अश्विन व श्रेयस ने भारत को मेहंदी हसन के ‘पंजे’ से निकाल दिलाई रोमांचक जीत

भारत ने बांग्लादेश से दूसरा टेस्ट भी जीत सीरीज 2-0 से जीती

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : मैन ऑफ दÓ मैच रविचंद्रन अश्विन (42 रन*, 62 गेंद, एक छक्के, चार चौके) और श्रेयस अय्यर( 29 रन*,46 गेंद, चार चौके) की आठवें विकेट की 71 रन की असमाप्त भागीदारी ने भारत को ऑफ स्पिनर मेहंदी हसन मिराज (5/63) के ‘पंजेÓ से निकाल कर मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे व अंतिम क्रिकेट टेस्ट मैच में चौथे दिन रविवार को तीन विकेट से जीत दिला कर सीरीज 2-0 से जिता दी। भारत ने चटग्राम में बांग्लादेश से सीरीज का पहला टेस्ट 188 रन से जीता था। भारत ने बांग्लादेश से दूसरा टेस्ट भी जीत सीरीज में भले ही उसका पूरी तरह सफाया किया लेकिन मेजबान टीम ने जीवट दिखा जिस तरह उसे जीत के लिए संघर्ष कराया उसकी सराहना की ही जानी चाहिए।

भारत ने दो टेस्ट की सीरीज 2-0 से जीतने के साथ दूसरे स्थान पर रह कर वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रखीं। भारत के चेतेश्वर पुजारा दो टेस्ट की इस सीरीज में कुल सबसे ज्यादा 222 रन बना ‘मैन ऑफÓ सीरीज बने।ऑस्ट्रेलिया (13 टेस्ट, 9 जीत, 1 हार,तीन ड्रॉ,120अंक) के साथ वल्र्ड टेस्ट चैंयिनशिप में पहले तथा भारत (१४ टेस्ट, 8 जीत, 4 हार, दो ड्रॉ, 90 अंक) के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत को अब वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए अब मेहमान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट की सीरीज 3-0 से जीतनी होगी।

बांग्लादेश की पहली पारी के 227 रन के जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी मे 314 रन बनाकर 87 रन की बढ़त हासिल की थी। बांग्लादेश की दूसरी पारी 231 रन पर समेटने के बाद भारत ने अपनी दूसरी पारी में जीत के लिए 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जब तीसरे दिन शनिवार को चार विकेट मात्र 45 रन खो दिए थे तो तब यह टेस्ट उसके हाथ से फिसलता लगा था। भारत ने चौथे दिन रविवार जब अपनी दूसरी पारी आगे शुरू की तो उसे जीत के लिए 100 रन की और दरकार थी और उसके छह विकेट बाके थे। भारत ने सुबह चार विकेट 45 रन से आगे खेलना शुरू करने के बाद जयदेव उनादकट(13 रन, 16 गेंद, एक छक्का), पहली पारी में 93 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलने वाले ऋषभ पंत(9 रन, 13 गेंद, एक चौका) और शनिवार के अविजित बल्लेबाज अक्षर पटेल(34 रन, 69 गेंद, 4 चौके) के रूप में अपने तीन विकेट 29 रन और जोड़ कर खो दिए और उसका स्कोर सात विकेट पर 74 रन हो गया तो तब उसे जीत के लिए 71 रन और बनाने थे। भारत पर तब हार का खतरा साफ मंडराता दिखाई दिया। जयदेव उनादकट को बांग्लादेश के कप्तान लेफ्ट आर्म स्पिनर शाकिब अल हसन ने एलबीडब्ल्यू आउट किया जबकि ऑफ स्पिनर मेहंदी हसन मिराज ने नीची रहती गेंदों पर बाएं हाथ के ऋषभ पंत को एलबीडब्ल्यू आउट करने के बाद अक्षर पटेल को बोल्ड कर विकेट का ‘पंजाÓ लगाया।

भारत के ऑलराउंडर अक्षर के आउट होने पर श्रेयस अय्यर का क्रीज पर साथ देने उतरे रविचंद्रन अश्विन (1) का फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर मोमीनुल हक ने एक आसान सा कैच क्या टपकाया बस यही से बांग्लादेश के हाथ से यह टेस्ट फिसल गया। अश्विन ने इसका पूरा लाभ उठाया। अश्विन ने इसके बाद संभल कर खेलने के बाद लच से करीब 15 मिनट पहले बांग्लादेश के सबसे कामयाब गेंदबाज मेहंदी मिराज को निशाना बनाया और उनके 19 वें ओवर में पारी के 47 वें ओवर की पहली गेंद पर डीप मिडविकेट के उपर से छक्का, पांचवीं गेंद पर मिडऑफ और छठी गेंद पर मिड विकेट के उपर से चौके जड़ इसमें कुल 16 रन ले भारत के स्कोर को दूसरी पारी में सात विकेट पर 145 रन पर पहुंचा कर दूसरा टेस्ट तीन विकेट से जिताने के साथ सीरीज भी 2-0 से जिता दी।

मैंने इस टेस्ट सीरीज में अपनी लय हासिल कर ली’
बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज खासी संघर्षपूर्ण रही। मुझे लगता है मैंने इस टेस्ट सीरीज में अपनी लय हासिल कर ली। मैंने खासी मेहनत की। मैंने बहुत प्रथम श्रेणी के मैच खेल कर अपनी खेल पर बहुत मेहनत की। टेस्ट सीरीज हम काफी लंबे अंतराल के बाद खेले और मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल कर लय बनाई रखी। वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए हर टेस्ट अहम है और आपका हर वक्त अपना सर्वश्रेष्ठï खेल खेलने की जरूरत है। मैंने बहुत प्रथम श्रेणी के मैच और टेस्ट मैच खेले। मैं महसूस करता हूं कि आपको अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट के लिए जेहनी तौर पर बराबर मजबूत बने रहने की जरूरत है।
-चेतेश्वर पुजारा, मैन आंफ द टेस्ट सीरीज

‘बांग्लादेश की टीम वाकई बहुत बढिय़ा खेली’
‘दूसरा टेस्ट में कोई भी टीम जीत सकती थी। मैं कहूंगा कि बांग्लादेश की टीम वाकई बहुत बढिय़ा खेली। यह टेस्ट कड़े संघर्ष से जीता जा सकता था। इस तरह की स्थिति में जीत के लिए आपको जीवट दिखाने की जरूरत होती है। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने बेशक बढिय़ा गेंदबाजी की लेकिन हमें अपने डिफेंस पर भरोसा करने की जरूरत थी। श्रेयस अय्यर वाकई बढिय़ा खेले। मैं क्रीज पर उतर श्रेयस का साथ निभाना चाहता था। मीरपुर की पिच अच्छी थी , कुछ धीमी। गेंद ने बहुत फर्क कर दिया। मेजबान बांग्लादेश की टीम ने हमें बहुत दबाव में डाला। कुल मिलाकर हमारी टीम ने बढिय़ा प्रदर्शन किया।
-रविचंद्रन अश्विन, भारत के ऑफ स्पिनर

‘हमें अपने खिलाडिय़ों पर हमेशा से भरोसा था’
‘आपको मैदान पर खेल रहे अपने खिलाडिय़ों पर भरोसा करने की जरूरत थी। हमें अपने खिलाडिय़ों पर हमेशा से भरोसा था लेकिन हम कुछ नर्वस भी थे। आखिर हम भी इनसान हैं। हमने अपने बल्लेबाजों पर भरोसा किया। अश्विन और श्रेयस ने दूसरे टेस्ट में आसानी से शानदार अंदाज में जीत दिलाई और बढिय़ा प्रदर्शन कर भारत को जिताने के लिए दोनों को बधाई। हमने बेशक यह नहीं सोचा था कि हम आसानी से जीत जाएंगे। हम यह जानते थे कि हमें बांग्लादेश के खिलाफ जीत के लिए मेहनत करनी होगी। बांग्लादेश ने हमें जीत के लिए संघर्ष कराया भी। हमने इस टेस्ट सीरीज में गलतियां की । हम इन गलतियों से यह सीख भविष्य में इस तरह की स्थिति से फंसने से इससे बेहतर ढंग से निपटने के लिए सीखेंगे। हम बीते छह सात बरस से अपनी गेंदबाजी से खुश हैं। अक्षर, अश्विन, उमेश के साथ लंबे समय बाद टेस्ट में वापसी करने पर जयदेव उनादकट ने बेहतरीन गेंदबाजी की। उनादकट को और विकेट मिलने चाहिए थे। उनादकट द्वारा बनाए दबाव से अक्षर और अश्विन को मदद मिली।

-केएल राहुल, भारत के कप्तान

‘श्रेयस और अश्विन ने दबाव में बढिय़ा बल्लेबाजी की’
‘हमारी टीम में हर किसी ने योगदान किया। हम मीरपुर अच्छा खेलते रहे हैं। श्रेयस और अश्विन ने दबाव में बढिय़ा बल्लेबाजी की। हमें एक और विकेट की दरकार थी। बहुत कुछ अगर मगर पर चर्चा हो सकती है। हम जिस सोच से उतरे मैं उससे खुश हूं। बदकिस्मती से हम सीरीज के पहले टेस्ट में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए। अपनी बांग्लादेश टीम की जेहनी सोच से मैं खुश हूं। उम्मीद है कि अगले बरस हमें बेहतर नतीजे हासिल होंगे। जहां तक मेरे गेंदबाजी करने की बात है तो मैं यह कहूंगा कि बांग्लादेश टीम के लिए बल्ले और गेंद से योगदान करना मेरी जिम्मेदारी है।

– शाकिब अल हसन, बांग्लादेश के कप्तान