रविवार दिल्ली नेटवर्क
नयी दिल्ली : दिल्ली के सभी छोटे बड़े अस्पताल आजकल खून की किल्लत से जूझ रहे हैं। खून की कमी को पूरा करने के लिए रोहिणी सेक्टर 22 स्थित महाराजा अग्रसेन प्रबंधन संस्थान के बच्चे आगे आए हैं। कॉलेज में रक्तदान शिविर लगाकर 60 बोतल खून की दान दी गईं। संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डॉ नंद किशोर गर्ग ने कहा कि रक्तदान महादान है और एक बोतल खून से चार मरीजों की जान बचाई जा सकती है। डॉक्टर गर्ग ने बताया कि उनकी संस्था महाराजा अग्रसेन जी के बताए सिद्धांतों पर चलते हुए समाज सेवा के कार्यों में हर समय संलग्न रहती है। शिविर के संयोजक मोहन गर्ग और अतुल सिंघल ने बताया कि कॉलेज में हर साल नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती 23 जनवरी को रक्तदान शिविर लगाकर संकड़ों यूनिट खून विभिन्न अस्पतालों और ब्लड बैंकों को उपलब्ध करवाया जाता है। लेकिन इस बार राम मनोहर लोहिया अस्पताल की तरफ से कॉलेज को खून उपलब्ध करवाने का अनुरोध पत्र प्राप्त हुआ था। जिसको देखते हुए एनसीसी और एनएसएस के बच्चे बहुत ही संक्षिप्त सूचना पर आगे आए और बढ़ चढ़कर रक्तदान किया। वही राम मनोहर लोहिया अस्पताल के ब्लड बैंक के प्रमुख डॉ डीएस चौहान के अनुसार सर्दियों के मौसम में रक्तदान शिविर लगने कम हो जाते हैं। जबकि डेंगू जैसी बीमारी फैली हुई हैं। ऐसे में ब्लड बैंक में खून की बेहद कमी है। डॉक्टर चौहान ने छोटे से अनुरोध पर रक्तदान शिविर लगाने के लिए महाराजा अग्रसेन प्रबंधन संस्थान का धन्यवाद किया। रक्तदान शिविर में प्रबंधन समिति के सचिव रजनीश गुप्ता, जीपी गोविल, निदेशक प्रो रजनी मल्होत्रा ढींगरा, प्रो पाठक ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि एनसीसी और एनएसएस का ध्येय ही समाजसेवा है, जिसको कॉलेज के बच्चे अपने जीवन में उतार रहे हैं।