- रबाडा, बर्गर, येनसन व एंगिडी की रफ्तार के सामने भारत के शीर्ष क्रम का इम्तिहान
- नौजवान यशस्वी व शुभमन गिल को जोश के साथ होश की दरकार
- विराट व केएल राहुल के साथ कप्तान रोहित को भी बड़ी पारी खेलनी होगी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के कसिगो रबाडा, बाएं हाथ के लंबे कद के मार्को येनसन और नैंड्रे बर्गर की त्रिमूर्ति की रफ्तार और धार के आगे सेंचुरियन मेेंं पस्त हो पहला क्रिकेट टेस्ट पारी से हारने के बाद भारत अब 2024 में नए साल में मेजबान टीम से कैपटाउन में बुधवार से शुरू हो रहा सीरीज का दूसरा व आखिरी क्रिकेट टेस्ट जीत सीरीज एक-एक से ड्रॉ कराने के मकसद से उतरेगा। केएल राहुल के पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में विराट कोहली की 76 रन को छोड़ कर अनुुभवी कप्तान रोहित शर्मा के साथ यशस्वी जायसवाल शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर जैसे अपने बल्लेबाजों के बिना संघर्ष दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने घुटने टेक पहला टेस्ट हारने से भारत का मेजबान टीम को उसके घर में हरा टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भले ही एक बार फिर टूट गया हो लेकिन कैपटाउन में सीरीज का दूसरे व आखिरी टेस्ट जीत वह सीरीज ड्रॉ कराने में जरूर कामयाब हो सकता है। जेराल्ड कोइत्जी के चोट के फिर उबरने के कारण बाहर होने अब लुंगी एंगिडी के फिट होने से कैपटाउन की न्यूलैंडस की तेज गेंदबाजोंकी मुफीद पिच पर दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजों की चौकड़ी की रफ्तार और उछाल के सामने भारत के शीर्ष क्रम का बड़ा इम्तिहान होना। भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को खासतौर पर खुद कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल को खुद जिगरा दिखा कर खेलने के साथ अपने नौजवान बल्लेबाजों को भी बड़ा जिगरा दिखाने के लिए प्रेरित करना होगा। भारत को कैपटाउन में जीतना है तो फिर केएल राहुल, विराट कोहली के साथ खुद कप्तान रोहित को बड़ी पारी खेलनी होगी।
लगातार दस मैच जीत कर आईसीसी वन डे विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस की कप्तानी छिनने के बाद से पहले टेस्ट में भारत के कप्तान और सलामी बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा एकदम खोए खोए से नजर आए और दोनों पारियों में वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के सबसे कामयाब गेंदबाज रबाडा का शिकार बने। वहीं विराट कोहली ने पहले टेस्ट में पहली पारी में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहने के बाद दूसरी पारी में अच्छी पारी खेलने के बाद जिस तरह सोमवार को खासतौर पर ं दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बर्गर की धार और रफ्तार से बेहतर ढंग से निपटने के लिए जिस तरह नेटस पर पसीना बहाया उससे साफ है कि वह दूसरे और अंतिम टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के रफ्तार के सौदागरों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए तकनीकी और जेहनी तौर पर तैयार हैं। वहीं नेट प्रैक्टिस में भी श्रेयस अय्यर जिस तरह शॉर्ट पिच गेंदबाजी के खिलाफ परेशान दिखे उससे उनकी यह दिक्कत दूसरे टेस्ट में भी बने रहने की आशंका दिखाई देती है। भारत के लिए एक अच्छी खबर है पीठ की दिक्कत के चलते पहले टेस्ट से बाहर रहे थ्री इन वन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा फिट हैं और उनके दूसरे टेस्ट में खेलने की पूरी उम्मीद है। रोहित उम्मीद करेंगे कि टॉस में किस्मत उनका साथ देगी और अपनी रणनीति के मुताबिक दूसरे और अहम टेस्ट में भारत को जिताने में कामयाब रहेंगे।
भारत को मेजबान दक्षिण अफ्रीका से दूसरा टेस्ट जीतना है तो उसे बेहतर एकादश चुनने के साथ बतौर टीम बेहतर बल्लेबाजी तो करनी ही होगी खासतौर पर प्रसिद्ध कृष्ण को बाहर रख कर मुकेश कुमार और आवेश खान में से किसी एक को ही एकादश में शामिल करना होगा। नेटस पर कंधे में चोट के कारण शार्दूल ठाकुर ने गेंदबाजी नहीं केवल बल्लेबाजी की। यदि शार्दूल फिट नहीं हुए तो फिर भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज के साथ तीसरे गेंदबाज के रूप में मुकेश अथवा आवेश में से किसी को चुनने के साथ बल्लेबाजी में जरूरी संतुलन देने के लिए दो स्पिन ऑलराउंडरों- रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन – के साथ उतरना बेहतर होगा। ऐसे में बुमराह और सिराज के बाद के स्पैल में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में खासतौर पर जडेजा अपनी सटीक गेंदबाजी के कारण बहुत कारगर साबित हो सकते हैं। दरअसल भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने जो दबाव बनाया वह दूसरे छोर से शार्दूल और प्रसिद्ध की ढीली गेंदबाजी की पहले टेस्ट की पहली पारी में बड़ा शतक जडऩे वाले डीन एल्गर और डेविड बेडिंघम ने जमकर धुनाई कर खत्म कर दिया। बेशक भारत के तेज गेंदबाज बुमराह और सिराज को अपने अनुभवी साथी गेंदबाज मोहम्मद शमी का चोट के कारण इस दो टेस्ट की सीरीज से बाहर होना बुरी तरह अखरा। खासतौर पर ज्यादा सधी गेंदबाजी के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले मुकेश कुमार को बाहर रख कर प्रसिद्ध कृष्णा को पहले टेस्ट के लिए एकादश में शामिल करना बुरी तरह अखरा। रविचंद्रन अश्विन विकेट चटकाने की कोशिश करने की बजाय रनोंं पर लगाम लगाने की कोशिश में ज्यादा दिखे।
भारत के नौजवान बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों खासतौर पर रबाडा और बर्गर की रफ्तार और धार के सामने बहुत परेशान तो नहीं बल्कि हड़बड़ी में गड़बड़ी करते दिखे। अब एंगिडी के भी फिट हो दक्षिण अफ्रीका को उपलब्ध होने से ऐसे में खासतौर पर शुभमन और यशस्वीं को समझना होगा कि टेस्ट क्रिकेट में कामयाब होने के लिए जोश के साथ होश की दरकार होती है। वही तीसरे नौजवान श्रेयस अय्यर जिस तरह दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज रबाडा, येनसन और बर्गर की उछाल के सामने बगले झांकते नजर आए बावजूद इसके भारत उन्हें शायद ही एकादश से बाहर रखे क्योंकि अभिमन्यु ईश्वरन के रूप में वह किसी नए खिलाड़ी को अहम दूसरे टेस्ट में आजमाने से बचना चाहेगा।
दूसरे टेस्ट के शुरू होने का समय: दोपहर दो बजे से