पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत लाभ लेने को उत्साहित हैं यूपी के कारीगर

Artisans of UP are excited to take benefits under PM Vishwakarma Scheme

  • योजना के तहत 23 लाख से ज्यादा लोगों ने टेलर ट्रेड में नामांकन के लिए किया आवेदन
  • राजमिस्त्री, लोहार, नाई, बढ़ई समेत अन्य श्रेणियों में भी प्राप्त हुए लाखों आवेदन
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में सफलतापूर्वक संचालित हो रह योजना

रविवार दिल्ली नेटवर्क

लखनऊ : योगी सरकार प्रदेश में तमाम योजनाओं के माध्यम से गरीबों और वंचितों के जीवन स्तर को ऊपर लाने के लिए काम कर रही है। इसी क्रम में केंद्र सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना को भी प्रदेश में पूरी गंभीरता के साथ संचालित किया जा रहा है। परिणामस्वरूप मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश दूसरा ऐसा राज्य है, जहां सर्वाधिक लोगों ने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है। उत्तर प्रदेश में 28 लाख से ज्यादा लोगों ने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन किया है, जिसमें सर्वाधिक 23 लाख से ज्यादा आवेदन टेलर (दर्जी) ट्रेड में आए हैं। योगी सरकार सभी ट्रेड में आए आवेदनों का त्रिस्तरीय सत्यापन करके इनका नामांकन सुनिश्चित करेगी। इसके बाद इन्हें आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण और लोन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

अब तक विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से उत्तर प्रदेश में कुल 28,42,247 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें सर्वाधिक 23,53,792 आवेदन दर्जी ट्रेड में हुए हैं, जबकि इसके बाद राजमिस्त्री (133347), बढ़ई (99027), लोहार (41773), नाई (40848), हैमर एवं टूल किट मेकर (25590), धोबी (24294), कुम्हार (23059), मालाकार (22619), परंपरागत खिलौना बनाने वाले (19130), चटाई और बास्केट बनाने वाले (16067) और सुनार (12733) का नंबर आता है। इसके साथ ही मूर्तिकार (9517), मछली जाला बनने वाले (8563), चमड़े का काम करने वाले (7689), ताला बनाने वाले (3594), आर्मरर (3387) और बोट बनाने वाले (2777) ट्रेड में भी आवेदन प्राप्त हुए हैं।

मालूम हो कि पीएम विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन के सापेक्ष त्रिस्तरीय सत्यापन का कार्य जारी है। सत्यापन के साथ ही इन सभी कारीगरों के नामांकन की प्रक्रिया संचालित हो रही है। योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड के साथ स्किल अपग्रेडेशन, टूलकिट इंसेंटिव, क्रेडिट सपोर्ट समेत डिजिटल ट्रांजेक्शन पर इंसेंटिव और मार्केटिंग सपोर्ट जैसे लाभ मिलेंगे।