
सुनील कुमार महला
भारतीय सेना ने भारत के 15 शहरों पर, पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करते हुए, पाकिस्तान को करारा जबाब दे दिया है और पाकिस्तान ने भारतीय सेना के पहले ही प्रहार में भारत से मुंह की खाई है। भारतीय सेना ने जहां एक ओर पाक एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के तीन लड़ाकू विमानों को भी मार गिराया है। भारत के जम्मू से राजस्थान के जैसलमेर तक पाकिस्तान के सभी हमलों को भारतीय सेना ने अपने डिफेंस सिस्टम से हवा में ही नाकाम कर दिया। यहां पाठकों को बताता चलूं कि पाकिस्तान ने बुधवार(8 मई 2025) को रात को जम्मू-कश्मीर के अवंतीपुरा, श्रीनगर व जम्मू, पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा व चंडीगढ़ तथा राजस्थान के नाल (बीकानेर), फलोदी, उत्तरलाई (बाड़मेर) और गुजरात के भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया था। इन्हें एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों ने बेअसर कर दिया गया। बहरहाल, कहना ग़लत नहीं होगा कि पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकियों का गढ़ है और वह हमसे सूचनाएं लेकर आतंकियों को छिपाता है। भारत के आपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद जब पाकिस्तान के नौ ठिकानों पर सैकड़ों आतंकवादी मारे गए, तो उन्हें पाकिस्तानी ध्वज में लपेटकर पाकिस्तान द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गई, यह दर्शाता है कि पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकियों के सहारे ही चलता है और वह आतंकवाद और आतंकियों को प्रश्रय देता है। पूरे विश्व में आज पाकिस्तान की पोल खुल चुकी है। हमने जहां पाकिस्तान के आंतकी ठिकानों पर हमला किया, वहीं पाकिस्तान ने एक तरह से भारत के साथ युद्ध छेड़ते हुए हमारे देश के विभिन्न रिहायशी इलाकों और गुरूद्वारा तक पर हमला किया, लेकिन भारतीय सेना बहुत ही सशक्त है और सेना ने पाकिस्तान को करारा सबक सिखाते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया है। सच तो यह है कि पाकिस्तान भारत के ऑपरेशन सिंदूर से बिलबिला चुका है। भारत ने जिस तकनीकी दक्षता के साथ पाकिस्तानी हमलों को हर स्थान पर नाकाम किया और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह किया, वह उत्साहित करने वाला है तथा साथ ही यह दर्शाता है कि हमारी सेनाओं के मुकाबले पाकिस्तानी सेनाएं कहीं भी नहीं ठहरती हैं। सच तो यह है कि भारत पाकिस्तान की किसी भी आक्रामकता का जवाब उतनी ही तीव्रता और उसी शैली में देने में पूरी तरह से सक्षम और एक बहुत ही मजबूत देश है। देश की सीमाओं पर तैनात एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल हो (जिसने पाकिस्तानी मिसाइलों को निष्प्रभावी बना दिया) या फिर हार्पी ड्रोन, भारत ने इनकी मदद से लाहौर के एयर डिफेंस रडार को ध्वस्त/नाकाम कर दिया।सच तो यह है कि आज युद्ध पारंपरिक नहीं रहें हैं और विज्ञान और तकनीक का युग है। विज्ञान के इस युग में तकनीक युद्ध में बहुत काम आती है। आज की स्थिति यह है कि भारत अब रक्षा के पारंपरिक तरीकों से कहीं आगे बढ़ चुका है। कहना ग़लत नहीं होगा कि पाकिस्तान की हमलों की कार्रवाई पूरी दुनिया के सामने उसकी गैर-जिम्मेदाराना राष्ट्र वाली छवि की ही पुष्टि करती है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ प्रहार किया, वहां की आम जनता व सैन्य ठिकानों पर नहीं। पाकिस्तान हमलों को लेकर अफवाह पर अफवाहें फैला रहा है। उसके मंसूबे ठीक नहीं हैं, लेकिन हमारी सेनाओं ने पाकिस्तान का भ्रम कुछेक घंटों में ही दूर कर दिया। हमारी सेनाओं ने पाकिस्तानी हमलों को नाकाम करके सटीकता का परिचय दिया है। सच तो यह है कि भारत के एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों ने कारगर ढंग से अपना काम किया है। पाकिस्तान हमारे रक्षा तंत्र में सेंध लगाना चाहता था, लेकिन भारत से पार पाना पाकिस्तान के वश की बात नहीं है।सच तो यह है कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान कहीं भी नहीं ठहरता है। आज जहां भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, वहीं हमारे देश की सेनाएं पाकिस्तान की तुलना में बहुत बड़ी,काफी उन्नत और मजबूत हैं। हम अपनी सेना पर पाकिस्तान के मुकाबले 9 गुना ज्यादा खर्च कर रहे हैं, वहीं पाकिस्तान दुनिया के सबसे फिसड्डी देशों की श्रेणी में शुमार है और विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के ऋण पर पूरी तरह से निर्भर है। यदि हम यहां पर विश्व बैंक 2024 के आंकड़ों को देखें तो भारत की जीडीपी 3.88 ट्रिलियन डॉलर है, वहीं पर पाकिस्तान की 0.37 मिलियन डॉलर। हमने जापान को पछाड़कर विश्व की चौथी बड़ी आर्थिक शक्ति होने का गर्व हासिल किया और इस समय हम 4.187 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गए हैं। इतना ही नहीं, हमारे देश का विदेशी मुद्रा भंडार 688 अरब डॉलर है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार केवल 15 अरब डॉलर है। पाकिस्तान बरसों-बरसों से आतंकवाद का खूनी खेल खेलता रहा है और उसकी आर्थिक हालत आज बहुत ही पतली हो चुकी है। पाकिस्तान के हुक्मरान अपने निजी स्वार्थों को भुनाने के लिए आज पाकिस्तान के आवाम को मौत का पैगाम बांट रहे हैं। आज पाकिस्तान में न तो नेतृत्व नाम की कोई चीज़ रही है और न ही पाकिस्तान में नैतिकता नाम ही की कोई चीज़ शेष बची है, और वह भारत पर आनन-फानन में हमले पर हमले कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान हर तरफ मुंह की खा रहा है। हमारे देश के सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया और लाहौर की रक्षा प्रणाली को पलों में निष्क्रिय कर दिया।पाठक जानते हैं कि भारत ने लाहौर, इस्लामाबाद, कराची और सियालकोट पर हमला बोला है। बताया जा रहा है कि भारत के इस हमले में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है।वास्तव में यह भारत की एक बहुत बड़ी सफलता है।भारत एक जिम्मेदार देश है और वह अब भी काफी संयम बरत रहा है। हाल फिलहाल,पाकिस्तान को बहुत क्षति पहुंची है, लेकिन पाकिस्तान इस बात को खुले रूप से स्वीकार नहीं कर रहा है। पाकिस्तान अभी भी लगातार अपने आवाम के बीच सांप्रदायिक उत्तेजना या युद्ध उन्माद पैदा कर रहा है और उसके आला मंत्री भी जिम्मेदारी का परिचय नहीं दे रहे हैं। वे आपस में ही लड़ रहे हैं। भारत के आपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। ख़बरें तो यहां तक आ रहीं हैं कि पाकिस्तान ने अपने ही सेना प्रमुख पर कार्रवाई की है। सूत्रों की मानें तो आसिफ मुनीर को हिरासत में ले लिया गया है और पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें आर्मी चीफ को हटा दिया है और उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल शाहिद इमरान मिर्जा को पाकिस्तान आर्मी की कमान सौंपे जाने की चर्चा तेज हो गई है। सच तो यह है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी सेना पर सवाल उठने लगे हैं। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने आर्मी पर आरोप लगाया है कि उसने आतंकियों के ठिकानों से जुड़ी अहम जानकारियां भारत को लीक कीं। यह भी सामने आया है कि बीएलए ने पाकिस्तान की कई चौकियों पर कब्जा कर अपने झंडे लगा दिए हैं। पाकिस्तान के कई पायलटों ने तो जंग में जाने तक से इंकार कर दिया बताते हैं।भारत के बड़े हमले में पाक अधिकृत कश्मीर को बड़ा नुकसान हुआ है। यह भी कि अरब सागर में भारतीय नेवी पाक के करीब पहुंच चुकी है। भारतीय सेना द्वारा एक पाकिस्तानी पायलट भी पकड़ लिया गया है। इतना ही नहीं,अमेरिका से भी पाकिस्तान के लिए बुरी खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है। मीडिया रिपोर्ट्स बतातीं हैं कि पेशावर के 20 इलाकों में ताबड़तोड़ धमाके हुए हैं और पाकिस्तान के 10 शहरों में एमरजैंसी लागू कर दी गई है।लाहौर, कराची और इस्लामाबाद में जहां ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है वहीं पर बहावलपुर में बड़ा धमाका हुआ। पाक सीमा पर भारत की तोपें गरज रही हैं, और बहावलपुर में बड़े धमाके के बाद ब्लैकआऊट व एमरजैंसी लागू है। भारतीय नौसेना ने कराची पोर्ट पर भी समुद्री कार्रवाई की है। इतना ही नहीं, यह भी सामने आया है कि पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में चार अलग-अलग जगहों पर श्रृंखलाबद्ध हमले हुए। हाल फिलहाल, दोनों देशों के बीच युद्ध जैसा तनाव कायम है, लेकिन अब जरूरत इस बात की है कि हम मनोबल को बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। पाकिस्तान लगातार अफवाहों पर अफवाहें फैला रहा है, हमें इनसे बचना होगा। हमें यह चाहिए कि हम भारतीय सेनाओं के किसी मूवमेंट आदि की फोटो, वीडियो आदि सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर साझा न करें, ब्लैक आउट का ध्यान रखें। कहना ग़लत नहीं होगा कि युद्ध किसी भी समस्या का स्थाई हल नहीं होता है। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि वह आतंकवाद व युद्ध के बल पर कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है। भारत का संदेश हमेशा से ही स्पष्ट रहा है कि वह शांति चाहता है, लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। भारत पंचशील के सिद्धांतों का हमेशा हमेशा से पालन करता आया है और आगे भी करता रहेगा। पाठकों को बताता चलूं कि संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान, अनाक्रमण, घरेलू मामलों में गैर-हस्तक्षेप, समानता और पारस्परिक लाभ, और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पंचशील के सिद्धांत हैं।बहरहाल, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पहलगाम आतंकी हमले का जवाब है। इसके विपरीत, भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान के विफल मंसूबे दरअसल पाकिस्तान की फितरत को ही दर्शाते हैं। आज युद्ध की आशंकाओं के बीच, देश भर में सिविल डिफेंस डिल, ब्लैक आउट अभ्यास और विभिन्न आपातकालीन तैयारियों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो दर्शाता है कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।इस माहौल के बीच आज हम सभी को एकजुट और सतर्क रहने की जरूरत है। आज लगभग लगभग पूरा विश्व हमारे साथ है, जबकि पाकिस्तान के साथ बहुत कम देश हैं, क्यों कि सभी पाकिस्तान के बारे में यह बात जानते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है। दूसरे शब्दों में कहें तो दशकों-दशकों से पाकिस्तान आतंकवाद को प्रश्रय देता रहा है, और उसका षड्यंत्रकारी खेल पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि भारत सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। भारत का मकसद उसके साथ युद्ध करना कतई नहीं है, लेकिन पाकिस्तान नहीं मानता है तो भारत कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगा ही। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि आतंकवाद और उकसावे की नीति से न तो पाकिस्तान का कोई अपना हित सधने वाला है और न ही क्षेत्र में शांति स्थापित होने वाली है। अंत में एक कविता के माध्यम से यही कहूंगा कि -‘हे ईश्वर, मालिक, हे दाता, हे जगत नियंता दीनबंधु। हे परमेश्वर प्रभु हे भगवन हे प्रतिपालक हे दयासिंधु।।सच्चिदानंद घट घट वासी, हे सुखराशि करूणावतार। हे विघ्नहरण मंगलमूर्त, हे शक्तिरूप हे गुणागार। सभ्यता यशस्वी हो जाय, मानवता का फैले प्रकाश।। सब दिव्य दृष्टि के पोषक हो, कर दो कुदृष्टि का सर्व नाश !! इतिहास गढ़े जाएँ प्रतिपल, पृष्ठों में अकलंकता रहे ! सज्जनता का अनुशीलन हो, मानव को पथ का पता रहे !!’