
- भारत और मलयेशिया में बेहद रोमांचक मुकाबले की उम्मीद
- पलड़ा भारी रहने के बावजूद मलयेशिया को हल्के नहीं ले सकता भारत
- मलयेशिया की रणनीति भी भारत के कप्तान हरमनप्रीत को रोकने की रहेगी
- भारत को मलयेशिया के अशरी, शैलो , राजी और फैजल से चौकस रहना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
चेन्नै : कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारतीय हॉकी टीम और नए चीफ कोच क्रेग फुल्टन की जोरदार जवाबी हमलों में यकीन करने वाली मलयेशिया के खिलाफ पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी, चेन्नै के रविवार को खेले जाने वाले राउंड रॉबिन लीग के तीसरे अहम मैच में रणनीति कसौटी पर होगी। मलयेशिया अपने शुरू के दोनों मैच जीत कुल छह अंकों के साथ शीर्ष पर है।भारत एक जीत और एक ड्रॉ के साथ चार अंक ले अपने बेहतर गोल अंतर के कारण दूसरे स्थान पर है। भारत और मलयेशिया के बीच हर मंच पर संघर्षपूर्ण मुकाबले के इतिहास के मद्देनजर रविवार को भी बेहद रोमांचक और संघर्षपूर्ण मैच की उम्मीद है।आखिरी बार बीते बरस जब दोनों टीमें एशिया कप में भिड़ी थी तब दो मैच तीन-तीन गोल से ड्रॉ रहा था। भारत और मलयेशिया एक दूसरे की ताकत और कमजोरियों से बखूबी वाकिफ हैं। अतीम में मलयेशिया के खिलाफ भारत का पलड़ा बेशक भारी रहा है बावजूद इसके मेजबान टीम अपनी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में लेना गवारा नहीं कर सकती ।
जापान के खिलाफ मैच में मिले डेढ़ दर्जन से ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने के बाद भारत उसके खिलाफ अपने कप्तान हरमनप्रीत सिंह के मात्र दसवें पर दागे एकमात्र गोल से मैच बमुश्किल एक-एक से ड्रॉ कराने के बाद मनदीप सिंह, सुखजीत सिंह, गुरजंट सिंह और आकाशदीप जैसे स्ट्राइकरों से सज्जित उसकी अग्रिम पंक्ति सवालों के घेरे में है। यहां शुरू के दो मैचों में भारत ने चीन के खिलाफ जीत और जापान के खिलाफ ड्रॉ रहे दो मैचों में दागे कुल आठ गोल में उसके कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर तीन और वरुण कुमार के दो गोल सहित सात पेनल्टी कॉर्नर हुए और उसके लिए अकेला मैदानी गोल आकाशदीप सिंह ने किया जबकि बाकी दो गोल स्ट्राइकर मंदीप और सुखजीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर लौटती गेंद पर किए हैं। वहीं मलयेशिया के लए फिरहान अशरी दो पेनल्टी कॉर्नर और दो मैदानी गोल सहित कुल चार गोल कर फिलहाल दो मैचों के बाद गोल दागने में शीर्ष पर चल रहे हैं। फिरहान ने पाकिस्तान के खिलाफ दो मिनट में दो गोल और फिर चीन के खिलाफ दो गोल कर मलयेशिया को जिस तरह जिताया और शैली सिलवरियूज के साथ पेनल्टी कॉर्नर पर अपने ड्रैग फ्लिक से गोल में माहिर तीन सौ से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले राजी रहीम (315), आक्रामक मिडफील्डर फैजल सारी (275) और फैज जाली (199 मैच) से बहुत चौकस रहना होगा।
जापान के ‘रशर’ राइशी फुजीमिशा ने जिस तरह भारत के कप्तान खतरनाक ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह के तूफानी फ्लिक को अपनी स्टिक और शरीर पर ले रोका उससे सबक ले मलयेशिया की रणनीति भी एक साथ दो रशर को उनके पेनल्टी कॉर्नर को रोक कर गोल करने में रोकने की रहेगी। ऐसे में भारत को मलयेशिया पर पार पाना है तो मध्यपंक्ति में खासतौर पर अनुभवी पूर्व कप्तान और उसके ‘दामाद’ आक्रामक सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह व हार्दिक सिंह के साथ मिलकर आगे अग्रिम पंक्ति में अनुभवी आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, सुखजीत सिंह और सेल्वम कार्ति के लिए बराबर गेंद बढ़ानी होगी। रक्षापंक्ति में कप्तान हरमनप्रीत सिंह, वरुण कुमार, अमित रोहिदास और जुगराज को पूरी मुस्तैदी से फिरहान अशरी और शैलो की मजबूत चौकसी करनी होगी। भारत के गोलरक्षक पीआर श्रीजेश को अपने पूरे अनुभव का इस्तेमाल कर पूरी टीम के ‘लीडर’ की भूमिका निभानी होगी।
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रविवार के मैचों का समय
द. कोरिया वि. चीन, शाम 4 बजे से
जापान वि. पाकिस्तान, शाम सवा सात बजे से
भारत वि. मलयेशिया, रात 8 बजे से