भारत की निगाहें जिम्बाब्वे पर जीत के साथ शीर्ष पर रह सेमीफाइनल में स्थान बनाने पर

  • विराट सहित शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों का रंग में होना भारत के लिए सुखद
  • कप्तान रोहित जिम्बाब्वे के खिलाफ बड़ी पारी खेलने को बेताब होंगे
  • जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा से भारत को चौकस रहना होगा
  • अर्शदीप, भुवी, शमी व हार्दिक की गेंदों से पार पाना जिम्बाब्वे के लिए आसान नहीं

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : विराट कोहली के चार मैचों में तीन अविजित अद्र्धशतकों, दुनिया के नंबर एक टी-20 बल्लेबाज 360 डिग्री सूर्य कुमार यादव के दो तथा कप्तान रोहित शर्मा के एक अद्र्धशतक के बाद बांग्लादेश के खिलाफ आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप में ग्रुप दो के अहम अंतिम पूर्व सुपर 12 मैच में आतिशी अद्र्धशतक जडऩे से अपने शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों का सही वक्त में रंग में आना भारत के लिए बेहद सुखद है। भारत की निगाहें अब जिम्बाब्वे से भी मेलबर्न में अंतिम सुपर 12 मैच जीत कर पांच मैचों से आठ अंकों के साथ शीर्ष पर रहकर सेमीफाइनल में पहुंचने पर लगी है। भारत अपने शीर्ष क्रम में खासतौर पर मौजूदा संस्करण ही नहीं टी-20 विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली(1065रन ) और सूर्य कुमार यादव के बल्ले से धमाल की बदौलत ही चार मैचों में तीन जीत के साथ कुल छह अंकों के साथ ग्रुप दो में शीर्ष पर रह कर सेमीफाइनल की दहलीज पर पहुंच गया है। भारत के लिए अच्छी खबर है कि रविवार को उसके इस मैच के दौरान बारिश की किसी तरह की आशंका नही हैं। भारत के लिए एक और अच्छी बात यह है कि जब वह जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलने उतरेगा कि उसके ग्रुप के बाकी दो मैच खेले जा चुके होंगे और उसके सामने सभी गणित साफ होगा।

विराट कोहली (220 रन) मौजूदा संस्करण में रन बनाने में शीर्ष पर हैं जबकि सूर्य (168 रन) उनके बाद भारत के लिए रन बनाने में दूसरे नंबर पर चल रहे हैं। भारत और जिम्बाब्वे दोनों ही दोनों टीमें टी-20 विश्व कप में पहली बार आमने सामने होंगी। भारत का जिम्बाब्वे के खिलाफ यह मैच यदि बारिश से धुला तो फिर उसके पांच मैचों से सात अंक हो जाएंगे तब भी उसका अंतिम चार में स्थान पक्का हो जाएगा। वहीं दक्षिण अफ्रीका भी नीदरलैंड से जीती तो उसके भी सात अंक हो जाएंगे और वह भी भारत के साथ सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। ऐसे में पाकिस्तान और बांग्लादेश के मैच का नतीजा चाहे जो हो दोनों ही अंतिम चार की होड़ से बाहर हो जाएंगे। जिम्बाब्वे के सुपर 12 में मात्र एक जीत, दो एक हार और एक मैच के बारिश के धुलने के कारण चार मैच से तीन अंक हैं।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान केएल राहुल की सलामी जोड़ी ने पॉवरप्ले में जरूरत से आक्रामक तेवर दिखाने के फेर में विकेट गंवाए। वहीं विराट कोहली ने दिखाया कि ऑस्ट्रेलिया के लंबे मैदानों तेज रन दौड़ कर सधे अंदाज में आगाज के बाद बल्लेबाज जमने के बाद लंबे स्ट्रोक खेल कर बड़ी पारी खेल सकता है। सच तो यह है कि इस टी-20 विश्व कप से पहले शुरू से ही दे दनादन करने की कथित चर्चित रणनीति ऑस्ट्रेलिया में नाकाम रही है। ऐसे में खुद रोहित शर्मा सेमीफाइनल के लिए खुद को बेहतर ढंग से तैयार करने के मकसद से रविवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ बेताब होंगे। भारत क्या जिम्बाब्वे के खिलाफ विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की जगह ऋषभ पंत को मौका देगा ? अब तक तो शुरू के चारों मैचों में दिनेश कार्तिक फिनिशर की भूमिका तो छोड़ ही दे दहाई का अंक भी पार नहीं कर पाए हैं।

भारत को जिम्बाब्वे के लिए मौजूदा संस्करण में बल्ले और गेंद से धमाल करने वाले ऑलराउंडर सिकंदर रजा (7 मैच, एक अद्र्धशतक , कुल 185 रन व 9 विकेट) से खासतौर पर चौकस रहना होगा क्योंंकि वह बल्ले और गेंद से अपने दम ही मैच का पासा पलट सकते है। जिम्बाब्वे रजा के साथ कप्तान स्यां विलियम्स (7 मैच, एक अद्र्बशतक, 144 रन) व ओपनर वेसले मेडेवरी (7 मैच, 106 रन) पर जरूरत से ज्यादा निर्भर है। जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों के भारत के नवोदित तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (4 मैच, 9 विकेट), हार्दिक पांडया(4 मैच, 6 विकेट) के साथ अनुभवी भुवनेश्वर कुमार(चार मैच, चार विकेट) और मोहम्मद शमी(चार मैच , तीन विकेट) जैसे तेज गेंदबाजों की चौकड़ी से पार पाना आसान नहीं होगा। भारत की चिंता अब से शुरू के चारों मैचों में खेलने वाले आफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (तीन विकेट) के साथ लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल का भी तीन मैचों में बहुत असर न छोड़ पाना है। दरअसल अर्शदीप की बतौर गेंदबाज मौजूदा संस्करण में कामयाबी का श्रेय सही मायनों में अनुभवी भुवनेश्वर और शमी की किफायती गेंद कर दबाव बनाने को दिशा जाना चाहिए। जिम्बाब्वे की टीम में कप्तान क्रेग इर्विन, स्यां विलियम्स और रेयन बर्ल जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाजों की मौजूदगी में भारत को दूसरे स्पिनर के रूप में लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल और दीपक हुड्डïा में से किसी एक को चुनने का मुश्किल फैसला करना होगा।

भारत को अपना ध्यान मेलबर्न के उसी मैदान पर जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत और सिर्फ जीत पर लगाना होगा जिस पर उसने मौजूदा संस्करण में अपने पहले सुपर 12 मैच में विराट की टी-20 की नॉटआउट 82 रन की सबसे बेहतरीन पारी से अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को सांस रोक देने वाले मैच में अंतिम गेंद पर चार विकेट से हराया। भारत की टीम जिम्बाब्वे को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकती क्योंकि उसने सुपर 12 में पाकिस्तान की मजबूत टीम को एक रन से जीत दर्ज की और बांग्लादेश से बेहद रोमांचक मैच में अंतिम गेंद पर 3 तीन रन से और नीदरलैंड से 5 विकेट से हारा जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसका मैच बारिश से बेनतीजा खत्म हुआ। कागजों पर ताकत के लिहाज से भारत की टीम जिम्बाब्वे से बेहतर है । भारतीय टीम को अपनी इसी छवि के मुताबिक बेहतर प्रदर्शन कर जीत हासिल कर अंतिम चार में स्थान बनाना होगा।

अभी भी ग्रुप दो में दिलचस्प है सेमीफाइनल का गणित

दक्षिण अफ्रीका के चार मैचों में दो जीत, एक हार और एक मैच के धुलने के कारण पांच अंक हैं। दक्षिण अफ्रीका अपना अंतिम मैच जीत नीदरलैंड से जीतता भी है तो भी वह ग्रुप में समापन पांच मैचों में सात अंक के साथ समापन करेगा और यदि यह मैच बारिश से धुला तो उसके छह अंक ही रह जाएंगे। यदि भारत का जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच बारिश से धुल गया तो उसके भी पांच मैचों से सात अंक हो जाएंगे तो भी वह शीर्ष पर समापन करेगा। भारत अपना एकमात्र मैच बस दक्षिण अफ्रीका से हारा और वह यदि जिम्बाब्वे से हारा तो फिर उसके छह अंक ही रह जाएंगे और तब वह अगर मगर के फेर में फंस जाएगा, वहीं दक्षिण अफ्रीका अपना मात्र एक मैच पाकिस्तान से हारा है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के चार चार मैचों में दो-दो जीत और दो दो हार से चार-चार अंक हैं और इन दोनों टीमों जो भी टीम जीतेगी वह पांच पांच मैचों में छह अंक के समापन करेगी। अभी भी भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश ग्रुप दो की समाप्ति पर पांच पांच मैचों में छह-छह अंक पर समाप्त कर सकती हैं लेकिन तब सब कुछ नेट रन रेट पर जा टिकेगा। फिलहाल रन रेट में दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान की टीमें भारत से उपर हैं।

मैच का समय : दोपहर डेढ़ बजे से