रविवार दिल्ली नेटवर्क
केंद्र सरकार ने 156 दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें बाल विकास, त्वचा की देखभाल और पेरासिटामोल सहित दर्द निवारक दवाएं शामिल हैं। इसमें कई सामान्य घरेलू दवाएं शामिल हैं।
नई दिल्ली: कोरोना काल के बाद आम जनता सेहत को लेकर जागरूक हो गई है। इसी वजह से हर किसी को हर बीमारी या दर्द की दवा रखने की आदत होती है। ऐसे में अब केंद्र सरकार ने कुछ दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनमें आम आदमी के घर में मिलने वाली दवाएं भी शामिल हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने एक सूची की घोषणा की है जिसमें बाल विकास, त्वचा की देखभाल और दर्द निवारक दवाओं के साथ-साथ मल्टीविटामिन और कुछ अन्य दवाएं शामिल हैं।
केंद्र सरकार ने फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन यानी एफडीसी वाली दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन दवाओं को कॉकटेल ड्रग्स भी कहा जाता है, क्योंकि दो या दो से अधिक दवाओं को एक गोली में मिलाया जाता है। केंद्र सरकार की ओर से जारी घोषणा में कहा गया है कि ऐसी दवाएं मानव शरीर के लिए खतरनाक हो सकती हैं। सिप्ला, टोरेंट, सन फार्मा, आईपीसीए लैब्स और ल्यूपिन जैसी फार्मास्युटिकल कंपनियां प्रभावित होंगी। बुखार, सर्दी, एलर्जी, बदन दर्द, सिरदर्द जैसी छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज करने वाली 156 एफडीसी दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।