- भारत की अनु को खासतौर पर फिर गोल दागने की राह पर लौटना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : छह -छह गोल कर चुकी तेज तर्रार स्ट्राइकर अनु और ड्रैग फ्लिकर दीपिका तथा मौकों को भुनाने की कला में माहिर स्ट्राइकर मुमताज खान के पांच गोल की बदौलत भारत अब तक काकामिगहारा, गिफू (जापान) में अपने तीन में से दो मैच जीत और दक्षिण कोरिया के खिलाफ मैच ड्रॉ खेल कर जूनियर महिला हॉकी एशिया कप में सात अंकों के साथ अपने बेहतर गोल अंतर के कारण फिलहाल पूल ए में शीर्ष पर है। दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम के भारत की जूनियर टीम की तरह तीन मैचों से सात अंक है, लेकिन अपने कमतर गोल अंतर के कारण फिलहाल पूल ए में दूसरे स्थान पर है। भारत की जूनियर महिला टीम की निगाहें कमजोर चीनी ताइपे को बृहस्पतिवार को अब पूल ए में अपने अंतिम मैच में हराकर शीर्ष पर बरकरार रह सेमीफाइनल में स्थान पाने पर लगी हैं। दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम को भारत को गोल अंतर में पीछे छोड़ शीर्ष पर पहुंच सेमीफाइनल में स्थान बनाने के लिए जापान को बड़े अंतर से हराना होगा। जापान की जूनियर टीम यदि दक्षिण कोरिया को पूल ए के अपने अंतिम मैच में हरा देती तो फिर वह सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी।
भारत की जूनियर महिला टीम फिलहाल जिस तरह रंग में हैं उसे अब तक अपने तीन में से मात्र एक मैच जीतने वाली चीनी ताइपे की जूनियर टीम के खिलाफ जीत में कोई दिक्कत पेश नहीं आनी चाहिए। भारत के लिए अनु ने अब तक सभी छह गोल कमजोर उज्बेकिस्तान के खिलाफ किए हैं। वहीं मुमताज खान और दीपिका ने शुरू के तीनों में मैचों में गोल किए है। खासतौर पर अनु को अपनी रणनीति में बदलाव कर फिर गोल दागने की राह पर लौटना होगा क्योंकि उनका गोल दागना भारत की जूनियर महिला टीम के आगे के सफर के लिए खासा अहम है। भारत की जूनियर टीम को जिस तरह मलयेशिया और दक्षिण कोरिया की टीमों के खिलाफ जीत के लिए जूझना पड़ा उससे सबक लेकर खासतौर पर अनु को अपनी रणनीति बदलने की जरूरत है। भारत की जूनियर टीम अपने पूल में ए में शीर्ष पर रहती है, जैसी पूरी उम्मीद है तो फिर वह पूल बी में शीर्ष पर रहने की दावेदार चीन से सेमीफाइनल में भिडऩे से बच सकती है।
भारत की जूनियर टीम की कप्तान प्रीति ने चीनी ताइपे की जूनियर टीम के खिलाफ मैच की कहा, ‘ हमारे लिए फिलहाल जूनियर महिला एशिया कप अच्छा रहा। हमारी टीम अब तक अजेय रही है। मलयेशिया और दक्षिण कोरिया की जूनियर टीमों के खिलाफ हमारे मैच बेशक खासे संघर्षपूर्ण रहे, लेकिन इससे हमें अपनी कूवत दिखाने का मौका मिला। हम मलयेशिया और दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम के खिलाफ मैच पिछडऩे के बाद जीतने में कामयाब रहे। हमारा ध्यान बराबर अपनी योजना और मकसद पर है। हमारी निगाहें प्रतिद्वंद्वी चाहे जो भी उसके खिलाफ जीत पर ही रहती हैं।’
बृह्सपतिवार : मैच का समय भारत वि. चीनी ताइपे (भारतीय समयानुसार दोपहर साढ़े 12 बजे से।