नौजवानों के पास एचआईएल में बढ़िया प्रदर्शन कर खुद को साबित करने का मौका
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के अपने जमाने के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में से एक वीआर रघुनाथ का कहना है कि सात बरस के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो रही हॉकी इंडिया लीग (एआईएल) भारत में प्रतिभाओं को तलाशने में अहम भूमिका निभाएगी।2014 से स्थगित हॉकी इंडिया लीग दिसंबर,2024 के आखिर हफ्ते में शुरू हो कर फरवरी, 2025 के पहले हफ्ते में खत्म होगी। हॉकी इंडिया ने हॉकी इंडिया लीग में शिरकत करने के 15 देशों के हॉकी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए आमंत्रित किया है। हॉकी इंडिया लीग में इस बार पुरुष वर्ग में आठ और महिला वर्ग में छह टीमें शिरकत करेंगी। हॉकी इंडिया लीग में महिलाओं की लीग पहली बार शुरू होगी।
हॉकी इंडिया लीग को फिर से शुरू करने की अहमियत की बाबत वीआर रघुनाथ ने कहा, ‘हॉकी इंडिया लीग भारत में प्रतिभाओं को तलाशने के साथ घरेलू खिलाड़ियों को भी चयनकर्ताओं को अपने कौशल को दिखाने का मौका भी साबित होगी। हॉकी इंडिया लीग हॉकी सर्किट की सर्वश्रेष्ठï हॉकी लीग में एक थी। मैं बहुत रोमांचित हूं कि हॉकी इंडिया लीग में सभी घरेलू और विदेशी खिलाड़ी खेलेेंगे। एचआईएल में हम एक टीम में घरेलू और शीर्ष हॉकी खिलाड़ियों को एक टीम में साथ साथ खेलते देखेंगे। मैं रोमांचक हॉकी की बानगी देखने को बेताब हूं। हमारे ज्यादातर नौजवान खिलाड़ियों के पास एचआईएल में बढ़िया प्रदर्शन कर खुद को साबित करने का मौका होगा। मेरा मानना है कि एचआईएल से भारतीय टीम के लिए प्रतिभाओं को तलाशने का मौका मिलेगा ही साथ ही हमारे घरेलू खिलाड़ियों के यह दुनिया के श्रेष्ठï खिलाड़ियों के साथ खेलने का भी बढ़िया मौका होगा। भारतीय हॉकी टीम के मौजूदा कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह को उनके एचआईएच में बढ़िया प्रदर्शन के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए चुना गया था। एचआईएल घरेलू खिलाड़ियों के लिए अपना कौशल दिखाने का मौका है। एचआईएल में खेलने से घरेलू खिलाड़ियों को वित्तीय लाभ भी होगा। इसमें देेश के नौजवान खिलाड़ियों के यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिकी जैसी टीमों शीर्ष अंतर्राष्टï्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलते देखना सुखद होगा। हॉकी इंडिया लीग भारत के नौजवान हॉकी खिलाड़ियों के यह समझने का मौका होगा कि दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी कैसे सोचते है और कैसे खेलते हैं और इससे उन्हें बहुत कुछ समझने का मौका मिलेगा।’
यह इतिहास में पहला मौका होगा कि जब पुरुषों के साथ महिलाओं की हॉकी इंडिया लीग भी आयोजित होगी। महिलाओं की हॉकी इंडिया लीग का आयोजन हॉकी इंडिया के महिला हॉकी को प्रोत्साहन देने के दर्शन की छाप साफ दिखाई देती है और इससे भारत में महिला हॉकी खिलाड़ियों का पूल भी और बड़ा होगा। इस बाबत अपने विचार व्यक्त करते हुए एचआईएल में उत्तर प्रदेश विजडर्स के लिए खेल उसे पहले संस्करण में तीसरा स्थान दिलाने वाले वीआर रघुनाथ ने कहा, ‘ भारतीय महिला हॉकी टीम बीते कुछ बरस से बढ़िया प्रदर्शन कर रही है। महिला हॉकी इंडिया लीग देश की महिला हॉकी खिलाड़ियों के लिए बहुत बढ़ी प्रेरणा होगी। एआईएच के जरिए ऐसी नौजवान महिला हॉकी खिलाड़ी जिन्हें बहुत ज्यादा मौका नहीं मिलता उनके पास अपना कौशल दिखाकर चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का मौका होगा।’
हॉकी इंडिया लीग में उत्तर प्रदेश विजडर्स के लिए खेलने के दिनों को याद करते हुए रघुनाथ ने कहा, ‘ मैं बेहद खुशकिस्मत हूं कि मैं एचआईएच में दुनिया के कुछ शीर्ष खिलाड़ियों के साथ खेला उनके साथ हॉकी पर चर्चा करता। इन शीर्ष खिलाड़ियों के साथ मैदान के बाहर वक्त बिताने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। इससे मैंने दबाव से निपटना सीखा। साथ ही मैने यह भी जाना कि वे कैसे ट्रेनिंग करते हैं, क्या खाते हें और कैसे सोते हैं। मेरा लिए यह बड़ा अनुभव रहा और इससे मुझे उनकी संस्कृति को भी समझने का मौका मिला। मैंने यूरोपीय खिलाड़ियों के साथ खेल कर अहम मैचों में दबाव से निपटना सीखा। यह भी जाना कि किस वक्त किस तरह का कौशल चाहिए। जो खिलाड़ी मेरे साथ एचआईएच में खेले वे दुनिया के नामी खिलाड़ी रहे।