टीएमयू के चांसलर से संवाद करके अभिभूत हुए एल्युमिनाई निखिल जैन

Alumnus Nikhil Jain was overwhelmed by interacting with the Chancellor of TMU

रविवार दिल्ली नेटवर्क

मुरादाबाद : तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के एल्युमिनाई एवम् वर्तमान में पब्लिसिस सैपिएंट, गुड़गांव के सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्री निखिल जैन ने स्टुडेंट्स के संग करियर पाथ विथ जावा एंड एआई एडाप्टिबिलिटी पर हुई एल्युमिनाई टाक में अपने अनुभव साझा किए। अंत में एल्युमिनाई श्री निखिल जैन ने कुलाधिपति श्री सुरेश जैन से आशीर्वाद भी प्राप्त किया। सार्थक संवाद के बाद एल्युमिनाई अभिभूत नज़र आए। बोले, मुझे तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का स्टुडेंट होने का फ़ख्ऱ है। श्री निखिल जैन कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग साइन्सेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉज़ी- सीसीएसआईटी से 2017 में एमसीए पास आउट हैं। इससे पूर्व उन्होंने सीसीएसआईटी के स्टुडेंट्स के संग सार्थक संवाद किया। टीएमयू के छात्र-छात्राओं ने प्रश्नोत्तरी सत्र के दौरान अपने सीनियर से तमाम सवाल भी किए। एल्युमिनाई श्री निखिल जैन ने बतौर मुख्य वक्ता, एआरसी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. निखिल रस्तोगी, सीसीएसआईटी के वाइस प्रिसिंपल प्रो. अशेंद्र कुमार सक्सेना, एचओडी डॉ. शंभू भारद्वाज, डॉ. प्रियांक सिंघल, श्री रूपल गुप्ता, श्री शिवांश शर्मा आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित और माल्यार्पण करके तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग साइन्सेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉज़ी-सीसीएसआईटी में एल्युमिनाई रिलेशन सेल- एआरसी की ओर से आयोजित एल्युमिनाई टाक का शुभारम्भ किया। सभी अतिथियों को बुके देकर स्वागत और स्मृति चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया गया।

एल्युमिनाई टाक में श्री निखिल जैन ने स्टुडेंट्स से कहा, उद्योग ऐसे मल्टी टास्कर्स चाहता है, जिन्हें कोड लिखने का उचित ज्ञान हो, क्योंकि एआई केवल समाधान प्रदान करेगा, जबकि समाधान का सत्यापन करना हमारी ज़िम्मेदारी है। कभी यह न सोचें कि अब सीखना खत्म हो जाएगा। करियर को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा कुछ नया सीखना होगा। तकनीकी क्षेत्र में आर्टिफ़िशियल जनरल इंटेलिजेंस- एजीआई के चैट बॉट में अब सुधार है। यह स्वचालित रूप से आपकी आवश्यकता को समझेगा और हमारी तरह ही प्रतिक्रिया करेगा। एल्युमिनाई श्री निखिल ने कहा, एआई हमें आशावादी समाधान, बेहतर आउटपुट, और हमारे स्किल सेट का पता लगाना सिखाता है। बतौर इंजीनियर यह आपका सहकर्मी होता है, जो आपके इनपुट को समझकर आपकी मदद करता है। श्री जैन ने कहा, अगर जावा में अपना करियर बनाना है, तो एआई चैट की मदद से नए विकास क्षेत्रों को जानना होगा। आजकल एआई में जावा स्प्रिंग बूट फ्रेमवर्क में माइक्रोसर्विस डिज़ाइन करने की क्षमता है। आज हमारे पास जावा के साथ एक सुनहरा भविष्य है। कार्यक्रम में श्री नवनीत विश्नोई, श्री विनीत सक्सैना, श्री अमित सिंह, मिस हिना हाशमी, डॉ. संदीप वर्मा, श्री हरजिंदर सिंह, श्री मनोज गुप्ता, श्री अंकुर अग्रवाल के साथ-साथ सीसीएसआईटी के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन बीटेक-एआई थर्ड ईयर की स्टुडेंट मिस्बा तैयब ने किया।