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विजय गर्ग
दुनिया में पिछले कुछ वर्षों से शोधकर्ता कोशिका के स्तर पर मानव जीवन काल बढ़ाने के रहस्यों को जानने का प्रयास कर रहे हैं। उनका मुख्य फोकस टेलोमियर पर है, क्योंकि उसके छोटा होने पर बुढ़ापा आता है। आखिर टेलोमियर क्या होते हैं?
टेलीमियर दरअसल कोशिका के नाभिक में स्थित गुणसूत्रों (क्रोमोसोम) के सिरों पर एक सुरक्षात्मक संरचना है, जो जूते के फीते की नोक की तरह काम करती है। टेलोमियर कोशिकाओं के डीएनए को सुरक्षित रखने और कोशिकाओं की वृद्धि और विभाजन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। समय के साथ टेलोमियर छोटे होते जाते हैं। इसकी वजह से कोशिकाएं स्वस्थ विकास के लिए विभाजित होने की अपनी क्षमता खो देती हैं और कुछ अंततः मरने लगती हैं।
मनुष्यों में कोशिका के स्तर पर टेलोमियर का अध्ययन हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। अब वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के विज्ञानियों ने बुढ़ापा – रोधी शोध को आगे बढ़ाने के लिए मानव जैसे छोटे टेलोमियर वाले चूहे विकसित किए हैं। मानव जैसे छोटे टेलोमियर मानव शरीर और अंगों में आयु वृद्धि के अध्ययन को आसान बनाते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार यह वास्तव मानवकृत ‘टेलोमियर वाला पहला माउस माडल है, क्योंकि इस माडल में टेलोमियर वयस्क ऊतकों में व्यक्त नहीं होता है। अब उनका लक्ष्य यह देखना है कि चूहों में उम्र कैसे बढ़ती है। उनके अध्ययन का एक दूसरा लक्ष्य उम्र से संबंधित बीमारियों से मुक्त जीवन की अवधि को बढ़ाने के लिए रणनीतियों की खोज करना भी है।
इस कार्य के भविष्य की दवाओं और उपचारों के विकास के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ हैं। दीर्घावधि में यह बुढ़ापा रोधी रणनीतियों का मार्ग प्रशस्त कर सकता है, जिनका उद्देश्य टेलीमियर की रक्षा करने के लिए कोशिकाओं को सक्रिय करना और जीवन काल को बढ़ाना है। कई बीमारियां कोशिका के स्तर पर उत्पन्न होती हैं, इसलिए दवाओं को लक्षित करना एक सामान्य रणनीति है। शोधकर्ता यह अध्ययन भी कर रहे हैं कि नींद मानव स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है। संशोधित चूहों का उपयोग यह देखने के लिए किया जाएगा कि नींद की कमी और जीवन के अन्य तनावों का टेलोमियर विनियमन और उम्र वृद्धि पर क्या प्रभाव पड़ता है। टेलीमियर उम्र वृद्धि को कैसे नियंत्रित करते हैं, पहले इसका अध्ययन दूध में अलग-अलग मानव कोशिकाओं का उपयोग करके किया जाता था। नए माउस माडल की खासियत यह है कि इससे पूरे जीव में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का निरीक्षण किया जा सकता है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि आयु वृद्धि, मानव दीर्घायु और कैंसर पर अध्ययन को आगे बढ़ाने के लिए संशोधित चूहों को अन्य शोध टीमों के साथ साझा किया जाएगा। नया माउस माडल दुनिया भर के विज्ञानियों को इन प्रक्रियाओं का पता लगाने के लिए एक मूल्यवान उपकरण प्रदान कर सकता है।
विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल शैक्षिक स्तंभकार