-
आलेख
किताबों से दूरी: समाज की नई दुर्बलता!
सोनम लववंशी कभी किताबें धरोहर होती थीं, अब वे सिर्फ सजावट बनकर रह गई हैं। दीवारों पर टंगी तस्वीरों और दराज में पड़ी पुरानी डायरी की तरह किताबें भी बीते…
Read More » -
साहित्य
“अभी तो मेंहदी सूखी भी न थी”
— पहलगाँव हमले पर एक कविता अभी तो हाथों से उसका मेंहदी का रंग भी नहीं छूटा था,कलाईयों में छनकती चूड़ियाँ नई थीं,सपनों की गठरी बाँध वो चल पड़ा था…
Read More » -
आलेख
सशक्त पंचायतों से ही बनेगा विकसित राष्ट्र
रमेश सर्राफ धमोरा भारत गांवो का देश है। यहां की बहुसंख्यक आबादी आज भी गांवों में रहती है। भारत के गांव ही देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धूरी है। इसीलिए…
Read More » -
आलेख
पहलगाम में मजहबी आतंक का सबसे बर्बर चेहरा
ललित गर्ग जम्मू-कश्मीर में स्थित पहलगाम, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, मंगलवार को एक भीषण, दर्दनाक एवं अमानवीय आतंकी हमले का गवाह बना, एक बार फिर…
Read More » -
आलेख
काश्मीर में एक बार फिर आतंक का कायर घिनौना चेहरा
राकेश शर्मा दिल और दिमाग बार बार सिहर उठ रहा है यह सोचकर भी की जिन 27 सैलानियों की पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने निर्मम हत्या कर दी उनके…
Read More » -
आलेख
क्या है देश के अपमान की परिभाषा
निर्मल रानी कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी देश विदेश में कहीं भी बोलते हैं तो उनके एक एक शब्द पर सत्ताधारी दल के नेताओं के कान लगे होते हैं।…
Read More » -
राज्य
क्लब महिंद्रा ले विंटुना, सिक्किम में मन को सुकून देने वाला एक रिट्रीट कर रहा है आपका इंतज़ार
रविवार दिल्ली नेटवर्क मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों के बीच स्थित, क्लब महिंद्रा ले विंटुना एक शांतिपूर्ण जगह है जहाँ प्रकृति और आराम का सुंदर मेल देखने को मिलता है। यह रिसॉर्ट…
Read More » -
राज्य
हरियाणा के पत्रकारों की समस्याओं का कराया जाएगा समाधान : राज्यपाल
वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि मंडल ने हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात कर पत्रकारों के हित के लिए मांग-पत्र व सुझाव दिए रविवार दिल्ली नेटवर्क…
Read More » -
आलेख
ना भुतो,ना भविष्यति,इस्सयोग आध्यात्मिक क्राँन्ति
विनोद तकियावाला आध्यात्मिक क्रान्ति इस्सयोग के प्रण्येता ब्रह्मलीन महात्मा सुशील कुमार जी महानिर्वाण दिवस पर विशेष आलेख*- विनोद तकियावाला आदिकाल से ही हमारे यहाँ गुरु शिष्य की परम्परा है।इसी श्रंखला…
Read More » -
आलेख
बदलती जीवन शैली से संकटमय पशु आबादी
विजय गर्ग अपने ही इस अखबार में एक बड़ी रपट छपी थी। जिसमें बताया गया था कि पंजाब में पशुओं की गणना से पता चला कि उनकी संख्या, पिछली गणना…
Read More »