सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान हरमनप्रीत कौर के अनुकरणीय अविजित शतक की बदौलत भारत ने मेेजबान इंग्लैड को बुधवार देर रात केंटरबरी में दूसरे वन डे क्रिकेट मैच में 88 रन से शिकस्त दे 2-0 की निर्णायक बढ़त ले एक मैच के बाकी रहते तीन मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली। हरमनप्रीत का यह वन डे में कुल पांचवां शतक था। भारत ने इंग्लैंड से उसके घर में अंतिम बार वन डे सीरीज 1999 में जीती थी। इसके बाद भारत की महिला टीम इंग्लैंड से उसके घर में लगातार छह वन डे सीरीज हारी। भारत की टीम पिछले डेढ़ दशक में ऑस्ट्रेलिया (2015 व 2019) के बाद इंग्लैंड से उसके घर में वन डे सीरीज जीतने वाली दूसरी टीम बन गई। इस दौरान ‘घर में शेरÓ इंग्लैंड ने अपने घर में 20 में 17 द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीती । हरमनप्रीत कौर की यह पारी भारत की यंग बल्लेबाजी के सबक है कि वन डे में जोश के साथ होश कितनी जरूरी है। भारत ने पहले वन डे में इंग्लैड को होव में सात विकेट से हराया। भारत अब लॉडर्स में मेजबान इंग्लैंड से तीसरा व अंतिम वन डे भी उसका पूरी तरह सफाया करने के इरादे से उतरेगा। भारत की सर्वकालीन महानतम क्रिकेटरों में से एक झूलन गोस्वामी का यह आखिरी अंतर्राष्टï्रीय मैच होगा और इसमें उन्हें ‘जीतÓ का तोहफा देने में कसर नहीं छोड़ेगा। झूलन ने मौजूदा सीरीज के पहले वन डे में एक विकेट लिया और बुधवार को उन्हें भले ही कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने बेहद किफायती गेंदबाजी की। अब झूलन खुद भी लॉडर्स में दमदार प्रदर्शन कर अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने को जरूर यादगार बनाना चाहेंगी।
हरमनप्रीत कौर (143*रन, १११ गेंदें, 18 चौके, चार छक्के) और हरलीन दयोल (58रन , 72 गेंद, पांच चौके, 2 छक्के) की चौथे विकेट की 113 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट पर 333 रन का पहाड़ का स्कोर बनाया। हरमनप्रीत का वन डे में सर्वोच्च स्कोर 171 रन जो कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के सेमीफाइनल में बनाया था। भारत ने साथ ही वन डे में अपना दूसरा सर्वाधिक स्कोर बनाया। भारत ने वन डे में अपना सबसे बड़ा स्कोर 2017 में आयरलैंड के खिलाफ बनाया था। हरमनप्रीत कौर अब इंग्लैंड में उसके खिलाफ वनडे में सबसे बड़ी खेलने वाली विदेशी बल्लेबाज बन गई।भारत ने अंतिम दस ओवर में 121 रन जोड़े। भारत ने इस साल वेस्ट इंडीज के खिलाफ वन डे विश्व कप में 8 विकेट पर 317 रन बनाए थे। इस साल में यह दूसरा मौका है जब भारत ने 300 से ज्यादा रन बनाए। तेज गेंदबाज रेणुका सिंह (4/57) और ऑफ स्पिनर डायलॉन हेमलता (2/6) ने धारदार गेंदबाजी इंग्लैंड को 44.2 ओवर में 245 रन पर समेट भारत को जीत के दिलाने के साथ सीरीज पर भी उसका कब्जा पक्का किया। डैनी वेट(65रन, 56 छह चौके), कप्तान एलिस कैप्सी (39रन, 36गेंद, छह चौके) और कप्तान एमी जोंस(39 रन, 51 गेंद, तीन चौके, एक छक्का) को छोड़ इंग्लैंड की बाकी बल्लेबाज भारत के बड़े स्कोर के सामने जूझती नजर आई।
हरमनप्रीत कौर अब भारत के लिए वन डे में बतौर कप्तान सबसे बड़ी पारी खेलने वाली बल्लेबाज बन गई। इससे पूर्व वनडे में बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे बड़ी मिताली राज (125*) ने श्रीलंका के खिलाफ चार बरस पहले खेले थी। भारत के लिए वन डे में सबसे ज्यादा सात शतक मिताली राज के नाम हैं जबकि हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना पांच-पांच शतकों के साथ दूसरे नंबर हैं। एक रोचक बात यह है कि पांचों वन डे शतक चौथे नंबर यह या इससे नीचे खेलते हुए जड़े हैं।
भारत ने 19 वें ओवर में तीन विकेट 99 रन पर खो दिए थे और टीम लडख़ड़ाती दिखी तो तब हरमनप्रीत कौर ने आकर टीम को संभालने के साथ बड़े स्कोर तक पहुंचाया। भारत की तीनों फॉर्मेट में कप्तानी संभालने के बाद टीम को अपने कंधों पर लेकर चलने वाली हरमनप्रीत कौर ने हरलीन दयोल के साथ संभलकर पारी को आगे बढ़ा अगले सात ओवर में 24 रन जोड़े। हरमन के संग हरलीन ने जमने के बाद खूब रंग जमाया। हरमनप्रीत की पारी में बेहतरीन कट, पुल और स्लॉग स्वीप देखने को मिले। वहीं हरलीन ने सॉफी एक्लस्टेन की गेंद पर छक्का अपना अद्र्धशतक पूरा किया। हरमनप्रीत कौर ने बेल की गेंद को स्वीप कर इस वन डे सीरीज में अपना लगातार दूसरा अद्र्धशतक पूरा किया। हरमनप्रीत ने अपने पहले 50 रन 64 गेंदों में अगले 50 रन 36 गेंदों यानी शुरू के 100 रन 100 गेंदों में 12 चौकों और एक छक्के की मदद से । हरमनप्रीत ने इसके बाद मात्र 11 गेंदों में अगले 43 रन बनाए और इसमें उन्होंने छह चौके और तीन छक्के जड़े।
‘झूलन दी हम सभी के लिए बड़ी प्रेरणा हैं
‘लॉडर्स में सीरीज का तीसरा और आखिरी वन डे मैच हमारे लिए इसलिए बेहद खास होगा क्योंकि यह झूलन(गोस्वामी) दी का अंतिम अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट मैच होगा। हमारे लिए यह बेहद भावुक पल होगा। हम निश्चित रूप से यह मैच जीतना चाहेंगे। हम यह वन डे सीरीज जीत चुके हैं और हम इस मैच में बिना किसी दबाव के खेल इसका पूरा लुत्फ उठाना चाहते हैं। झूलन दी ने हमें बहुत कुछ सिखाया और वह हम सभी के लिए बड़ी प्रेरणा हैं। मंैने झूलन दी की कप्तानी में ही 2009 के विश्व कप से मैंने अपने वन डे करियर का आगाज किया था उनसे बहुत कुछ सीखा। झूलन दी(तीनों फॉर्मेट में अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट से सबसे ज्यादा कुल 353 विकेट) से अब हमारी यंग गेंदबाज रेणुका सिंह और मेघना सिंह बहुत कुछ सीख रही हैं। ये दोनों ही झूलन दी सीख रही हैं कि लय कैसे हासिल की जाती है।’
-हरमनप्रीत कौर, भारत की कप्तान