भारत ने थाईलैंड को सेमीफाइनल में दी 74 रन से शिकस्त
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : युवा ओपनर शैफाली वर्मा की 42 रन की विस्फोटक पारी तथा अनुभवी ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (3/7) कहर बरपाने वाली गेंदबाजी की बदौलत भारत ने थाईंलैंड को सिलहट(बांग्लादेश) में टी-20 महिला एशिया कप क्रिकेट के सेमीफाइनल में बृहस्पतिवार को 74 रन से हरा दिया। विस्फोटक पारी खेलने के साथ मात्र नौ रन देकर एक विकेट भी चटकाने वाली भारत की शैफाली वर्मा मैच की सर्वश्रेष्ठï खिलाड़ी घोषित की गईं।भारत ने अंतिम लीग मैच में थाईलैंड को मात्र 37 रन पर ढेर कर उसे नौ विकेट से हरा कर शीर्ष पर रह कर अंतिम चार में जगह बनाई थी। थाईलैंड ने लीग में पाकिस्तान को अंतिम पूर्व गेंद पर चार विकेट से हरा कर इस टूर्नामेंट का सबसे बड़ा उलटफेर किया था। वहींभारत की टीम एकमात्र मैच लीग में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 13 रन से हार गई थी। भारत की सेमीफाइनल सहित यह लगातार तीसरी जीत रही। भारत की महिला टीम ने अब तक सबसे ज्यादा छह बार एशिया कप जीता है। 2018 में बांग्लादेश से फाइनल में हारने के बाद भारत की टीम इस बार जरूर खिताब जीतने को बेताब होगी।
शैफाली वर्मा (42 रन, 28 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) और कप्तान हरमनप्रीत कौर ( 36रन, 30 गेंद, चार चौके) की मैच के मिजाज के मुताबिक गियर बदल कर खेली बेहतरीन पारियों की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट पर 148 रन बनाए। थाईलैंड की सबसे अनुभवी ऑफ स्पिनर सूर्ननारायण टिपोच (3/24) की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने भारत शैफाली, ऋचा घोष(2) और कप्तान हरमनप्रीत कौर को बड़े स्ट्रेक खेलने के लिए ललचा कर बाउंड्री पर कैच कराया। थाईलैंड ने गजब की चुस्त फील्डिंग का नमूना पेश किया। भारत की सभी छह बल्लेबाज सिलहट की धीमी पिच पर लंबे स्ट्रोक खेलने की कोशिश में लपकी गईं।
जवाब में कप्तान नरुमल छईवई (21 रन, 41 गेंद) और नात्या बुचाथम (21 रन, 29 गेंद, एक चौका) की पांचवें विकेट की 42 रन की भागदारी के बावजूद थाईलैंड की टीम निर्धारित 20 ओवर में नौ विकेट पर 74 रन ही बना पाई और मैच हार गई। छईवई और नात्या को छोड़ थाईलैंड की कोई भी बल्लेबाज दहाई के अंक तक नहीं पहुंच पाई और उसकी पूरी पारी में मात्र चार चौके लगे। थाईलैंड के बृहस्पतिवार को गिरने वाले नौ विकेट में सात विकेट भारत की स्पिनर चौकड़ी- ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा (3/7), लेफ्ट आर्म स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़(2/10), स्नेह राणा (1/16) और शैफाली वर्मा(1/9) ने बांटे जबकि तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ने छनिदा सुथिरियांग(1/6) का विकेट चटकाया। दीप्ति ने अपने शुरू के दूसरे, तीसरे और चौथे ओवर में थाईलैंड की ओपनर नानापट कोंचाचरोनकई(5), नथाकन छनथम (4) और सूर्ननारायण टिपोच(5) को 6.1 ओवर में मात्र 18 रन पर आउट कर उसकी ऐसी कमर तोड़ी की वह इससे उबर ही नहीं पाई।
शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना (13 रन, 14 गेंद, तीन चौके) की सलामी जोड़ी ने भारत की पारी का आक्रामक अंदाज में आगाज कर पहले विकेट के लिए मात्र 4.3 ओवरों में 38 रन जोड़े। स्मृति के मध्यम तेज गेंदबाज फनिता माया की गेंद को उड़ाने की कोशिश में मिडऑन पर ओनिचा कामचोंपू को कैच थमाने से यह भागीदारी टूटी। शैफाली ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखी जब वह अपने अद्र्धशतक से आठ रन दूर तभी वह थाईलैंड की सबसे अनुभवी आफ स्पिनर सूरनारायण टिपोच की गेंद को आधे अधूरे मन से उड़ाने के फेर में पारी के दसवें ओवर की पहली गेंद पर मिड ऑन पर कप्तान नरुमल छईवई को कैच थमा पैवेलियन लौट गई। जेमिमा रॉड्रिग्ज (27 रन, 26 गेंद, तीन चौके) ने तीसरे विकेट के लिए 42 रन की बेशकीमती भागीदारी कर भारत के स्कोर 109 रन के पार पहुंचाया। लेफ्ट आर्म स्पिनर टिपोटचा पुटवोंग ने जेमिमा को बड़े स्कोर के लिए ललचा कर लॉन्ग ऑन पर रॉजनन कनोह के हाथों लपका आउट कराया। भारत ने इसके बाद अंतिम पांच ओवर में ऋचा घोष, कप्तान हरमनप्रीत कौर और दीप्ति शर्मा सहित तीन विकेट गंवाए और मात्र 38 रन ही जोड़े अन्यथा भारत का स्कोर 150 रन के पार होता।
‘शैफाली और जेमिमा बल्लेबाजी करते रंग में दिखीं’
‘हमने वाकई बढिय़ा बल्लेबाजी की। थाईलैंड की गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की और हमें ज्यादा ढीली गेंदे नहीं दी। हमने अच्छी भागीदारियां कीं और सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहे। जहां तक मेरी खुद की पारी की बात है तो कुछ मैचों के बाद टीम में वापसी करने पर आपको रन बनाने की जरूरत होती है। शैफाली और जेमिमा बल्लेबाजी करते रंग में दिखीं। हमें ऐसा ही बढिय़ा प्रदर्शन जारी रखने की जरूरत है। दीप्ति ऐसी गेंदबाज हैं, जो मैच में किसी भी स्थिति में गेंदबाजी करने को तैयार रहती हैं। टीम में दीप्ति जैसी गेंदबाज के रहने से कप्तान को मदद मिलती है। दीप्ति वाकई बढिय़ा गेंदबाजी कर रही हैं।यदि आप 150 रन बनाते हैं इससे आपको आत्मविश्वास मिलता। हम फाइनल में किसी भी टीम से भिडऩे को तैयार हैं। फाइनल में सामने चाहे जो हो हम उसी के मुताबिक रणनीति बनाने की जरूरत है।
– हरमनप्रीत कौर, भारत की कप्तान
‘हमेशा मेहनत जारी रख टीम के लिए योगदान कर खुश हूं’
‘अब मैं विश्वास से सराबोर हूं। मैं हमेशा मेहनत जारी रख भारतीय टीम के लिए योगदान कर खुश हूं। पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी। मेरे और स्मृति के बीच अच्छी भागीदारी हुई। स्मृति और जेमिमा रॉड्रिग्ज ने भीअच्छी बल्लेबाजी की। हमें भागीदारियां करने पर मेहनत करनी है। मैं हमेशा अच्छे प्रदर्शन को बेताब रहती हू। उम्मीद करती हूं कि फाइनल में मौसम बढिय़ा रहेगा।
– शैफाली वर्मा, मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
‘अहम था भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलना’
‘हमारे लिए भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलना अहम था। मैच में हमारे लिए बहुत कुछ सकारात्मक रहा। हम हर मैच लुत्फ उठाने के लिए खेलती हैं। हमारे लिए हर मैच का लुत्फ उठाना अहम है।
-नरुमल छईवई, थाईलैंड की कप्तान