- हेटमायर ने अकेले जड़ा अर्धशतक, वेस्ट इंडीज के बाकी बल्लेबाज नाकाम
- भारत ने सीरीज 4-1 जीती, टी-20 विश्व कप से पहले सभी प्रयोग सफल
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : मैन ऑफ द मैच लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल की अगुआई में स्पिनरों ने स्पिन का जाल बुन कर वेस्ट इंडीज के सभी दस विकेट आपस में बांट भारत को लाउडरहिल(अमेरिका) मे पांचवां और आखिर टी-20 क्रिकेट मैच में 88 रन से जिताने के साथ सीरीज 4-1 से जिता दी। भारत ने आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के मद्देनजर खासतौर पर अपनी सलामी जोड़ी और दूसरी पंक्ति के स्पिन और तेज गेंदबाजों को लेकर जो भी प्रयोग किए वे कारगर रहे। भारत के बाएं हाथ के नवोदित तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह सात विकेट लेकर मैन ऑफ दÓ सीरीज रहे। वेस्ट इंडीज की बल्लेबाजी और गेंदबाजी भारत के खिलाफ क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में बेदम और दिशाहीन नजर आई। भारत ने लाउडरहिल में वेस्ट इंडीज से चौथा टी-20 मैच जीतने के साथ 3-1 की निर्णायक बढ़त ले थी और पांचवें व अंतिम मैच में मात्र औपचारिकता ही बाकी थी। ऐसे में भारत इस अंतिम मैच लिए अपनी एकादश में चार बदलाव किए। भारत ने नियमित कप्तान रोहित शर्मा व सूर्य कुमार यादव की ‘नई सलामीÓ जोड़ी और विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के साथ स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार को आराम दिया। भारत की कप्तानी की बागडोर हार्दिक पांडया ने संभाली।
इशान किशन और श्रेयस अय्यर की नई सलामी जोड़ी ने आक्रमण ही सर्वश्रेष्ठï रक्षण के भारतीय टीम दर्शन के मुताबिक तेजं आगाज कर 4. 3 ओवर में तेजी से 38 रन जोड़े। लाउडहिल की पिच पर यह दो दिन में लगातार दूसारा मैच था औरपिच स्ट्रोक खेलने के लिए आसान नहीं थी। भारत के सलामी बल्लेबाज किशन (11) ने ड्रेक्स की गेंद को उड़ाने के फेर में वेस्ट इडीज के कप्तान निकोलस पूरन को कैच थमा। श्रेयस(64 रन, 40 गेंद, दो छक्के, आठ चौके) और दीपक हुड्डïा (38 रन, 25 गेंद, दो छक्के, तीन चौके) की 7.2 ओवर में दूसरी विकेट की 76 रन की भागीदारी की। इसके बाद ये दोनों आठ रन के भीतर आउट हो गए। हुड्डïा को लेग स्पिनर हेडन वॉल्श ने ब्रुक्स के हाथों लपकवाया जबकि श्रेयस को खुद जेसन होल्डर ने अपनी ही गेेंद कैच किया। कप्तान हार्दिक पांडया (28 रन, दो चौके और दो छक्के) की छोटी आतिशी खेल के अंतिम ओवर में रनआउट होने के बावजूद भारत ने 20 ओवर में 188 रन का बड़ा स्कोर बनाया। वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाज ओडन स्मिथ (3/33) ने संजू सैमसन( 15रन , 11 गेंद, 2 चौके), दिनेश कार्तिक( 12रन, 9 गेंद, 2 चौके) और अक्षर पटेल (9) को सस्ते में आउट भारत को 200 अथवा उससे पार होने से रोक दिया।
लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल(3/15), अनुभवी लेग स्पिनर कुलदीप यादव (3/12) और रवि बिश्नोई(4/16) की स्पिन त्रिमूर्ति ने वेस्ट इंडीज को 15.4 ओवर में मात्र 100 रन पर ढेर कर भारत को आसान जीत दिलाई। शेमरॉन हेटमायर (54 रन, 35 गेंद, चार छक्के, पांच चौके) की तूफानी पारी और अकेले संघर्ष किया। अक्षर पटेल ने वेस्ट इंडीज के नए ओपनर जेसन होल्डर(0) व शामराह ब्रुक्स(13) के साथ डेवन थॉमस(10) के रूप में वेस्ट इंडीज के शुरू के तीन बल्लेबाजों को शुरू के पांच ओवर में 33 रन पर आउट कर उसकी पारी को ऐसा बिखेरा की वह संभल ही नहीं पाई। लेफ्ट आर्म लेग स्पिनर कुलदीप यादव ने अपने पहले ओवर में कप्तान निकोलस पूरन(3) को एलबीडब्ल्यू आउट किया और वेस्ट इंडीज ने पांच विकेट 50 रन पर खो दिए। इसके बाद रवि बिश्नोई ने अपने पहले ओवर में लगातार दो गेंद पर रॉमैन पॉवेल(9) और कीमो पॉल(0) को तथा कुलदीप यादव ने अपने तीसरे ओवर में डॉमिनिक ड्रेक्स (1) और ओडन स्मिथ को आउट कर वेस्ट इंडीज का स्कोर पारी के 13 वें ओवर में आठ विकेट पर 89 कर दिया। लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने अकेले संघर्ष कर रहे शेमरॉन हेटमायर को अपने तीसरे ओवर की पहली गेंद पर आउट करने के बाद चौथी गेंद पर ओबेद मेकॉय को हुड्डïा के हाथों कैच करा अपना चौथा विकेट चटका वेस्ट इंडीज को 15.4 ओवर में ढेर कर भारत को बेहद आसान जीत दिला दी।
मैन ऑफ द, मैच व मैन आफ द सीरीज की बात
‘अहम था अपनी ताकत पर भरोसा करना’
‘ मैच जानता था कि पिच धीमी है और इसीलिए मेरी योजना अपनी गति में बदलाव की थी। मैंने बराबर गेंद सीधे विकेटों पर की, अहम था अपनी ताकत पर भरोसा करना क्योंकि टी 20 क्रिकेट में बल्लेबाजी आपकी धुनाई करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में आपका ध्यान सही अपनी ताकत पर और गति में बराबर बदलाव कर सही जगह गेंदबाजी करने पर रहता है। मुझे लाउडरहिल की पिच इससे पहले वेस्ट इंडीज में उसके घर में खेले वन डे और अंतिम दो टी-20 मैचों की सी दिखी और इससे मुझे गेंदबाजी में मदद मिली। मैं एक अलॉलराउंडर हूं और इसीलिए मेरे लिए चाहे मैं बल्लेबाजी करूं या गेंदबाजी करूं। जिस दिन मैं बल्लेबाजी अच्छी करता हूं उसमें मैं बल्लेबाजी ऑलराउंडर होता हूं। जिस दिन मेरी गेंदबाजी बढिय़ा रहे उसने गेंदबाजी ऑलराउंडर।
‘गेंदबाजी करते वक्त बाकी चीजों की बाबत बहुत नहीं सोचता’
‘मैं आभारी हूं कि मुझे भारत की नुमाइंदगी का मौका मिला। मैं वाकई बहुत बढिय़ा महसूस कर रहा हूं। मैंने चीजों को एक दम सहज रखा। हमारे चीफ कोच राहुल द्रविड़ सर बराबर यही कहते हैं कि हमारी टीम ऐसी है जो कि प्रक्रिया पर यकीन करती है। मैं भी अपनी प्रक्रिया पर काबिज रहता हंू। मैं गेंदबाजी करते वक्त बाकी चीजों की बाबत बहुत नहीं सोचता। बात खुद को हालात के मुताबिक ढालने की ही होती है। हमें वह करता है जो पिच और टीम की जरूरत है। हम वही करते हैं जो कप्तान और हमारे कोच कहते हैं। मुझे स्पष्टï सोच का श्रेय भी कप्तान और कोच को ही है। मैं नहीं जानता मेरी ताकत क्या है लेकिन चीजों को एक दम सहज रखने और प्रक्रिया पर काबिज रहने से मुझे मदद मिली। हमारे कप्तान जिस नौजवानों के बराबर साथ खड़ा होकर उनकी हौसलाअफजाई करते हैं उससे ड्रेसिंग रूप में बहुत अच्छा महसूस होता हैं। मेरे मेंटर मेरे पिता है और मेरा मुकाबला उन्हें से है।
-अर्शदीप सिंह, मैन ऑफ द मैच सीरीज
‘बेशक मैं खुद को भारत के नियमित कप्तान के रूप में देखता हूं’
‘अपने देश की नुमाइंदगी का मौका मिलना बहुत खास है। कप्तानी के मौके को भुना भारत को जिताना मेरे लिए निजी तौर और बतौर कप्तान मेरे बहुत मायने रखता है। बेशक मैं खुद को भारत के नियमित कप्तान के रूप में देखता हूं। मुझे यदि भारत की नुमाइंदगी का मौका मिलेगा तो मुझे बहुत खुशी होगी। हमें अभी आगे हालंकि विश्व कप और एशिया कप में खेलना है और हमें अपना ध्यान इन पर और अपने कौशल पर लगाने की जरूरत है। हमारी टीम आज इसीलिए बढिय़ा प्रदर्शन कर रही है कि क्योंकि हमारे पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं हमे खेलने की आजादी है। यह नया भारत है और हम उसी के मिजाज के मुताबिक खेल रहे हैं। हमारे खिलाड़ी खुल कर खेल रहे हैं। खिलाड़ी मे रूप जब आपको खुल कर खेलने की आजादी मिलती है तो आप और भी खतरनाक हो जाते हैं। इसका पूरा श्रेय प्रबंधन को है और पूरे उस समूह को जिसने टीम में ऐसा माहौल बनाया। अब हमारी टीम के खिलाडिय़ों में चुने जाने या बाहर कर दिए जाने को लेकर चिंतित नहीं होते। जहां तक हमारे भारतीय स्पिनरों के वेस्ट इंडीज के अंतिम मैच में सभी दसों विकेट चटकाने की बात है मैंने लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल से नई गेंद से इसीलिए गेंदबाजी कराई क्योंकि मैं चाहता था कि वह आत्मविश्वास पाएं और गेंदों पर रन न दें। मैं जानता हूं कि अक्षरजब कसी हुई गेंदबाजी करते हैं तो वह विकेट चटकाने के मौके बनाते हैं। फिर कलाई के स्पिनरों के पास कुछ ‘अस्त्र’ होते जिससे वह बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं और मैंने बस उन्हें गेंद सौंप कर इसका पूरा लुत्फ उठाएं। हमारी टीम ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए पूरी तरह तैयार होने के एकदम करीब है। अब हमारी कोशिश बस यही है कि हम किस तरह और बेहतर हो सकते हैं। हम दबाव और माहौल के मुताबिक तैयार है लेकिन खेल में आपका सीखना कभी नहीं थमता।
-हार्दिक पांडया, भारत के कप्तान