
अशोक भाटिया
पाकिस्तान को लगा भारत बुधवार को सिविल डिफेंस की मॉक ड्रिल करेगा। पाकिस्तानी हुकूमत और फौज, दोनों निश्चिंत होकर सोये रहे। लेकिन भारत की सेना ने आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ शुरू कर उसके सबसे डरावने सपने को हकीकत बना दिया। भारत का यह ऑपरेशन रणनीतिक चतुरता की मिसाल है। भारत ने बुधवार को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल की योजना बनाई थी। खबर ने पाकिस्तान को यह यकीन दिला दिया कि भारत कोई बड़ा सैन्य ऑपरेशन नहीं करेगा। इसी भ्रम का फायदा उठाते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ को अंजाम दिया।
पहलगाम अटैक के 15 दिन बाद भारत ने 6 मई की रात 1। 44 बजे पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इसे नाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर। ’ भारतीय सेनाओं ने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान में चार और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के पांच ठिकानों पर रॉकेट बरसाए। इन टारगेट में बहावलपुर, मुरिदके, बरनाला, तेहराकलां, मुजफ्फराबाद, कोटली और सियालकोट शामिल थे। इन जगहों पर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों अड्डे संचालित थे। इसके अलावा आतंकी मौलाना मसूद अजहर का मदरसे को भी इस हमले में नेस्तनाबूद किया गया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में 27 लोगों की हत्याकर दी थी। इसमें 26 भारतीय व एक नेपाली नागरिक था। आतंकियों के इस कायराना हमले का करारा जवाब देने के लिए भारत ने सैन्य कार्रवाई से पहले कूटनीतिक हमले किए। हमले के 15 दिन बाद ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से अपनी सैन्य ताकत दिखा दी। ऑपरेशन सिंदूर पहलागाम हमले में मारी गई उन महिलाओं को समर्पित है, जिनके पति की हत्या उनकी आंखों के सामने ही आतंकवादियों ने की थी। इस स्ट्राइक में भारतीय सेना ने 24 मिसाइलों से आतंकी अड्डों पर हमला किया। जिसकी पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार मॉनीटरिंग कर रहे थे।
भारत के एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से जो वीडियो आ रहे हैं, उसमें खुद पाकिस्तान के लोग चीख-चीख बता रहे हैं कि आतंकी अजहर मसूद के ठिकाने पर मिसाइल से हमले किए गए हैं। इसमें पाकिस्तान की आवाम खुद बता रही है कि भारतीय सेना ने कैसे हमला किया है। इसके अलावा वीडियों में देख सकते हैं कि आतंकी ठिकाने से आग की लौ भी उठती दिख रही है। ये आतंकियों के ठिकाने को मिट्टी में मिलाने का सबसे बड़ा सबूत है। अहमद शरीफ चौधरी ने रात ही कहा कि भारत के हवाई हमलों में अब तक 8 नागरिक मारे गए हैं जबकि 35 घायल हुए हैं।
जैसा कि बताया जा रहा है भारत सेना के एयर स्ट्राइक में करीब 100 आतंकी मारे गए हैं। अस्पतालों में घायल आतंकवादियों की लाइन लगी है। हर तरफ एंबुलेंस दौर रहे हैं। ये भारत नहीं बल्कि तमाम इंटरनेशनल मीडिया संस्थान कह रहे हैं। ये संस्थाएं पाकिस्तान के हालात की तस्वीरें ला रही हैं। इससे पता चलता है कि भारत ने पहलगाम का बदला कैसा लिया। इन हमलों को राफेल, सुखोई जैसे फाइटर जेट्स या फिर बेहद आधुनिक ड्रोन से अंजाम दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की जरूरत पर भारत ने दुनिया को जवाब दे दिया। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में आतंकियों पर एक्शन के लिए कोई कदम नहीं उठाता। खुफिया जानकारी के मुताबिक, भारत के खिलाफ आगे भी हमले हो सकते हैं। इसलिए ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को समाप्त करने और भारत में भेजे जाने वाले आतंकियों को अक्षम बनाने के लिए है। उन्होंने यह भी कहा कि 25 अप्रैल को टीआरएफ के संदर्भ को हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव को भी ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान दुनिया भर में आतंकवादियों के शरणस्थल के रूप में पहचान बना चूका है…साजिद मीर का मामला अंतराष्ट्रीय प्रेशर बनाने के बाद वो जीवित पाया गया, इसका सबूत है।
भारत ने इसी तरह का हमला फरवरी 2019 में उस समय किया था, जब जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया गया था। इस हमले का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बालाकोट में हमला कर आतंक के ठिकानों को तबाह कर दिया था। इस ऑपरेशन को नाम दिया गया था, ‘ऑपरेशन बंदर’। बुधवार तड़के हुई कार्रवाई को पाकिस्तान ने युद्ध की कार्रवाई बताया है। उसका कहना है कि उसके पास जवाबी कार्रवाई का हक है। आइए देखते हैं कि ‘ऑपरेशन बंदर’और ‘ऑपरेशन सिंदूर’में क्या अंतर है।
साल 1971 के युद्ध के बाद पहली बार है कि भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई को अंजाम दिया था। इससे पहले 2016 में हुए उड़ी हमला और 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर कार्रवाई की थी। इन हमलों को सर्जिकल स्ट्राइक बताया था। भारत ने इस आत्मरक्षा के अधिकार के तहत की गई कार्रवाई बताया था। इसमें भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में कोई निशाना नहीं बनाया था।
भारतीय सेनाओं ने पहली बार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हमला किया। इससे पहले सेनाओं ने पंजाब में किसी ठिकानों को निशाना नहीं बनाया था। यह भारत की तीनों सेनाओं का एक संगठित प्रयास था।
बालाकोट कैंप का चुनाव इसलिए किया गया था कि वह एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित था। उसके आसपास कोई नागरिक नहीं था। यानी हमले से नागरिकों को कोई नुकसान नहीं होगा और वह कोई मदरसा नहीं था, इसलिए वहां कोई बच्चा नहीं होगा। वहां केवल आतंकवादी और उनके आका होंगे। इसलिए ही बालाकोट का चुनाव किया गया था।
भारत ने 25-26 फरवरी की रात हवाई हमला करना चुना था। इसके लिए मध्य प्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से 20 मिराज-2000 विमानों ने उड़ान भरी थी। इन विमानों पर इजराइली लेजर गाइडेड बम लगे हुए थे। इनमें से 12 विमानों ने सुबह करीब पौन चार बजे अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश किया। और अपने निशानों पर बम बरसाए। भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन को केवल 21 मिनट में अंजाम दे दिया था। इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था एयर मार्शल हरि कुमार ने। वह पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ थे। खास बात यह थी कि वह फरवरी में ही रिटायर होने वाले थे। हमले से पहले उन्हें फेयरवेल पार्टी भी दी गई थी। इन हमलों में 250 से अधिक आतंकी मारे गए थे। पाकिस्तान आतंकी कैंपों की मौजूदगी को स्वीकार नहीं कर रहा था। भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए ऐसा कदम उठाया कि न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत आतंकी कैंपों का खात्मा कर सकता है। 28-29 सितंबर की दरम्यानी रात को भारतीय सेना के विशेष बलों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की और उन्हें तबाह कर दिया। इस हमले में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के छह लॉन्चपैड को तबाह कर दिया था और करीब 45 आतंकी इस कार्रवाई में मारे गए थे।
अब ऑपरेशन सिंदूर‘के बाद विरोधी दल के पास विरोध करने का कुछ बचा ही नहीं है और न ही सबूत मांगने का कारण क्योकि जो भी पाकिस्तानी विडियो आ रहे है वो खुद ही सबूत बन रहे है । सभी सैन्य कार्रवाई का तारीफ के पूल बांध रहे है । कांग्रेस ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर की गई सैन्य कार्रवाई के बाद बुधवार को विपक्ष ने कहा कि उसे भारत के सशस्त्र बलों पर गर्व है और उनके साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद सख्त जवाबी कार्रवाई करते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किये, जिनमें आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश- ए- मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “पाकिस्तान और पीओके से उत्पन्न होने वाले सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ भारत की एक अडिग राष्ट्रीय नीति है।” उन्होंने कहा, “हमें अपने भारतीय सशस्त्र बलों पर बेहद गर्व है जिन्होंने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया है। हम उनके दृढ़ संकल्प और साहस की सराहना करते हैं। ” खड़गे के अनुसार, पहलगाम आतंकवादी हमले के दिन से, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस स्पष्ट रूप से सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कोई भी निर्णायक कार्रवाई करने के लिए सशस्त्र बलों और सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय एकता और एकजुटता समय की मांग है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़ी है। हमारे नेताओं ने अतीत में रास्ता दिखाया है और राष्ट्रीय हित हमारे लिए सर्वोच्च है। “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमें अपने सुरक्षाबलों पर गर्व है’
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सशस्त्र बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, “भारत की यह अडिग नीति होनी चाहिए कि पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवाद के सभी स्रोतों का पूरी तरह से सफाया किया जाए, और यह नीति हमेशा सर्वोच्च राष्ट्रीय हित से प्रेरित होनी चाहिए।” उन्होंने कहा, “यह समय एकता और एकजुटता का है। 22 अप्रैल की रात से ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस यह स्पष्ट रूप से कह रही है कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में राष्ट्र की कार्रवाई को लेकर सरकार को हमारा पूर्ण समर्थन रहेगा। कांग्रेस पार्टी हमारे सशस्त्र बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है।
उधर, ओवैसी ने उर्दू में ट्वीट कर पाकिस्तान पर हवाई हमले का स्वागत किया, सेना की तारीफ की, उन्होंने ‘X’ पर कहा, “मैं पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हमारे रक्षा बलों द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का स्वागत करता हूं। पाकिस्तानी डीप स्टेट को कड़ा सबक सिखाया जाना चाहिए ताकि फिर कभी पहलगाम जैसी घटना न हो, पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को पूरी तरह से नष्ट किया जाना चाहिए। जय हिंद!”तेजस्वी यादव ने कहा जय हिंद! जय भारत! न आतंक रहे, न अलगाववाद रहे! हमें अपने वीर जवानों और भारतीय सेना पर गर्व है। बसपा प्रमुख मायावती ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की भारतीय सेना की ‘आपरेशन सिंदूर’ कार्रवाई गौरवमय व सराहनीय।” इसके साथ ही विपक्ष के कई नेताओं ने भारतीय सेना के इस ताबड़तोड़ एक्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अशोक भाटिया, वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार ,लेखक, समीक्षक एवं टिप्पणीकार