दिल्ली विधानसभा बनने जा रही है देश की पहली पूर्णतः सौर ऊर्जा संचालित विधानसभा

Delhi Assembly is going to become the country's first fully solar powered assembly

माननीय उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना करेंगे 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र की आधारशिला, आधारशिला कार्यक्रम: 12 मई 2025 को होगा

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली : एक ऐतिहासिक पहल के तहत दिल्ली भारत के हरित शासन के अग्रदूत के रूप में उभर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली विधानसभा परिसर में 500 किलोवाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र की आधारशिला 12 मई 2025 (सोमवार) को प्रातः 11:00 बजे माननीय उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना, माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता के साथ मिलकर रखेंगे। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाएंगी।

इससे पूर्व, माननीय अध्यक्ष ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के संचालन और कार्यान्वयन से जुड़े प्रमुख पहलुओं पर विचार-विमर्श हेतु एक बैठक आयोजित की, जिसमें दिल्ली विधानसभा की हरित ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया गया।

इस समारोह में कई प्रतिष्ठित गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहेंगे, जिनमें माननीय उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिष्ट, लोक निर्माण विभाग के मंत्री श्री प्रवेश साहिब सिंह, और ऊर्जा मंत्री श्री आशीष सूद सम्मिलित हैं।

यह 500 किलोवाट की नई सौर परियोजना, जो कि केवल 45 दिनों में पूर्ण की जाएगी (निर्धारित 60 दिन की समयसीमा से पूर्व), दिल्ली विधानसभा की वर्तमान 200 किलोवाट रूफटॉप प्रणाली को प्रतिस्थापित करेगी। इस नवीन स्थापना से विधानसभा पूर्णतः सौर ऊर्जा पर संचालित होगी।

यह पहल न केवल पर्यावरण के प्रति दिल्ली विधानसभा की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि इसे लागू करने की तत्परता भी जाहिर करती है। इस परियोजना के तहत प्रति माह लगभग ₹15 लाख की बिजली बचत होगी, जिससे इस लोकतांत्रिक संस्था की कार्बन उत्सर्जन में भारी कमी आएगी।

यह अग्रणी कदम दिल्ली विधानसभा को भारत की पहली पूर्णतः सौर ऊर्जा संचालित विधानसभा के रूप में स्थापित करेगा, जो अन्य सरकारी संस्थाओं को भी हरित ऊर्जा अपनाने हेतु प्रेरित करेगा।

यह आधारशिला कार्यक्रम सिर्फ एक पर्यावरणीय उपलब्धि नहीं, बल्कि शासन और स्थायित्व को एक साथ जोड़ने की एक प्रभावशाली घोषणा है।