भारत है इंंग्लैंड की सेमीफाइनल में चुनौती को तोडऩे के लिए बेहतर ढंग से तैयार

  • सूर्य और विराट को रोकना इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती
  • इंग्लैंड के गेंदबाज करन, वुड और वॉक्स से भारत को चौकस रहना होगा
  • बटलर व हेल्स के लिए भुवी, शमी, अर्शदीपसे पार पाना आसान नहीं

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के सूर्य कुमार यादव और विराट कोहली के अपने नाम के मुताबिक बल्ले से दमदार प्रदर्शन की गूंज ऑस्ट्रेलिया में मौजूदा आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप में प्रतिद्वंद्वी टीमों ने खुल कर सुनी। सूर्य और विराट के तीन-तीन अद्र्धशतकों की बदौलत 2007 में पहले संस्करण का चैंपियन भारत इतिहास दोहरा फिर खिताब जीतने से बस दो कदम दूर है। भारत अब तक इंग्लैंड से क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट के विश्व कप में तीन बार भिड़ा और इसमें दो बार 2007 और 2012 में जीता है और मात्र एक बार उससे उसके घर में बेहद करीबी मुकाबले में 2009 में लॉडर्स में मात्र तीन रन से हारा। रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम एडिलेड में बृहस्पतिवार को 2010 के चैंपियन इंग्लैंड से सेमीफाइनल में निपटने और उसकी चुनौती तोडऩे को बेहतर ढंग से तैयार है।

सेमीफाइनल मेंं जीत उसे ही मिलेगी जो बृहस्पतिवार को मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करेगा। सूर्य और विराट को रोकना इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगा। खासतौर पर सूर्य को बीच के और आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में रोकने की राह इंग्लैंड को तलाशनी होगी। इंग्लैंड के मौजूदा संस्करण के सबसे कामयाब बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सैम करनअपनी धीमी गेंदों से सूर्य अक्रॉस द लाइन खेलने और मार्क वुड सीधे लंबी बाउंड्री पर गेंद को बाहर पहुंचाने के लिए ललचा कर आउट करने की होगी। भारतीय टीम भले ही पहले पॉवर प्ले में रन बनाने के लिए जूझती रही हो लेकिन उसके आखिर के चार मारधाड़ वाले ओवर में दे दनादन क्रिकेट के मुताबिक दे दना कर इसकी भरपाई कर ली है। इंग्लैंड के लिए आखिर के मारधाड़ वाले ओवर में तेज गेंदबाज सैम करन, क्रिस वॉक्स और मार्क वुड ने खासी किफायती गेंदबाजी और भारत के बल्लेबाजों इन सभी से चौकस रहना होगा।

भारत और इंग्लैंड कभी भी टी-20 विश्व कप में आखिरी बार 2012 में भिड़ी थी लेकिन ये दोनों बृहस्पतिवार को पहली बार नॉकआउट में पहली बार आमने-सामने होंगे। भारत के कप्तान रोहित शर्मा को नेटस पर प्रैक्टिस में दाएं हाथ की कलाई और कोहनी के बीच थ्रो आउट में और विराट कोहली को बुधवार को हर्षल पटेल की गेंद चोट जरूर लगी थी। भारत के लिए अच्छी खबर है कि रोहित और विराट दोनों ही फिट हैं और सेमीफाइनल खेलने के लिए तैयार हैं। भारत का टी-20 क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड बेशक बेहतर रहा है और इसका उसे बेशक मनोवैज्ञानिक लाभ सेमीफाइनल में बृहस्पतिवार को मिलेगा। टी-20 विश्व कप में एडिलेड में टॉस जीतने वाली टीम सभी छह मैच हार चुकी और लक्ष्य का बचाव करने वाली टीम चार बार जीती है। भारत ने इस मैदान पर बारिश की बाधा के बावजूद बांग्लादेश से सुपर 12 मैच पांच रन से जीता था और इसके अपेक्षाकृत धीमे मिजाज से वाकिफ है।

विराट कोहली (तीन) व सूर्य कुमार यादव (तीन) के साथ केएल राहुल (दो) और उनके सलामी जोड़ीदार कप्तान रोहित शर्मा(एक) सहित भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों द्वारा मौजूदा संस्करण में पांच सुपर 12 मैचों में कुल सबसे ज्यादा जड़े नौ अद्र्धशतकों के साथ बड़े मैच के खिलाड़ी अब पूरी तरह फिट हार्दिक पांडया (65 रन, 8 विकेट) के बल्ले के साथ गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन ने इंग्लैंड पर सेमीफाइनल में जीत की उम्मीद जगाई है। सच तो यह है कि हार्दिक इंग्लैंड के खिलाफ भारत के तुरुप के इक्के साबित हो सकते हैं। मौजूदा संस्करण में विराट कोहली (246 रन) सबसे ज्यादा रन बनाने में पहले और सूर्य कुमार (कुल 225 रन) में तीसरे स्थान पर चलने के साथ पिछले दो मैचों में केएल राहुल (कुल 123 रन) के बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ मैचों में लगातार अद्र्धशतक जड़ सही वक्त पर रंग में आने से इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए भारत के शीर्ष क्रम को रोकना एडिलेड में खासा मुश्किल होगा। विराट कोहली को हालांकि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर मोइन अली (दस बार) ने सबसे ज्यादा तथा आदिल रशीद और बेन स्टोक्स ने समान रूप से नौ-नौ बार आउट किया है। विराट कोहली के लिए एडिलेड का मैदान घर से बाहर घर जैसा है और इस मैदान पर क्रिकेट के तीनों फॉर्र्मेट में उन्होंने पांच शतक और तीन अद्र्बशतक जड़े हैं। विराट ने बांग्लादेश के खिलाफ इसी मैदान पर भारत के पिछले मैच में जिस तरह अद्र्धशतक जड़ा है। विराट और सूर्य की पिच पर बराबर बेहतर होती जुगलबंदी के बीच इंग्लैंड की चुनौती और मुश्किल हो जाती है। भारत के बल्लेबाजों को खासतौर पर मौजूदा संस्करण में इंग्लैंड के सबसे कामयाब बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सैम करन (10 विकेट)और मार्क वुड(9 विकेट, बशर्ते फिट हों) से चौकस रहना होगा।

विराट इतने चतुर हैं कि वह इंग्लैंड रशीद के खिलाफ तेजी से एक रन लेकर स्ट्राइक सूर्य को सौंप कर उनका गणित बिगाड़ सकते हैं।भारत के कप्तान रोहित शर्मा, केएल राहुल और खासतौर पर सूर्य कुमार यादव जैसे स्पिन खेलने के माहिरों को रोक पाना उनके लिए बेहद मुश्किल होगा। इस समय दुनिया के नंबर एक टी-20 बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव पर भले ही इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स लगाम लगाने की बात कहें लेकिन वह भी इस हकीकत से वाकिफ हैं यह मन को समझाने के लिए तो ठीक है लेकिन उन्हें रोक पाना बेहद मुश्किल चुनौती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत बतौर विकेटकीपर बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋषभ पंत को बरकरार रखता है या चार मैचों में मात्र 14 रन बनाने वाले ‘फिनिशरÓ दिनेश कार्तिक को वापस एकादश में शामिल करता है। पंत ने भले एक मैच खेला हो लेकिन ऑस्ट्रेलिया में दमदार प्रदर्शन कर वह दिखा चुके हैं और अपने दम मैच का रुख पलट सकते हैं।
कप्तान जोस बटलर (कुल 125) और उनके सलामी जोड़ीदार एलेक्स हेल्स (कुल 119) ने मौजूदा संस्करण में एक एक अद्र्धशतक जड़ा है और इन दोनों को छोड़ कर इंग्लैंड की बल्लेबाजी बराबरी जूझती दिखी है। भारत की कोशिश उसके रनों के लिए जूझ रहे इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर शुरू में दबाव बना बृहस्पतिवार को सस्ते में आउट कर जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाने की होगी।

स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर के खिलाफ पांच अंतर्राष्टï्रीय टी-20 मैचों में बटलर 32 गेंद खेल 30 रन बनाए है और पांच बार आउट हुए हैं। शुरू के तीन ओवर में बटलर को भुवी ने अपनी स्विंग से बटलर को अपना शिकार बनाया है। बटलर और हेल्स के लिए भारत के लिए इस टी-20 विश्व कप में खासे किफायती रहे स्विंग गेंदबाजभुवनेश्वर (चार विकेट), अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी(छह विकेट), सबसे कामयाब नौजवान अर्शदीप सिंह (10 विकेट) और हार्दिक पांडया(आठ विकेट) की चौकड़ी से पार पाना आसान नहीं होगा। साथ ही ऑलराउंडर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (छह विकेट) ने बीच के ओवर में अच्छी गेंदबाजी की जबकि लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल (तीन विकेट) ने कुछ महंगे साबित हुए हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एडिलेड की खासतौर पर लेग स्पिनरों के लिए मुफीद पिच पर भारत लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को अक्षर की जगह सीधे सेमीफाइनल में उतारने का जोखिम उठाएगा।

इंग्लैंड की ताकत दरअसल -बाएं हाथ के बेन स्टोक्स, मोइन अली, सैम करन तथा दाएं हाथ के लियाम लिविंगस्टोन और क्रिस वॉक्स- जैसे उसके पांच ऑलराउंडर हैं। एक दिलचस्प बात यह है कि सुपर 12 में चार मैचो मेंं बेन स्टोक्स (कुल 58, श्रीलंका के खिलाफ अंतिम मैच में नॉटआउट 42) और लियाम लिविंगस्टोन(कुल 54) के साथ मोइन अली(महज 29 रन) रनों के लिए जूझते नजर आए हैं। भारत ने इंग्लैंड को इसी साल उसके घर में तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 2-1 से जीतने का लाभ जरूर इस बार टी-20 विश्व कप में मिलेगा।

भारत अब तक भारी पड़ा है इंग्लैंड पर
भारत ने टी-20 विश्व कप के पहले संस्करण में 2007 में युवराज सिंह के इंग्लैंड के स्टुअर्ड ब्रॉड के एक ओवर में लगातार छह छक्कों की मदद से जड़े अद्र्धशतक से 18 रन से और 2012 में कोलंबो में मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा के अद्र्बशतकों और हरभजन सिंह(4/12) के स्पिन के जादू से एक तरफा मैच में उसे 90 से हराया था। भारत को 2009 के संस्करण में लॉडर्स में करीबी मैच में जरूर इंग्लैंड से तीन रन की हार झेलनी पड़ी भारत ने इंग्लैंड से अपने पिछले पांच में चार मैच जीते हैं और अंतिम मैच में सूर्य कुमार यादव (117) के आतिशी शतक के बावजूद बर्मिंघम में 17 रन से हारने के बावजूद उससे उससे तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीती थी। दोनों देशों के बीच अब तक खेले 22 टी-20 में भारत ने 12 और इंग्लैंड ने दस जीते हैं। नतीजे गवाह हैं कि क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में भारत की टीम इंग्लैंड की टीम पर भारी पड़ी है।

मैच का समय : दोपहर डेढ़ बजे से