शतक अहम नहीं, मैं इसी लय ताल से बल्लेबाजी जारी रखना चाहता हूं

Century is not important, I want to continue batting at this rhythm

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : मैन ऑफ द मैच कप्तान रोहित शर्मा 92 रन की तूफानी पारी खेल भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप के ग्रुप 1 में सोमवार रात सुपर 8 के अपने तीसरे और आखिरी मैच में ग्रास आइसलेट, सेंट लूशिया में 24 रन से जीत दिला अजेय रह शीर्ष पर रहकर सेमीफाइनल में पहुंचाने पर बेहद प्रसन्न नजर आए। भारत अब सेमीफाइनल में मौजूदा और दो बार की चैंपियन रही इंग्लैंड से बृहस्पतिवार को भिड़ेगा। भारत 2022 में एडिलेड में टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से दस विकेट से हार गया था।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया पर अपनी टीम की जीत के बाद कहा, ‘हमारी ऑस्ट्रेलिया पर यह जीत खासी संतोषजनक है और वह भी तब जब आप इस बेखौफ अंदाज में खेलते हैं। हम अपनी प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया की चुनौती से वाकिफ थे लेकिन हम जो कुछ करना चाहते थे हमने वैसा करना जारी रखा। हमारा 200 रन से ज्यादा का स्कोर वाकई बढ़िया था। जब आप सेंट लूशिया जैसे मैदान पर खेलते हैं तो इसमें मैदान पर बहती की भूमिका खासी अहम रहती है। ऐसे में इस तेज बहती हवा में कुछ भी मुमकिन था लेकिन मैंने मानना है कि हमने स्थितियों का पूरा लाभ उठाया। इस दौरान अपने ओवर निकालने के साथ विकेट भी चटकाते देखना खुशगवार रहा। हमारा मानना है कि हमारे बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव ऐसे गेंदबाज हैं जो अपनी ताकत जानते हैं लेकिन आपको उनका तब ही इस्तेमाल करना है जब उनकी जरूरत हो। न्यूयॉर्क की पिच सीमर्स की मददगार थी और हम इसीलिए यह जानते थे कि कुलदीप यादव की वेस्ट इंडीज में पहुंचने पर भूमिका अहम होगी। हम नॉकआउट में भी कुछ अलग नहीं करना चाहेंगे। हम इसी तरह खेलना जारी रखना चाहेंगे। हमें यह समझने की जरूरत है किसी खिलाड़ी विशेष खुल कर खेलने के लिए स्थिति विशेष में क्या करना है। हमने अब तक निरंतर यही किया है और हम सेमीफाइनल में भी हमें ऐसा ही करने की कोशिश करने की जरूरत है। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में खेलना अच्छा होगा। हमारे लिए बदलता कुछ भी नहीं है और हम ध्यान इस लगाना चाहते हंै कि हम एक टीम के रूप में क्या कर सकते हैं और खेल को आगे कैसे ले जा सकते हैं।’

रोहित ने कहा, ‘मैंने सोमवार रात बल्लेबाजी के लिए उतरने पर पहले ही ओवर से सोचा कि मैदान पर तेज हवा बह रही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने हमारे खिलाड़ी अपनी योजना बदल कर हवा के रुख के उलट गेंदबाजी करनी शुरू कर दी। ऐसे में मैंने महसूस किया कि मुैझे ऑफ साइड पर खुलकर खेलना होगा। आपको बहती हवा के रुख को जेहन में रखकर समझना होगा कि गेंदबाज भी चतुर मैदान में हर छोर को खोल देते हैं। जब आप खुले दिमाग से खेलते हैं और केवल एक शॉट खेलने की बाबत नहीं सोचते हैं तो फिर आप मैदान में चारों ओर कहीं भी स्ट्रोक खेल सकते हैं। पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी और ऐेसे में आपको बतौर बल्लेबाज आपको खुद पर भरोसा कर खुल कर शॉट खेलने की जरूरत थी। मैं कुछ बरस से ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं और खुशी है कि मैं सोमवार रात ऐसा करने में सफल रहा। शतक और अर्द्धशतक अहम नहीं है और मैं इसी लय ताल के साथ बल्लेबाजी जारी रखना चाहता हूं। आप बेशक बड़ा स्कोर बनाना चाहते हैं लेकिन साथ ही आप गेंदबाजों को यह सोचने पर मजबूर करना चाहते हैं आप अगला शॉट कहां खेलने वाले हैं और सोमवार को मैं ऐसा करने में सफल रहा।’

‘ईमानदारी से कहूंगा कि भारत हमसे बेहतर टीम थी’
‘भारत के खिलाफ मैच में कुल40 ओवर में दोनों टीमें फर्क बेहद करीबी रहा। फिर भी मैं ईमानदारी से कहूंगा कि भारत हमसे बेहतर टीम थी। हमने बीते करीब डेढ़ दशक में देखा है कि रोहित सोमवार को जिस तरह के मूड में थे वह क्या कर सकते हैं और उनका आगाज वाकई तूफानी रहा। भारतीय टीम हमसे बहुत बेहतर खेली।

-मिचेल मार्श, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान