- भुवनेश्वर मुझे हमेशा विश्वास से भरे नजर आए
- हमारे लिए सीरीज में अलग-अलग खिलाडिय़ों ने बढिय़ा प्रदर्शन किया
- आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में बेहतर गेंदबाजी की जरूरत
- जरूरत हर्षल की कूवत पर पर भरोसा करने की
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : विस्फोटक सलामी बल्लेबाजी रोहित शर्मा की अगुआई में दनादन क्रिकेट की नंबर एक टीम भारत ने हार से आगाज करने के बाद मेहमान मौजूदा विश्व कप चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को रविवार रात हैदराबाद में तीसरे और अंतिम टी-20 मैच में एक गेंद के बाकी रहते छह विकेट से हरा सीरीज 2-1 से जीत अपने घर में शानदार प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखा। भारत अब बुधवार को तिरुवनंतपुरम में पहले मैच से मेहमान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी तीन -टी 20 मैचों की सीरीज का आगाज करेगा। भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में जीत इसलिए भी अहम है कि उसकी क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में शुरू से ही दे दनादन की रणनीति कारगर रही। भारत के रोहित, केएल राहुल, विराट कोहली और सूर्य कुमार यादव और हार्दिक पांडया जैसे शीर्ष क्रम के पांचों बल्लेबाजों का बल्ला खूब बोला। रोहित बेशक यह जरूर चाहते हैं किआखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में भारतीय गेंदबाजी भी अपनी धार दिखाए। आखिर के मारधाड़ वाले ओवरोंंं में खासतौर पर भुवनेश्वर कुमार और चोट के बाद वापसी करने वाले हर्षल पटेल की धुनाई अगले टी-20 विश्व कप से पहले भारत के लिए चिंता का सबब जरूर है। बावजूद इसके भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भुवनेश्वर कुमार और चोट के बाद वापसी करने वाले तेज गेंदबाज हर्षल पटेल का बचाव करते हुए दोनों पर भरोसा बनाए रखने की ताकीद की । भारत के धुरंधर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल की भी ऑस्ट्रेलिया आखिर के ओवरों में खासी धुनाई हुई लेकिन इन दोनों ने चोट के बाद वापसी की।
भारत के कप्तान रोहित शर्मा से जब आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में सदाबहार भुवनेश्वर सहित अपने गेंदबाजी की धुनाई की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में गेंदबाजी करते हुए आप बराबर एक ही तरह से गेंदबाजी नहीं कर सकते। आपको अपने लिए सजाई फील्डिंग के मुताबिक गेंदबाजी की जरूरत होती । हम भुवनेश्वर कुमार से इसी बाबत बात कर रहे है । हमें टीम और प्रबंधन के रूप में बतौर गेंदबाज भुवनेश्वर की क्षमता पर भरोसा है। हम जानते हैं कि भुवनेश्वर फिर हमारे लिए गेंद से कमाल दिखा सकते हैं। भुवनेश्वर में उत्कृष्टï गेंदबाजी करने की क्षमता है और जरूरत उनके कौशल पर भरोसा करने की है। हम उन पर भरोसा करेंगे तो वह वह जरूरी अपने कौशल के मुताबिक मैदान पर गेंदबाजी करने में कामयाब होंगे। भुवनेश्वर को कुछ ‘स्पेसÓ देन की जरूरत है। बरसों से भुवनेश्वर हमारे बेहतरीन गेंदबाज हैं। बेशक हाल ही में वह भले ही गेंद से वैसा बढिय़ा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हों, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। यह तो किसी भी गेंदबाज के साथ हो सकता है। आपको यह भी जेहन में रखना होगा कि ï सामने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत प्रतिद्वंद्वी थी। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में गेंदबाजी आसान नहीं होती। मुझे नहीं लगता कि भुवनेश्वर में विश्वास की कमी है। मैंने जब भी भुवनेश्वर से बात की तो वह विश्वास से भरे नजर आए। कुछ मैच बुरे हो सकते हैं पर अहम है कि उससे उबरना है। हमारी कोशिश यही है कि भुवनेश्वर जल्दी लय वापस पाए क्योंकि वह हमारे लिए मुश्किल ओवर फेंकते हैं। सच तो बुरे दिनों की बजाय बतौर गेंदबाज उनके अच्छे दिन ज्यादा है।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रंग जमाना चाहते थे और इसमें कामयाब भी रहे। हमारे लिए इस सीरीज में गेंद और बल्ले से अलग-अलग खिलाडिय़ों ने बढिय़ा प्रदर्शन किया और हमारे टीम प्रबंधन के लिए यह अच्छा है। टी-20 क्रिकेट में गलती की गुंजाइश बेहद कम होती है। मेरा मानना है कि हमने बहादुरी दिखा जोखिम भी लिया। ऐसे में कई बार नाकामी भी झेलनी पड़ जाती है। हमें यही तो सीखना है। हां, हमें अभी बहुत सुधार की जरूरत है। खासतौर पर हमें आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में बेहतर गेंदबाजी की जरूरत है। जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल ने चोट के चलते लंबे समय बाहर रहने के बाद टीम इंडिया में वापसी की और उन्हें वापस रंगत पाने में बेशक कुछ वक्त लगेगा। एक सीरीज में रंग न दिखा पाने से हमारी हर्षल के बार में राय नहीं बदल जाएगी। हमें हर्षल पटेल के फिर पूरी रंगत पाने की उम्मीद है।ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज के प्रदर्शन से हर्षल के प्रदर्शन को आंका नहीं जा सकता। यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने अतीत में कुछ मुश्किल ओवर किए हैं। जरूरत हमें हर्षल की कूवत पर जरूरत उन पर भरोसा बनाए की है।हर्षल अपनी गलतियों को दूर कर अपनी गेंदबाजी बेहतर करने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं।’
‘सूर्य जानते हैं सही वक्त पर सही शॉट खेलना’
‘अपने अनुभव का इस्तेमाल कर मैं एडम जंपा को निशाना बनाना चाहता था। सूर्य जब क्रीज पर उतरे तो मुझे बाहर अपने ड्रेसिंग रूप से यही संकेत मिला कि मैं अपने अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखूं। जहां तक बात सूर्य की है तो वह किसी भी स्थिति में बल्लेबाजी कर सकते हैं। सूर्य ने इंग्लैंड में शतक जड़ा और उसके बाद एशिया कप में भी बढिय़ा बल्लेबाजी की। मैंने पिछले छह महीनों में देखा है कि सूर्य बहुत बढिय़ा ढंग से स्ट्रोक खेल रहे हैं। सूर्य के पास बहुत शॉट तो हैं ही वह सही वक्त पर सही शॉट खेलना भी जानते हैं। जंपा उत्कृष्टï गेंदबाज हैं और उनकी कोशिश मुझे रन बनाने से रोकने की रहती हैं। मैं जानता था कि वह मेरे विकेट को निशाना बना गेंदबाजी कर रहे हैं। मैंने बीच के ओवरों में लंबे शॉट लगाने की कोशिश की। मेरा मानना है कि मैच इतना लंबा नहीं जाना चाहिए था। हमें आखिर ओवर में जीत के लिए चार-पांच रन की ही जरूरत होनी चाहिए थी। ऐसे में मुझे धैर्य बनाए रखते हुए एक बाउंड्री लगाने की जरूरत थी और इसमें मैं सफल रहा। आराम करने के बाद एशिया कप में वापसी करने के बाद से ही मैं अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं। रविवार को मैं टीम से करीब डेढ़ घंटा पहले ही मैदान पर पहुंच गया। मैं अपने प्रोसेस पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं और मैं अपने योगदान से खुश हूं।
-विराट कोहली, भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज
‘टी-20 विश्व कप मेंं चुनौतियों के साथ बहुत जिम्मेदारी भी होगी’
जहां तक मेरे आउट होने की बात है तो ऐसे में मुझे जोखिम उठा शॉट खेलने थे और मैंने खेले। मैंने गेंद को मिड ऑफ के उपर से उड़ाने की कोशिश की। मैं मैदान पर उतर कर हमेशा अपने अंदाज में खेलना चाहता हूं। मैं नेटस में इसी तरह प्रैक्टिस भी करता हूं। मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद है। टी-20 विश्व कप में कई चुनौतियों के साथ बहुत जिम्मेदारी भी होगी। आप खुलकर खेलने से बच नहीं लेकिन आपको चतुराई भी दिखानी होगी।
-सूर्य कुमार यादव, मैन आफ द मैच
‘ मैं अपनी लाइन-लेंग्थ पर भरोसा करता हूं’
‘जब आप बढिय़ा प्रदर्शन करती है और टीम जीतती है तो अच्छा लगता है। मैं आईपीएल में भी पॉवरप्ले में करता हूं और ऐसे में इसमें अपनी रणनीति को अमली जामा पहनाना भी सुखद है। मैं अपनी लाइन-लेंग्थ पर भरोसा करता हूं। बल्लेबाजी मेरी गेंद पर अच्छा शॉट लगाता है तो भी मैं खुद पर भरोसा कर अपनी योजना को अमली जामा पहनाने की कोशिश करता हूं।
-अक्षर पटेल , मैन ऑफ द सीरीज