- रोहित भारत को भारत- वेस्ट इंडीज में सौवां टेस्ट टेस्ट व सीरीज जिताने को बेताब
- वेस्ट इंडीज के लिए भारत की मजबूत बल्लेबाजी को रोकना बेहद मुश्किल
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : रोहित शर्मा की अगुआई में भारत की निगाहें अपनी जीत का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए मेजबान वेस्ट इंडीज से पोर्ट ऑफ स्पेन में बृहस्पतिवार से शुरू हो रहा सीरीज का दूसरा व आखिरी क्रिकेट टेस्ट भी जीत मेजबान टीम से लगातार नौवीं टेस्ट सीरीज जीतने की होगी। भारत और वेस्ट इंडीज के बीच यह सौवां क्रिकेट टेस्ट होगा और रोहित अपनी कप्तानी में भारत को यह टेस्ट और सीरीज 2-0 से जिताने को बेताब हैं। भारत ने वेस्ट इंडीज से इससे पहले 2006 से 2019 तक लगातार आठ टेस्ट सीरीज जीती हैं और इनमें से 2011 -12 से पिछली पांच टेस्ट सीरीज 2-0 के समान अंतर से जीती है। भारत फिलहाल डॉमीनिका में सीरीज का पहला टेस्ट पारी और 141 रन से जीत कर दो टेस्ट की सीरीज में 1-0 से आगे है। भारत ने एक टीम के रूप में पहले टेस्ट में जैसा दमदार खेल दिखाया है उससे वेस्ट इंडीज के लिए दूसरा टेस्ट जीत सीरीज में एक-एक की बराबरी पाना बेहतद मुशिकल होगा। वेस्ट इंडीज पोर्ट ऑफ स्पेन में चाहे स्पिनरों की मददगार पिच बनाए या फिर तेज गेंदबाजों की मुफीद पिच, उसके गेंदबाजों के लिए मजबूत भारतीय बल्लेबाजी को रोक उसे दूसरा टेस्ट भी जीतने और सीरीज 2-0 से अपने नाम करने से रोकना बेहद मुश्किल होगा। भारत 2019 की तरह एक फिर दो टेस्ट की सीरीज वेस्ट इंडीज का उसके घर में सफाया करने के मकसद से उतरेगा।
भारतीय टीम के लिए बेशक यह बदलाव का दौर है लेकिन उसके लिए अच्छी बात यह जब उसके करीब एक दशक तक दुनिया में क्रिकेट में छाए कप्तान रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अजिक्य रहाणे और विराट कोहली जैसे धुरंधरों के क्रिकेट करियर की सांझ दस्तक दे रही है तो अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया में स्थान पाने ही नियमित स्थान बनाने के लिए शुभमन गिल, मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट में शतक से आगाज करने वाले यशस्वी जायसवाल और विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन जैसे नवोदित क्रिकेटर सधे और मजबूत कदमों से बढ़ रहे हैं। शुभमन गिल के टेस्ट में भारतीय टीम प्रबंधन से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने की इच्छा जताने के बाद टीम प्रबंधन ने उन पर पूरा भरोसा जताया है। बेशक शुभमन गिल (6) सीरीज के पहले टेस्ट की एकमात्र पारी में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सस्ते में आउट हो गए लेकिन टीम इंडिया के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का भविष्य बताते हुए उन पर इस पर खेलने के लिए भरोसा जताया है।
कप्तान रोहित शर्मा (103 रन) और यशस्वी जायसवाल (171रन) के शानदार शतकों और सदाबहार स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (कुल 12 विकेट) और रवींद्र जडेजा (पांच विकेट) के बुने स्पिन की जाल की बदौलत भारत ने वेस्ट इंडीज को डॉमिनिका में पहले क्रिकेट टेस्ट में स्पिनरों की मददगार घुमाव और उछाल वाली पिच पर वेस्ट इंडीज को एक पारी और 141 रन से शिकस्त दी। पोर्ट स्पेन में बारिश की आशंका की चर्चाओं के बावजूद कप्तान रोहित शर्मा ने साफ कर दिया है कि दूसरे टेस्ट के लिए भी भारतीय एकादश में ज्यादा उम्मीद नहीं है। रोहित का यह कहना कि वह चाहते हैं कि उनके उपर के बल्लेबाज बढिय़ा बल्लेबाजी कर और बेशक इशान किशन एक सक्षम बल्लेबाज हैं लेकिन वह चाहते हैं कि उनका बल्लेबाजी में नंबर ही नहीं आए। भारत के लिए पहले टेस्ट की जीत में अच्छी बात यह रही कि जायसवाल ने अपने टेस्ट करियर का आगाज शतक से किया जबकि डॉमीनिका की मुश्किल पिच पर अपने टेस्ट करियर का आगाज करने इशान किशन ने रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे धुरंधर स्पिनरों के खिलाफ घुमाव और उछाल लेती पिच पर बेहतरीन विकेटकीपिंग की। भारत के लिए शीर्ष क्रम में जायसवाल और कप्तान रोहित के पहले टेस्ट में शतक जडऩे के साथ शीर्ष क्रम में विराट कोहली ने 76 रन की बेहतरीन पारी खेली जबकि रवींद्र जडेजा 37 बनाकर अविजित रहे और भारत ने अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 421 के बड़े स्कोर पर समाप्त घोषित कर दी थी।
पोर्ट ऑफ स्पेन की पिच पारंपरिक रूप से स्पिनरों की मददगार रही है। शायद यही कारण यह है कि वेस्ट इंडीज ने पहले से ही टीम में मौजूद लेफ्ट आर्म स्पिनर जॉमेल वरीकन, भारी भरकम ऑफ रहकीम कॉर्नवाल के साथ दूसरे व अंतिम टेस्ट के लिए अपनी टीम में बल्लेबाजी ऑलराउंडर रेमंड राइफर की जगह ऑफ स्पिन ऑलराउंडर केविन सिंकलेयर को अपनी 13 सदस्यीय टीम में जगह दी है। बड़ा सवाल यह है कि वेस्ट इंडीज की ताकत परंपरागत रूप से उसकी तेज गेंदबाज रही है तो क्या वह इसके लिए पोर्ट ऑफ स्पेन में तेज पिच बनाएगा? वेस्ट इंडीज के पास केमॉर राश, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ और शेनन गैबरियल के रूप में भारत की मजबूत बल्लेबाजी का इम्तिहान लेने वाले तेज गेंदबाज हैं तो फिर उसने डॉमीनिका में पहले टेस्ट में धीमी पिच क्यों बनाई? सच तो इसी सवाल में इसका जवाब छुपा है। दरअसल वेस्ट इंडीज के कप्तान क्रेग ब्रेथवेट व तेग नारायण चंद्रपॉल की सलामी जोड़ी के बाद उसके लिए डॉमीनिका में दोनों पारियों में कुल मिलाकर 75 रन बनाने वाले एलिक अथानजे के बाद शीर्ष क्रम में पारी को संभालने व संवारने वाला बल्लेबाज ही नहीं है। ऐसे में वेस्ट इंडीज अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए अपनी एकादश में बल्लेबाजी ऑलराउंडर रीफर की जगह मुमकिन है कि टेस्ट खेलने की बाट जोह रहेकिर्क मैकेंजी को शामिल करने की सोच सकती है।
दरअसल वेस्ट इंडीज अपनी बल्लेबाजी को लेकर चिंतित है ही गेंदबाजी में यह इसको लेकर असमंजस में है कि वह तेज गेंदबाजों पर भरोसा करे या फिर स्पिनरों पर? कप्तान रोहित शर्मा का दूसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहना ठीक ही है कि यदि वेस्ट इंडीज के अनुभवी ऑफ स्पिनर रहकीम कॉर्नवाल पूरी तरह स्वस्थ रह कर लेफ्ट आर्म स्पिनर जोमेल वरीकन के साथ उपलब्ध होते तो भारतीय टीम के लिए ज्यादा मुश्किल चुनौती पेश कर सकते थे। बेशक वेस्ट इंडीज के कप्तान ब्रैथवेट, तेगनारायण चंद्रपाल और अथानजे में क्रीज पर टिकने की क्षमता है लेकिन अश्विन और जडेजा जैसे विश्वस्तरीय स्पिनरों से पार पाने के लिए जो धैर्य चाहिए उसकी इन तीनों में कमी दिखती है।
टेस्ट मैच का समय : शाम साढ़े सात बजे से(भारतीय समयानुसार)।
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