अतुल सचदेवा
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय अकादमिक परिषद (एसी) की 1015वीं बैठक का आयोजन शुक्रवार, 11 अगस्त को विश्वविद्यालय के काउंसिल हाल में हुआ। बैठक की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने की। इस अवसर पर अंडर ग्रेजुएट कुर्रीकुलम फ्रेमवर्क- 2022 (यूजीसीएफ़-2022) के अनुसार विभिन्न विभागों एवं कॉलेजों के लिए चौथे, पांचवें और छटे स्मेस्टर के सिलेबस भी मंजूर किए गए। बैठक के दौरान कुलपति ने विश्वविद्यालय की संक्षिप्त प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि सूरजमल विहार में दिल्ली विश्वविद्यालय का ईस्ट दिल्ली कैम्पस स्थापित किया जाएगा और नजफ़गढ़ में डीयू एक नया कालेज बनेगा। बैठक की शुरुआत में कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता ने 26 मई 2023 को आयोजित हुई पिछली बैठक के मिनट्स पुष्टिकरण के लिए अकादमिक परिषद के समक्ष रखे और 1014 वीं बैठक में लिए गए निर्णयों पर ‘कार्रवाई रिपोर्ट’ को भी जानकारी हेतु अकादमिक परिषद के समक्ष रखा।
बैठक के दौरान विज्ञान संकाय के अंतर्गत आने वाले विभागों, भूविज्ञान विभाग, प्राणीशास्त्र विभाग, पर्यावरण अध्ययन विभाग, गृह विज्ञान विभाग, एंथ्रोप्लोजी विभाग, रसायन विज्ञान विभाग, भौतिकी और खगोल भौतिकी विभाग, वनस्पति विज्ञान विभाग, एसीबीआर, श्री वेंकटेश्वर कॉलेज और भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंस के लिए, शैक्षणिक सत्र 2022-23 से लागू यूजीसीएफ़-2022 के आधार पर, सेमेस्टर- IV, V और VI के मामूली संशोधनों के साथ स्वीकृत पाठ्यक्रमों को मंजूरी प्रदान की गई। इनके साथ ही गणितीय विज्ञान संकाय के अंतर्गत कंप्यूटर साइंस विभाग के लिए भी यूजीसीएफ़-2022 के आधार पर सेमेस्टर- VI के पाठ्यक्रम को भी अप्रूव किया गया। क्लस्टर इनोवेशन सेंटर के तहत यूजीसीएफ़-2022 के आधार पर सेमेस्टर- VI के मामूली संशोधनों के साथ स्वीकृत पाठ्यक्रम को भी अप्रूव किया गया। स्कूल ऑफ जर्नलिज़्म के लिए भी यूजीसीएफ़-2022 के तहत सेमेस्टर- V और VI के पाठ्यक्रमों को भी बैठक के दौरान अप्रूव किया गया।
सामाजिक विज्ञान संकाय के तहत इतिहास, समाजशास्त्र, भूगोल और अर्थशास्त्र विभाग के पाठ्यक्रम, कला संकाय के तहत मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, भाषाविज्ञान, हिंदी और संस्कृत विभागों में सेमेस्टर- IV, V और VI के पाठ्यक्रम, वाणिज्य और व्यवसाय संकाय के तहत वाणिज्य विभाग में सेमेस्टर- V और VI के पाठ्यक्रम तथा संगीत और ललित कला संकाय के तहत संगीत और ललित कला विभाग में चौथे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम को भी अप्रूव किया गया