मैंने सपना देखा था कि मैं भी एक दिन एचआईएल जैसी लीग में खेलूंगी : वंदना

I had dreamed that one day I would also play in a league like HIL: Vandana

  • महिला एचआईएल में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने से हमारा प्रदर्शन बेहतर होगा
  • कोशिश महिला एचआईएल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर टीम को खिताब जिताने की

सत्येन्द्र पाल सिंह

रानी रामपाल जैसी देश की धुरंधर स्ट्राइकर के साथ एक दशक से भी ज्यादा खेलने और भारत के दो ओलंपिक में खेल चुकी बेहद शांत स्ट्राइकर वंदना कटारिया पहली महिला हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2025 में श्राची रार बंगाल टाइगर्स के लिए खेलेंगी। वंदना कटारिया ने हरिद्वार में बीएचईएल से सटे छोटे से गांव से रोशनाबाद से आकर कई सामाजिक बाधाओं को लांघ अपने डेढ़ दशक लंबे अंतर्राष्ट्रीय हॉकी मे भारत के लिए अ खास मुकाम हाासिल कर अपने और गांव की लड़कियों को नई राह दिखाई है। वंदना कटारिया भारत के लिए 317 अंतर्राष्ट्रीय हॉकी मैच खेल कर 157 गोल कर चुकी हैं।

वंदना कटारिया को अभी हाल ही में राजगीर (बिहार) में सम्पन्न महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम में दूसरी बार भारतीय महिला हॉकी टीम के चीफ कोच की जिम्मेदारी संभालने वाले हरेन्द्र सिंह ने टीम में क्यों शामिल नहीं किया इसका जवाब वह साफ तौर पर दे नहीं पाए। अपने हॉकी कौशल के लिहाज से वंदना कटारिया आज भी भारत की सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर है। हरेन्द्र सिंह ने जब पूर्व कप्तान सुशीला चानू और गोलरक्षक सविता को महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में जगह दी तो फिर उम्र तो वंदना को टीम में शामिल न करने कोई पैमाना नहीं था। खैर चीफ कोच के लिए भारतीय टीम को चुनना हरेन्द्र सिंह का अधिकार है। वंदना कटारिया के साथ बंगाल टाइगर्स में बतौर स्ट्राइकर और मिडफील्डर ललरेमसियामी, ब्युटी डुंगडुंग, सुशीला चानू , फुलबैक उदिता, महिमा चौधरी और ओलंपिक रजत पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया की फियोन क्लार्क और ग्रेस स्टीवर्ट जैसे खिलाड़ी होंगी। साथ भारत की जूनियर टीम की ज्योति इडुला। मुमुनी दास और ललरिनपुई जैसी खिलाड़ी होंगी, वंदना भारत की 2022 में टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली टीम की अहम सदस्या रही।

वंदना कहती हैं, ’ जब सात बरस पहले पुरुष एचआईएल हो रही थी तो मैं इसके मैचों को देखा करती थी। मैंने भी सपना देखा था कि मैं भी एक दिन एचआईएल जैसी लीग में खेलूंगी। मैं यकीन ही नहीं कर पा रही कि अब यह हकीकत है और अब महीने के भीतर ही महिला एचआईएल शुरू होने जा रही है। भारतीय महिला टीम की लड़कियां महिला एचआईएल में अलग अलग फ्रेंचाइजी के लिए खेल कर अपनी क्षमता दिखाने की बाट जोह रही हैं। महिला एचआईएल में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने से बेशक हमारा प्रदर्शन बेहतर होगा विश्वास बढ़ेगा। महिला एचआईएल मेरे लिए अपनी क्षमता दिखा कर भारतीय टीम में अपना स्थान बरकरार रखने का मौका है। बतौर फॉरवर्ड में एचआईएल में मैं अपनी टीम की खिलाड़ियों के साथ तालमेल बैठाने पर अपना ध्यान लगाउंगी। महिला एचआईएल से कुछ खिलाड़ियों के लिए खुलकर और सहज होकर खेलने का मौका है। इसमें खेलने के अनुभव से सभी भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को यह जानने का मौका देगा उन्हें अपने खेल में कहां क्या सुधार की जरूरत है। इसमें अपनी उन साथियों के खिलाफ खेलना खासा रोचक रहेगा जो कि बरसों से आपकी सभी आदतों को जानती हैं। सबसे अहम यह है कि हमारी कोशिश पूरी महिला एचआईएल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर अपनी टीम को खिताब जिताने की रहेगी।‘

वंदना कटारिया ने कहा, ’ हमारे लिए यह बहुत बड़ी बात है कि अंतत: महिला हॉकी इंडिया लीग शुरू हो रही है। एचआईएल को शिविर में काफी चर्चा हो रही है क्योंकि सभी खिलाड़ी इसमें खेलने का लुत्फ उठाने और उच्च स्तर पर हॉकी खेलने को बेताब हैं। हम सभी यही उम्मीद कर रहे हैं महिला एचआईएल बेहद कामयाब रहेगी और पुरुष एचआईएल की तरह सभी का ध्यान खिंचेगी। हम महिला एचआईएल में खेलने को लेकर रोमांचित है और हम इसे शुरू करने के लिए हॉकी इंडिया के आभारी हैं।