सूर्य की धुआंधार पारी भारत ने वेस्ट इंडीज को तीसरे टी-20 में सात विकेट से हराया

  • भारत ने ली पांच टी-20 मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त
  • रोहित ने जताई फिट हो अंतिम दो मैचों के लिए उपलब्ध होने की आस

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के बहुआयामी बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव का बल्ला बतौर सलामी बल्लेबाज आखिरकार वेस्ट इंडीज के खिलाफ मौजूदा पांच टी-20 मैचों की क्रिकेट सीरीज के शुरू के तीसरे मैच में कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करने चमक ही गया। सूर्य कुमार यादव की मात्र 44 गेंदों पर चार छक्कों और आठ चौकों की मदद से खेली 76 रन की तूफानी पारी की बदौलत भारत ने बैसेस्टे्र में मेजबान वेस्ट इंडीज को एक ओवर के बाकी रहते तीसरे टी-20 मैच में मंगलवार रात सात विकेट से हराकर सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली। भारत ने इस जीत के साथ सोमवार रात इसी मैदान पर सीरीज के दूसरे मैच में वेस्ट इंडीज से मिली पांच विकेट से हार का भी हिसाब चुकता कर दिया। कप्तान रोहित शर्मा (रिटायर्ड हर्ट 11) पीठ में ऐंठन के कारण जब भारत का स्कोर मात्र 19 रन था तब मैदान से हट गए थे। भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि खुद कप्तान रोहित शर्मा ने उम्मीद जताई की कुछ दिन के आराम के बाद फिट होकर सीरीज के अंतिम दोनों मैच के लिए उपलब्ध होंगे, बेशक इस बाबत अंतिम फैसला टीम के डॉक्टर ही लेंगे।

भारत अब मेजबान वेस्ट इंडीज से लाउडरहिल (अमेरिका) में सीरीज के चौथे और पांचवें मैच में सात और आठ अगस्त को भिड़ेगा। भारत को ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए अपने विकल्पों को तलाशने के क्रम में बतौर ओपनर सूर्य कुमार के रूप में भले ही एक और विकल्प मिल गया है। बावजूद इसके टी-20 विश्व कप में सूर्य का बतौर ओपनर तभी उपयोग करेगा यदि केएल राहुल उपलब्ध नहीं होंगे अन्यथा वह मध्यक्रम में ही खेलेंगे।

कायल मायर्स (73 रन, 50 गेंदे, चार छक्के, आठ चौके) के तेज अद्र्धशतक के बावजूद तेज पिच पर पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाए जाने पर वेस्ट इंडीज ने निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट पर 164 रन बनाए। वेस्ट इंडीज के लिए रॉवमैन पावेल(23 रन, 14 गेंद, एक छक्का, दो चौके) और कप्तान निकोलस पूरन(22 रन, 23 गेंद, एक छक्का, दो चौके) ने अच्छा आगाज जरूर किया लेकिन मायर्स को छोड़ कर बाकी कोई इसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाया। भारत के चतुर स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (2/35) ने मायर्स और पूरन को अपना शिकार बनाया जबकि तेज गेंदबाज हार्दिक पांडया ने ब्रेंडन किंग(20) और अर्शदीप सिंह ने पॉवेल को आउट किया। अनुभवी लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने भले ही विकेट नहीं लिया लेकिन उन्होंने हार्दिक के साथ मिलकर खासतौर पर वेस्ट इंडीज के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने से रोका।

जवाब में सूर्यकुमार यादव की आतिशी पारी और अपने सलामी जोड़ीदार कप्तान रोहित शर्मा के रिटायर्ड होकर पैवेलियन लौटने के बाद श्रेयस अय्यर (24 रन, 27 गेंद, दो चौके) के साथ पहले विकेट की 86 रन की भागीदारी तथा ऋषभ पंत की नॉटआउट 33 रन की तेज पारी की बदौलत भारत ने 19 ओवरों में तीन विकेट पर 165 रन बनाकर मैच लिया। ऋषभ पंत ने 26 गेंदें खेलीं अपनी पारी में नॉटआउट पारी में एक छक्का और दो चौके जड़े और दीपक हुड्डïा (नॉटआउट 10 रन, 7 गेंद, एक चौका) के साथ मिलकर भारत को सात विकेट के बाकी रहते जीत दिलाई। सूर्य कुमार यादव मंगलवार को पहली ही गेंद से पूरे रंग में नजर आए और उन्होंने यॉर्कर सहित वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों की अच्छी गेंदों को भी नहीं बख्शा। सूर्य कुमार यादव के ऑफ स्टंप में खेले स्ट्रोक वाकई दर्शनीय रहे। एक समय सूर्य अपने शतक की ओर बढ़ते लग रहे थे। सूर्य जब ड्रैक्स की गेंद पर अल्जारी जोसेफ को कैच थमा आउट तीसरे बल्लेबाज होकर लौटे तब भारत को जीत के लिए 33 गेंदों में मात्र 30 रन की दरकार थी। भारत ने पॉवरप्ले में 56 रन जोड़े। सूर्य ने वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाजों होल्डर, जोसेफ और डे्रक्स को खूब निशाना बनाया। वेस्ट इंडीज के लिए तेज गेंदबाज डॉमिनिक ड्रेक्स, जेसन होल्डर व लेफ्ट आर्म स्पिनर अकील हुसैन ने एक एक विकेट चटकाया।

‘बीच के ओवरों में अपने गेंदबाजों की गेंदबाजी से खुश हूं’

‘मैं अब शारीरिक रूप से ठीक हूं। अब अगले मैचों के लिए अभी कुछ दिन का वक्त है और उम्मीद करता हूं तब तक सब ठीक हो जाएगा। खासतौर पर मैं बीच के ओवरों में अपने गेंदबाजों की गेंदबाजी से खुश हूं और यह वाकई बहुत महत्वपूर्ण था। तब वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज तेजी से भागीदारी करने वाले थे। हमने स्थितियों का लाभ उठा अपनी विविधता का वाकई बढिय़ा ढंग से इस्तेमाल किया। जीत के लक्ष्य का शानदार ढंग से पीछा गया। बाहर बैठ कर आप जब सूर्य कुमार यादव की पारी को देखते हैं तब यही लगता कि उन्होंने कोई ज्यादा जोखिम नहीं उठाया। दनादन क्रिकेट में बढिय़ा आगाज करने के साथ इसे बड़ी पारी में तब्दील करना भी अहम और टीम के लिए भी अच्छा है। 30 और 40 रन की पारी अच्छी लगती है लेकिन जब 70-80 के पार पहुंचते या शतक जड़ते हैं तो आप अपनी टीम के लिए ये अहम रन बनाते हैं। सूर्य ने श्रेयस के साथ अच्छी भागीदारी की। जब आप इस तरह के लक्ष्य का पीछा करते हैं तो कुछ भी मुमकिन है। जीत के लिए लक्ष्य आसान नहीं था क्योंकि पिच में गेंदबाजों के लिए कुछ मदद थी। ऐसे में सही गेंद चुन कर सही शॉट खेलना हमारे लिए अहम था।

– रोहित शर्मा, भारत के कप्तान

‘मैंने खुद पर भरोसा और पूरा लुत्फ उठाया’
‘मैं अद्र्धशतक जमा वाकई खुश हूं। जब रोहित पीठ में ऐंठन के कारण मैदान से बाहर चले तो हममें से किसी के लिए 15-17 ओवर तक क्रीज पर टिक कर बल्लेबाजी करना जरूरी थी। पिच कुछ धीमी थी और हममें से किसी के लिए आखिर तक टिक कर बल्लेबाजी जरूरी थी। सलामी बल्लेबाज के रूप में बहुत बल्लेबाजी करना पसंद है और मैं आईपीएल में यह जिम्मेदारी निभा चुका हूं। मैंने खुद पर भरोसा और पूरा लुत्फ उठाया।’

-सूर्य कुमार यादव, मैन ऑफ द मैच

‘मेरा ऐसा मानना है कि हमें भारत के शुरू में जल्दी विकेट चटकाने चाहिए थे। अफसोस ऐसा नहीं हो सकता। हम अपने 165 रन के स्कोर से खुश थे और ऐसा महसूस किया हम मैच में हैं। हमारा मानना है कि हमने अच्छा स्कोर खड़ा किया। भारत के गेंदबाजों रविचंद्रन और हार्दिक पांडया ने बढिय़ा गेंदबाजी। पिच धीमी थी और अश्विन अृर हार्दिक इसका अच्छा इस्तेमाल किया। हमने बीच के ओवरों में विकेट गंवाए। हमारे लिए तब भागीदारी करना अहम था। हम मैच हार गए लेकिन इसके बावजूद इस मैच से हमने कुछ हासिल किया। मेरा मानना है कि हमने 10-15 रन कम बनाए। हमने भारत के जल्द विकेट चटकाए होते तो हम मैच पलट सकते थे।
-निकोलस पूरन, वेस्ट इंडीज के कप्तान