने से राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन और सम्बद्ध कार्यक्रमों को बढ़ावा मिलेगा तथा राष्ट्रीय मिशन धरातल पर उतरेगा।