- रोहित के टीम में लौटने पर शुभमन के ही भारत की पारी शुरू करने की उम्मीद
- बारिश के दूसरे वन डे में खलल डालने की आशंका
- भारत को ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्टार्क से चौकस रहना होगा
- केएल राहुल का रंग में लौटना सुखद, सूर्य का वन डे में रंग न दिखाना चिंता
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : पारिवारिक प्रतिबद्धता के चलते नियमित कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पांडया के आक्रामक तेवरों से भारत के हौसले मेहमान ऑस्ट्रेलिया को मुंबई में पहले वन डे क्रिकेट मैच में पांच विकेट से हरा तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त लेने से बुलंद हैं। अब कप्तान रोहित शर्मा के उपलब्ध होने से भारत की निगाहें अपनी जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए ऑस्ट्रेलिया से रविवार को विशाखापट्टïनम में सीरीज का दूसरा वन डे भी जीत 2-0 की निर्णायक बढ़त ले सीरीज अपने नाम करने पर लगी हैं। भारत ने विशापट्टïनम में खेले नौ वन डे में सात जीते और एक टाई रहा और एक हारा है। भारत ने विराट कोहली के शतक से इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2010 में खेले एकमात्र वन डे में भी पांच विकेट से जीत दर्ज की थी और वह पिच के मिजाज से वाकिफ है। बारिश और बवंडर रविवार के वन डे में खलल डाल सकता है और ऐसे में तेज हवा का खासतौर पर तेज गेंदबाज लाभ उठा सकते हैं। भारत ने अपने घर में अपने पिछले लगातार पांच मैच जीते हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी भारत से मुंबई में पहले वन डे में हारने से पहले अपने घर में लगातार चार वन डे जीते थे। भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज के पहले मैच में उसके तुरुप के बल्लेबाज केएल राहुल का रंग में लौटना और आठ महीने बार टीम में वापसी करते ही मैन ऑफ दÓ मैच रवींद्र जडेजा का गेेंद और बल्ले से कमाल कर रंग जमाना बेहद सुखद है। अकेले दम मैच का रुख पलटने वाले नौजवान बल्लेबाज ऋषभ पंत के चोट के कारण इस पूरे साल क्रिकेट से बाहर रहने पर केएल राहुल का यह कहना कि वह बल्लेबाजी के साथ विकेटकीपिंग का भी लुत्फ उठा रहे हैं भारतीय टीम प्रबंधन को टीम संयोजन तय करने में बहुत राहत देगा। श्रेयस अय्यर के चोट के कारण बाहर होने के कारण टीम में खेलने का मौका पाने वाले सूर्य कुमार यादव का वन डे में रनों के जूझना जरूर भारत के लिए चिंता का सबब है। विशाखापट्टïनम की पिच पर बल्लेबाजों के लिए मुफीद रहती है लेकिन रविवार को विशाखापट्टïनम में बारिश के मैच में खलल डालने की आशंका के चलते तेज गेंदबाज कारगर रह सकते हैं।
रोहित शर्मा की टीम पर वापसी इस साल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में एक दोहरे सहित दोहरे शतक सहित पांच शतक जडऩे वाले शुभमन गिल के ही रविवार को भारत की पारी के आगाज करने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में पहले वन डे में वानखेड़े स्टेडियम में उनके जोड़ीदार के रूप में उतरने वाले ईशान किशन को भारत की एकादश से बाहर बैठना पड़ेगा। भारत की एकादश में रविवार के मैच में बस यही एक बदलाव मुमकिन नजर आता है। यह भी एक अजब संयोग है कि भारत के तीनों सलामी बल्लेबाज- रोहित शर्मा, इशान किशन और शुभमन गिल- वन डे अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट मैच में दोहरा शतक जड़ चुके हैं और इनमें से किसी को एक को भी एकादश से बाहर बैठाना टीम प्रबंधन के लिए वाकई एक मुश्किल फैसला होगा। ऑस्ट्रेलिया ने पहले वन डे में अच्छे आगाज का लाभ गंवा दिया।भारत ने पहले पॉवरप्ले में सलामी बल्लेबाज इशान किशन(3),विराट कोहली (4) और सूर्य कुमार यादव (0) के रूप में तीन विकेट मात्र 39 रन पर गंवाने के बाद शुभमन (20) सहित चौथा विकेट 11 वें ओवर में 39 रन पर खो दिया।ऑस्ट्रेलिया के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (3/49) ने विराट और सूर्य लगातार गेंदों पर एलबीडब्ल्यू आउट करने के बाद गिल को भी ।केएल राहुल (अविजित 75) ने पहले कप्तान हार्दिक पांडया (25) के साथ पांचवें विकेट के लिए 44 रन तथा मैन ऑफ रवींद्र जडेजा (अविजित 45) के साथ छठे विकेट के लिए 108 रन की असमाप्त भागीदारी कर भारत के स्कोर को 39.5 ओवर में पांच विकेट पर 191 रन पर पहुंचा उसे शानदार जीत दिलाई। पहले वन डे नाकाम रहने के बावजूद सभी की निगाहें खासतौर विराट कोहली पर रहेंगी क्योंकि इस मैदान पर वन डे में वह ऑस्ट्रेलिया के एक और वेस्ट इंडीज के दो शतकों सहित कुल तीन अंतर्राष्टï्रीय वन डे शतक जड़ चुके हैं। वहीं तबीयत गड़बड़ होने के कारण पहले वन डे से बाहर रहे विकेटकीपर बल्लेबाज अलेक्स कैरी यदि फिट होते है तो बेशक जोश इंग्लिश की जगह रविवार को वह ऑस्ट्रेलिया की एकादश में खेलते दिखेंगे। सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को उनकी कोहनी की चोट अभी भी परेशान कर रही है और ऐसे में ट्रेविज हेड के ही ही पहले वन डे में पांच छक्कों और सात चौकों की मदद से 81 रन की आतिशी पारी खेलने वाले मिचेल मार्श के साथ दूसरे वन डे में पारी का आगाज करने के लिए उतरने की पूरी उम्मीद है। आठ महीने के बाद शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वन डे के रूप में अपना पहला वन डे से टीम में वापसी करने वाले रवींद्र जडेजा (2/46, 45*)का पहले गेंद से कमाल कर खतरनाक होते मार्श और फिर ग्लेन मैक्सवेल को आउट करने के साथ दो विकेट चटकाने के बाद केएल राहुल के साथ अटूट शतकीय भागीदारी कर रंग में लौटना संकट से निकालना इस साल घर में होने वाले वन डे विश्व कप के लिए भारत के लिए शुभ संदेश है। ऑस्ट्रेलिया की दिक्कत उसका मध्यक्रम है। यूं भी वन डे क्रिकेट में जीत का मूलमंत्र ही शुरू के पहले पॉवरप्ले और बीच के ओवर में विकेट चटकाना और भारत के पहले वन डे में सदाबहार मोहम्मद शमी ने तीन विकेट चटका खूब किया। ऑस्ट्रेलिया की पारी को बिखरेने का आगाज करने वाले भारत के तेज मोहम्मद सिराज और शमी की जोड़ी आपस में छह विकेट बांट कर दिखाया कि उनके पास धार के साथ रफ्तार भी है।
विशाखापट्टïनम में ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क, मरकस स्टोइनस, स्यां एबट और कैमरून ग्रीन जैसे तेज गेंदबाजों की चौकड़ी को विशाखापट्टïनम में वानखेड़े की तेज पिच जैसी मदद तो नहीं मिलेगी लेकिन बारिश और बवंडर की आशंका के चलते उन्हें तेज हवा से जरूर मदद मिल सकती है। भारत के बल्लेबाजों को खासतौर पर पहले वन डे में तीन विकेट चटकाने वाले ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क से जरूर चौकस रहना होगा। रही बात ऑस्ट्रेलिया के स्पिनरों की तो हालांकि उसके पास लेग स्पिनर एडम जम्पा और ऑफ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल है लेकिन खालिस स्पिनर जम्पा ही है। कप्तान रोहित शर्मा, उनके सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल, विराट कोहली, सूर्य कुमार यादव, केएल राहुल और रवींद्र जडेजा के रूप में भारत के शीर्ष क्रम के छहों बल्लेबाज स्पिन को सहजता से खेलते हैं और ऐसे में अकेले जम्पा के सहारे मेजबान टीम पार पाने की आस लगाना बहुत मुनासिब नहीं होगा।
ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले मैच में मिचेल मार्श ने बेशक पारी के शुरू में आक्रामक तेवर दिखाए लेकिन भारत के लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा से पार नहीं पा पाए और अंतत: उनकी ही गेंद को उड़ाने के फेर में बाउंड्री पर लपके गए। वहीं जडेजा के साथ लेफ्ट आर्म लेग स्पिनर कुलदीप यादव अपनी कलाईयों के कमाल से ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों मार्श, ट्रेविज हेड, कप्तान स्टीव स्मिथ, मरनस लबुशेन और हर गेंद को बस स्वीप कर उससे पार पाने की कोशिश में फंसने वाले विकेटकीपर अलेक्स कैरी को अपने स्पिन के जाल में फंसा आउट कर पैवेलियन की राह दिखा भारत की राह आसान कर सकते हैं। बीच के ओवर में भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, मोहम्मद शमी और हार्दिक पांडया की त्रिमूर्ति अपनी रफ्तार, धार और विविधता से ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के लिए दिक्कतें जरूर पेश कर सकती है।
रविवार के मैच का समय: दोपहर डेढ़ बजे से
‘जरूरत सही जगह गेंदबाजी करने की है’
‘आठ महीने बाद फिर अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट खेलने पर मैं खुद को जल्द से जल्द इसके मिजाज के मुताबिक ढालना चाहता था। खुशकिस्मत रहा कि मुझे दो विकेट भी मिल गए। बल्लेबाजी करते हुए मेरी निगाहें केएल राहुल के साथ भागदारी करने पर थी। हम इस वन डे से से ठीक पहले तक टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे। ऐसे में वन डे में गेंदबाजी की दिशा अलग होनी ही थी। आप बतौर गेंदबाज केवल एक ही जगह नहीं कर सकते। मैं बस सही जगह पर गेंदबाजी करने पर ध्यान लगा रहा था। ïमैंने यही सोचा की जरूरत सही जगह गेंदबाजी करने की है। पिच पर गेंद कुछ घूम रही थी और ऐसे में मैंने सही जगह गेदबाजी करने और बाकी पिच पर ही छोड़ देना मुनासिब समझा। बतौर गेंदबाज आप किसी एक जगह ही बराबर गेंदबाजी नहीं कर सकते।’
-रवींद्र जडेजा, भारत के ऑलराउंडर
‘मैं अपनी विकेटकीपिंग का लुत्फ उठा रहा हूं’
‘ हमने तीन विकेट जल्दी गंवा दिए और ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क गेंद को बढिय़ा ढंग से स्विंग करा रहे थे। जब स्टार्क गेंद की गेंद मूव होती तो वह बहुत खतरनाक गेंदबाज बन जाते हैं । ऐसे में रन की नहीं सोच रहा था बल्कि ं खुद पिच पर टिकने की कोशिश की। खुशकिस्मत रहा कि मैं कुछ चौके जडऩे में कामयाब रहा। मेरे साथ पिच पर जिसने भी बल्लेबाजी की, हमने आपस में बस यही बातचीत की पिच से गेंदबाजों को कुछ मदद मिल रही है लेकिन बावजूद इसके हम दब कर नहीं खेल सकते थे हमने गेंदबाज विशेष को निशाना बनाया। हम विकेट के बीच तेजी से दौड़ रन बनाना चाहते थे और हमारी कोशिश ढीली गेंदों पर प्रहार कर रन बनाने की थी। जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में जडेजा क्रीज पर उतरे तो मुझे कुछ ढीली गेंदे मिली।जडेजा बढिय़ा रंग में हैं और वह यह जानते हैं कि इस तरह मुश्किल स्थितियों में कैसे बल्लेबाजी की जाती है। जब हम पहले वन डे में खेलने तो हमे पिच के इस तरह गे दबाजों की मददगार होने की उम्मीद नही थी। शमी ने दूसरे स्पेल में गेंद संभालते ही कमाल कर दिया। जो भी टीम जीतना चाहती है उसे बीच के ओवरों में विकेट चटकाने की जरूरत होती है। मैं अपनी विकेटकीपिंग का लुत्फ उठा रहा हूं और जब पिच में उछाल होता तो विकेटकीपिंग में मुझे मजा आता है। जब पिच धीमी और धीमी होती जाती है तो विकेटकीपिंग करना चुनौतीपूर्ण होता चला जाता है।
-केएल राहुल , भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज