
- रोहित की पुरुष टीम से प्रेरणा ले सकती है हरमनप्रीत कौर की महिला टीम
- ऑस्ट्रेलिया से पार पाना है तो हीली और मूनी को सस्ते में आउट करना होगा
- भारत की स्मृति, शैफाली, जेमिमा व ऋचा को जोश के साथ होश दिखाना होगा
- भारत की रेणुका, दीप्ति और शिखा को गेंदबाजी इकाई के रूप में दिखानी होगी धार
- आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर की अगुआई में पिछले उपविजेता भारत के सामने मौजूदा और पांच बार की चैंपियन मेघ लेनिंग की कप्तानी में उतरने वाली ऑस्ट्रेलिया पर कैपटाउन में बृहस्पतिवार को आठवें आईसीसी महिला टी-20 क्रिकेट विश्व कप में जीत दर्ज कर लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने की मुश्किल चुनौती है। बेशक ऑस्ट्रेलिया में दम है और सेमीफाइनल में पलड़ा भारी है लेकिन भारत की महिला टीम भी कम नहीं है। बृहस्पतिवार को पांचवीं बार सेमीफाइनल में खेलने उतरने वाली भारतीय टीम पिछले संस्करण में सेमीफाइनल के बारिश के चलते रद्द किए जाने के चलते अपने ग्रुप ए में शीर्ष पर रहने के चलते फाइनल में पहुंची थी। इसे छोड़ भारतीय महिला टीम अब क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट के विश्व कप के बाकी तीन सेमीफाइनल हारी है। भारत सेमीफाइनल में दो बार न्यूजीलेंड से और एक बार ऑस्ट्रेलिया से हारा जबकि पिछला बारिश के कारण धुल गया था। अपना लगातार आठवां बतौर कप्तान तीसरा टी-20 विश्व कप खेल रही हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय महिला टीम रोहित शर्मा की कप्तानी में खासतौर पर स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल कर त्रिमूर्ति के गेंद और बल्ले से दमदार प्रदर्शन की बदौलत घर में मेहमान ऑस्ट्रेलिया को चार टेस्ट की बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी के शुरू के दो टेस्ट में पस्त कर 2-0 की बढ़त लेने वाले वाली भारतीय पुरुष टीम से प्रेरणा ले सकती है।
भारत की महिला टीम ऑस्ट्रेलिया से पिछले पांच में मात्र एक मैच स्कोर बराबर रहने के बाद इलिमिनेटर में ही जीत पाई थी। उस मैच में भारत के लिए मौजूदा विश्व कप में रन बनाने में पहले नंबर पर चल रही स्मृति मंधाना, उनकी सलामी जोड़ीदार शैफाली वर्मा और दूसरे नंबर पर चल रही ऋचा घोष ने बढिय़ा पारियां खेली थीं। भारत को सेमीफाइनल में इन तीनों के साथ शीर्ष क्रम में कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिग्ज से बढिय़ा पारियों की आस रहेगी। भारत के लिए टी-20 विश्व कप के इतिहास में अकेला शतक कप्तान हरमनप्रीत कौर 2018 में छठे संस्करण में न्यूजीलैंड ने खिलाफ पहले मैच में प्रोविडेंस(वेस्ट इंडीज) में जड़ा था। भारत सेमीफाइनल में अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बृहस्पतिवार को ऐसी ही अनुकरणीय पारी की आस करेगा।
भारत को ऑस्ट्रेलिया से पार पाना है कि उसकी मौजूदा संस्करण की दो सबसे कामयाब गेंदबाज- तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर (7 विकेट) औैर ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा(5विकेट) के साथ सबसे अनुभवी शिखा पांडे (1), पूजा वस्त्रकार(2 विकेट ) को गेंदबाजी इकाई के रूप में धार दिखा कर ऑस्ट्रेलिया के लिए मौजूदा संस्करण में दो अद्र्धशतक सहित रन बनाने में सबसे आगे चल रही विकेटकीपर बल्लेबाज एलिसा हीली(कुल 146रन) और एक एक अद्र्बशतक जड़ चुकी टाहिला मैक्ग्रा (कुल 65 रन), बेथ मूनी (कुल 78) और कप्तान मेघ लेनिंग (कुल 90 रन) को सस्ते में आउट करना होगा। 32 वर्षीया एलिसा हीली को बुधवार को यूपी वारियर्स ने भारत में खेली जाने वाली पहली महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के लिए अपना कप्तान नियुक्त किया हष।
भारत के लिए सबसे निराशाजनक प्रदर्शन उसकी बाएं हाथ की अनुभवी स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ ने किया और यहा ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर स्नेह राणा को बाहर रखना जरूर भारतीय टीम प्रबंधन को अखर रहा होगा क्योंकि वह गेंद के साथ नाजुक वक्त पर वह उपयोगी रन बनाने में सक्षम हैं।
भारत ने पिछले संस्करण में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप मैच में 17 रन में हरा आगाज करने के बाद शीर्ष पर रहने के बदकिस्मती से समापन उससे फाइनल में 85 रन से हार कर किया था। ऑलराउंडर एशले गार्डनर, एलिस पैरी और ताहिला मैक्ग्रा ने बल्ले और गेंद से तथा मौजूदा संस्करण में रन बनाने में इंग्लैंड की नेट शिवर (176 रन) और भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (149 रन) के बाद तीसरे स्थान पर चल रही एलिसा हीली(146 रन) ने हरफनमौला प्रदर्शन कर ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप एक में चारों मैच जीत शीर्ष पर रह सेमीफाइनल में स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। भारत को ऑस्ट्रेलिया के लगातार तीसरी और कुल छठी बार खिताब जीतने के सपने तोडऩा है कि उसकी कप्तान हरमनप्रीत कौर(4 मैच, कुल 66 रन) , दीप्ति शर्मा (5 विकेट, 17 रन), शिखा पांडे (एक विकेट) और पूजा वस्त्रकार(एक विकेट) को गेंद और बल्ले से अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम की ऑलराउंडरों की तरह बढिय़ा खेल दिखाना होगा। ऑस्ट्रेलिया के लिए एशली गार्डनर (7 विकेट, 50 रन) और एलिस पैरी (3 विकेट, 51 रन) ने गेंद और बल्ले से बढिय़ा प्रदर्शन किया है जबकि तेज गेंदबाज मेघन शट (8 विकेट) जिस तरह गेंद से कमाल दिखाया उनसे भारत को चौकस रहना होगा।
उंगली की चोट से उबर दूसरे मैच से भारत की एकादश में वापसी करने वाली स्मृति मंधाना ने भारत के लिए दो और जेमिमा राड्रिग्ज (कुल 86 रन) ने एक अद्र्बशतक जड़ा। वहीं कोई अद्र्धशतक न जडऩे के बावजूद ऑयरलैंड के खिलाफ पिछले मैच को छोड़ कर चार मैचों में ऋचा घोष (कुल 122 रन) और सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा ( 93 रन) अच्छे आगाज के बाद बेवजह आक्रामक स्ट्रोक खेलने के फेर में विकेट गवांए हैं। भारत के लिए खासतौर पर शैफाली और स्मृति की जोड़ी यदि जोश के साथ होश भी दिखाने में कामयाब रही तो भारत पॉवरप्ले ही नहीं बीच के ओवरों में बड़ा स्कोर खड़ा कर सकता है। भारत की बल्लेबाजों को अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर की बात पर गौर कर यह कोशिश करनी होगी कि वे कम से कम डॉट बॉल खेले यानी कोशिश करें कि एक भी गेंद बेकार न जाए हर गेंद पर रन बने।
बृहस्पतिवार: सेमीफाइनल (कैपटाउन) शाम साढ़े छह बजे से