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दिल्ली
डियर आईएएस एस्पिरेंट ! आप भेड़ – बकरी नहीं हो !
मैं पिछले 27 सालों करियर प्लस कोचिंग के माध्यम से सिविल सेवाओं की कोचिंग से जुड़ा हूँ। हज़ारों विद्यार्थी मेरी संस्था करियर प्लस से जुड़कर सिविल, इंजीनियरिंग सेवा, वन सेवा…
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कारोबार
एथर एनर्जी लिमिटेड की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश 28 अप्रैल को खुलेगी
मुंबई (अनिल बेदाग): एथर एनर्जी लिमिटेड (“कंपनी”) सोमवार, 28 अप्रैल, 2025 को ₹1 अंकित मूल्य के अपने इक्विटी शेयरों (“इक्विटी शेयर”) की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (“ऑफ़र”) खोलने का प्रस्ताव करती…
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राज्य
संस्कृत भाषा के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में विशेष प्रयास किए जाएं : धामी
रविवार दिल्ली नेटवर्क देहरादून : उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी की सामान्य समिति की 10वीं बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संस्कृत भाषा के माध्यम से युवाओं को रोजगार…
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खेल
पंजाब किंग्स अब केकेआर को उसके घर में भी हराने के इरादे से उतरेगी
केकेआर की कोशिश पंजाब पर रिटर्न मैच में जीत के साथ हिसाब चुकता करने की सत्येन्द्र पाल सिंह नई दिल्ली : शानदार आगाज करने के बाद राह भटक कर पिछले…
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साहित्य
क़ुर्बानियाँ रंग लाएगी…!
वो चिंगारी अब ज्वाला बनकर छाएगी,ये पहलगाम की क़ुर्बानियाँ रंग लाएगी।कायरों ने फिर एक बार लाशें बिछा दी,माँगों का सिंदूर उन काफिरों उजाड़ दी।अब धरती माँ फिर से रक्तरंजित हुई…
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राज्य
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को कायरता की पराकाष्ठा : विधानसभाध्यक्ष देवनानी
गोपेन्द्र नाथ भट्ट जयपुर/ नई दिल्ली : राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को कायरता की पराकाष्ठा बताया है। देवनानी…
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आलेख
“पहलगाम का सच: दुश्मन बाहर है, लड़ाई घर के भीतर”
पहलगाम हमला जिहादी मानसिकता का परिणाम है। मोदी सरकार ने हमेशा आतंकवाद का मुँहतोड़ जवाब दिया है।राजनीतिक आलोचना आतंकवाद के असली स्रोत से ध्यान भटकाती है। जातियों में बंटा समाज…
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आलेख
किताबों से दूरी: समाज की नई दुर्बलता!
सोनम लववंशी कभी किताबें धरोहर होती थीं, अब वे सिर्फ सजावट बनकर रह गई हैं। दीवारों पर टंगी तस्वीरों और दराज में पड़ी पुरानी डायरी की तरह किताबें भी बीते…
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साहित्य
“अभी तो मेंहदी सूखी भी न थी”
— पहलगाँव हमले पर एक कविता अभी तो हाथों से उसका मेंहदी का रंग भी नहीं छूटा था,कलाईयों में छनकती चूड़ियाँ नई थीं,सपनों की गठरी बाँध वो चल पड़ा था…
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आलेख
सशक्त पंचायतों से ही बनेगा विकसित राष्ट्र
रमेश सर्राफ धमोरा भारत गांवो का देश है। यहां की बहुसंख्यक आबादी आज भी गांवों में रहती है। भारत के गांव ही देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धूरी है। इसीलिए…
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आलेख
पहलगाम में मजहबी आतंक का सबसे बर्बर चेहरा
ललित गर्ग जम्मू-कश्मीर में स्थित पहलगाम, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, मंगलवार को एक भीषण, दर्दनाक एवं अमानवीय आतंकी हमले का गवाह बना, एक बार फिर…
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