- वेस्ट इंडीज अंतिम वन डे जीत सम्मान बचाने में कसर नहीं छोडग़ी
- भारत क्या इशान, ऋतुराज और अर्शदीप को देगा मौका?
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनभुवी सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की अगुआई में वेस्ट इंडीज से शुरू के दोनों वन डे क्रिकेट मैच बेहद रोमांचक संघर्ष में जीत 2-0 की विजयदाई बढ़त के साथ सीरीज पर कब्जा करने के बाद भारत की निगाहें अब बुधवार को पोर्ट ऑफ स्पेन में उससे तीसरा और अंतिम मैच भी जीत कर उसका सूपड़ा साफ करने पर लगी हैं। शिखर ने बतौर कप्तान खुद अनुकरणीय प्रदर्शन करने के साथ आधा दर्जन से ज्यादा दूसरी पंक्ति के खिलाडिय़ों से शानदार प्रदर्शन करा कर भारत के चीफ कोच राहुल द्रविड़ को अगले साल भारत में होने वाले वन डे विश्व कप के लिए विकल्पों की साफ तस्वीर उपलब्ध करा दी है। शिखर इस वन डे सीरीज से पहले खुद बतौर सलामी व कप्तान कसौटी पर थे और वह इस पर खरे उतरे हैं। ऑलराउंडर दीपक हुड्डïा ने छोटी पर अहम पारियों खेलने के साथ कंजूसी से किफायती गेंदबाजी कर बतौर ऑलराउंडर क्रिकेट के दोनों छोटे फॉर्मेट यानी वन डे और टी-20 विश्व कप के लिए टीम इंडिया में जगह पाने की अपनी दावेदारी मजबूत की है। अक्षर पटेल ने दूसरे वन डे में गेंद बल्ले से दमदार प्रदर्शन कर मैन ऑफ दÓ मैच बन भारत को रोमांचक जीत दिला कर बताया कि वह बतौर ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की छाया से निकल कर खुद छोटे फॉर्मेट के लिए टीम में जगह पाने के हकदार हैं। भारत भले ही इस वन डे सीरीज में अपनी दूसरी पंक्ति के करीब आधा दर्जन खिलाडिय़ों के साथ उतरा लेकिन मेजबान वेस्ट इंडीज ने उसे डटकर टक्कर दी। वेस्ट इंडीज ऐसे में भारत से अंतिम वन डे जीत सम्मान बचाने में कसर नहीं छोडग़ी।
मौजूदा सीरीज के शुरू होने से पहले भारत के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले श्रेयस अय्यर की शॉर्ट पिच गेंदों को खेलने की कमजोरी को लेकर सवाल थे। हालांकि श्रेयस की यह कमजोरीअभी भी खत्म नहीं हुई लेकिन अच्छी बात यह है कि उन्होंने खुद पर काबू रख कर बहुत हद तक विश्वास से बल्लेबाजी की है। भारत के लिए शुरू के दो मैचों में जड़े गए कुल छह अद्र्बशतकों में उसकी दूसरी पंक्ति के खिलाड़ी श्रेयस ने दो, शुभमन गिल , संजू सैमसन और अक्षर पटेल के साथ अनभुवी कप्तान शिखर धवन ने एक -एक अद्र्बशतक जड़ा है। शुरू के दोनों वन डे मैचों में दोनों ही टीमों ने 300 रन के पार पहुंचने में कामयाब रही। भारत के लिए हौसला बढ़ाने वाली बात यह है कि उसने पहले मैच में 308 रन के स्कोर का बचाव कर तीन रन से दूसरे में वेस्ट इंडीज के 311रन जैसे पहाड़ के बड़े स्कोर को दो गेंदों के रहते पार कर दो विकेट से जीत दर्ज की। क्वींस पार्क ओवल, पोर्ट ऑफ स्पेन की सपाट विकेट पर महंगे साबित होने के बावजूद सीरीज के शुरू के दो मैचों में सबसे ज्यादा कुल पांच विकेट भारत के तेज गेंदबाज ऑलराउंडर शार्दूल ठाकुर ने जबकि लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने तीन, मोहम्मद सिराज ने दो तथा अक्षर पटेल और दीपक हुड्डïा ने एक -एक विकेट चटकाया हैं। यह देखना दिलचस्प होगा सीरीज अपने नाम करने के बाद क्या भारत तीसरे और अंतिम वन डे में विकेटकीपर संजू सैमसन, तेज गेंदबाज आवेश खान और शुभमन गिल को आराम दे उनकी जगह इशान किशन, अर्शदीप सिंह और ऋतुराज गायकवाड़ को मौका देगा। दूसरी पंक्ति के खिलाड़ी के रूप में बेशक गिल और सैमसन कामयाब रहे हैं लेकिन मात्र एक मैच से तेज गेंदबाज आवेश खान को आंकना बहुत मुनासिब नहीं होगा। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में बेशक अर्शदीप सिंह बुुधवार को आवेश खान से कहीं बेहतर विकल्प हो सकते हैं। यदि अर्शदीप और ऋतुराज को बुधवार को अंतिम एकादश में जगह मिली तो यह दोनों का ही भारत के लिए पहला वन डे मैच होगा।
मौजूदा सीरीज में वेस्ट इंडीज के लिए दूसरे वन डे में शतक जडऩे वाले शाई होप (कुल 122)दो मैचों के बाद रन बनाने में सबसे आगे चल रहे वहीं शुरू के दोनों मैच में अद्र्बशतक जडऩे वाले भारत के श्रेयस अय्यर (कुल 117 रन) दूसरे नंबर पर हैं। वेस्ट इंडीज को शुरू के दोनों वन डे मैच हारने के बावजूद इस बात का संतोष होगा कि उसने पूरे 50 ओवर बल्लेबाजी की और दोनों मैचों में 300 रन का आंकड़ा पार किया। वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन बतौर बल्लेबाज तो इस वन डे सीरीज में कामयाब रहे हैं लेकिन उन्हें यदि अपनी टीम को अंतिम वन डे जिता सम्मान की यह लड़ाई जीतनी है तो बेहतर ढंग से अपने गेंदबाजों का इस्तेमाल करना होगा।
भारत के खिलाफ शाई होप, कायल मायर्स, ब्रेंडन किंग और खुद कप्तान निकोलस पूरन जैसे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने दमदार प्रदर्शन कर बताया कि वेस्ट इंडीज की टीम अगले साल भारत में होने वाले वन डे विश्व कप के लिए सही राह पर है। मायर्स और होप के रूप में वेस्ट इंडीज के पास बढिय़ा सलामी जोड़ी है। वेस्ट इंडीज के पास तुरुप के लेफ्ट आर्म स्पिनर अकील हुसैन, गुड़ाकेश मोती-कन्हाई के साथ बतौर स्पिनर मायर्स सहयोगी स्पिनर के रूप में उसे और विकल्प मुहैया कराते हैं। वेस्ट इंडीज को भारत के खिलाफ अंतिम वन डे ही नहीं बल्कि भविष्य में भी जीत की राह पर बढऩा है तो उसे बल्लेबाजी और गेंदबाजी, दोनों में अपनी फिनिशिंग बेहतर करने की दरकार है।