प्रशिक्षण की दूसरी कड़ी में बीएसडीएमए एप पर नई एंट्री जोड़ने से संबंधी जानकारी दी गई

In the second episode of training, information related to adding new entry on BSDMA app was given

रविवार दिल्ली नेटवर्क

जहानाबाद : बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (बीएसडीएमए) द्वारा आपदा के दौरान त्वरित एवम प्रभावशाली कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों को दो दिन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण की दूसरी कड़ी शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित ग्राम प्लेक्स में आयोजित हुई, जिसमें BSDMA के वरीय शोध पदाधिकारी श्री रवि आनंद ने विस्तार से बताया कि बीएसडीआरएन पोर्टल और एप के माध्यम से आपदा के समय और तुरंत बाद कैसे लोगों तक प्रभावी रिस्पॉन्स और राहत पहुंचाकर उनकी जान बचाई जा सकती है।

प्रशिक्षण के दूसरे दिन अधिकारियों को बीएसडीआरएन एप और पोर्टल पर नई एंट्री कैसे जोड़ी जाए, इससे संबंधी जानकारी दी गई। नई एंट्री जुड़ने से हर क्षेत्र के डेटाबेस का विस्तार होगा जिसमें आपातस्थल के 90 किलोमीटर के अंदर उस क्षेत्र के गोताखोर, वॉलिंटीयर, बचाव उपकरण, ड्राइवर, परिवहन, हॉस्पिटल, मिस्त्री, अपातकालीन आपूर्ति सेवा, भोजन और जल के स्रोत उपलब्ध कराने वाले व्यक्तियों का फोन नंबर, उनके पास उपलब्ध सामग्रियों की सूची, उनका लोकेशन आदि की जानकारी अधिकारियों को बस एक क्लिक पर मिल जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अगर किसी व्यक्ति ने किसी आपदा से जुड़ी ट्रेनिंग ली हैं तो उनका नाम भी इसके डेटाबेस में जोड़ा जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मियों की एप से जुड़े सवालों का जवाब दिया और उनसे सुझाव और प्रतिक्रिया मांगे।

प्रशिक्षण के दौरान श्री रवि आनंद ने बताया कि बीते 31 जनवरी को माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बीएसडीआरएन की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य स्तरीय एक ऐसा डेटाबेस तैयार करना है जो आपदाप्रबंधन के लिए प्रशासन और हितकारकों को उपलब्ध संसाधनों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध कराएगा।

प्रशिक्षण में डीआरडीए के निदेशक श्री कनिष्क कुमार सिंह के साथ विभिन्न प्रखंडों के बीडीओ, सीओ के अलावा ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, पशुपालन, पथ निर्माण विभाग, आपूर्ति ,लोग स्वस्थ अभियंत्रण, लघु सिंचाई, भवन प्रमंडल, अग्निशमन, स्वास्थ्य, बाढ़ नियंत्रण आदि विभाग के अधिकारी और कर्मी मौजूद थे।