- शमी मिले मौके लपक कर बने भारत के तेज आक्रमण के तुरुप के इक्के
- न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल विकेट चटका शमी ने किया ट्रोलर्स का मुंह बंद
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बतौर तेज गेंदबाज अपनी रफ्तार और धार की बदौलत सेमीफाइनल सहित बाद के छह मैचों में 23 विकेट चटका कर भारत को मौजूदा आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में अहम भूमिका निभाई है। भारत अब अहमदाबाद उनके आईपीएल के गुजरात टाइटंस के लिए बराबर खेलने के कारण चिर परिचित मैदान पर खेलने के कारण खासा परिचित होने के कारण पांच बार चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में गेंद से ऐसी ही रफ्तार के साथ धार दिखाने कर जीत दिलाकर वन डे विश्व कप खिताब जिताने की आस कर रहा है। हार्दिक पांडया के चोट के तीसरे मैच में चोट चलते बाहर होने पर चौथे मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में भारत की एकादश में मिले मौके को भुनाते हुए शमी ने पिछले छह मैचों में तीन में पांच या इससे अधिक विकेट चटका कर अब खुद को भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण का तुरुप का इक्का साबित किया है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि शुरू के तीन मैचों में शुरुआती एकादश का हिस्सा न होने के बाद चौथे मैच से न्यूजीलैंड के खिलाफ मौके को भुना कर वह अब भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के तुरुप के इक्के बन गए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में मुंबई में सात विकेट चटका मैन ऑफ द मैच बन भारत को 70 रन से जीत दिलाने के बाद शमी ने कहा भी वह अपने मौकों का इंतजार कर रहे थे। शमी के बचपन के कोच बदरुद्दीन सिद्दिकी ने भी यही कहा शमी अपनी कूवत दिखाने के लिए मौके का इंतजार कर रहे थे मौका मिलने पर अपनी कूवत दिखाई भी। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ही मौजूदा संस्करण में न्यूजीलैंड के केन विलियमसन सहित सहित हर प्रतिद्वंद्वी टीम का कप्तान शमी की गेंदबाजी का कायल है और उन्हें सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज बता रहा है। शमी का अपने कौशल और मेहनत के साथ किस्मत भी पर भरोसा उनके और टीम इंडिया के काम आया। शमी की बदकिस्मती कहिए या फिर किस्मत का फेर की शमी को टीम इंडिया में बेहद प्रतिभाशाली होने के बावजूद अब से पहले कभी भी वह सम्मान नहीं मिल मिला जिसके वह बराकर अधिकारी रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के अमरोहा के सहसपुर के बाशिंदे भारत के 33 बरस के मोहम्मद शमी की बतौर तेज गेंदबाज ताकत मुश्किल हालात में सर्वश्रेष्ठ करने की उनरकी जिद है। पत्नी हसीन जहां से कानूनी जंग झेलने के बावजूद सिर्फ अपनी गेंदबाजी पर फोकस रखना ही शमी की कामयाबी का सबसे बड़ा सबब है। 2021 में टी-20 विश्व कप में एक दिन ढीले प्रदर्शन पर ट्रोलर्स ने उन्हें ‘पाकिस्तान गद्दार’ तक कहा लेकिन ऐसे में विराट कोहली की तारीफ करनी होगी कि वह सबसे पहले सबसे आगे उनके समर्थन में आगे आए। जब न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में मौजूदा वन डे विश्व कप के सेमीफाइनल में उनसे जसप्रीत बुमराह की गेंद पर कप्तान केन विलियमसन का कैच छूटा तो कुछ ट्रोलर्स ने कुछ ओझी बात कह कर उनकी आलोचना की लेकिन शमी सात न्यूजीलैंड के सात विकेट चटका भारत को फाइनल में पहुंचा सभी का मुंह बंद कर दिया। खेल में कैच छूटते हैं लेकिन इस तरह की ओछी हरकत वाकई निंदनीय है। खैर खिलाड़ी को अपने करियर में इस तरह के मंजर कई बार चाहे अनचाहे देखने ही पड़ जाते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नै में भारत की मौजूदा विश्व कप पहले मैच में एकादश में छह विकेट से जीत में जब शमी को एकादश से बाहर रखा गया तो किसी ने भी खुल कर इसकी आलोचना करने के बजाय एक चुप, सौ सुख की नीति अपनाते हुए मौन रहना ज्यादा मुनासिब समझा। हार्दिक पांडया को चोट के चलते मिले मौके को दोनों हाथ से लपकने वाले मोहम्मद शमी जानते हैं कि वह उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव से आते हैं उनके लिए खुद पहले अपने प्रदेश में रणजी ट्रॉफी टीम में जगह न मिलने पर बंगाल जैसे खानपान से लेकरएक अलग और अनजान परिवेश में जाकर वहां टीम में जगह बनाना और फिर भारतीय क्रिकेट टीम में तीनों फॉर्मेट में अपने लिए अलग जगह बनाना वाकई काबिलेतारीफ है। यूं भी पश्चिम उत्तर प्रदेश की मिट्टी में कुछ ऐसा है कि यहां से आने वाले बाशिंदे बात की बजाय अपने काम से चाहे वह खेल हो या कोई भी काम अपना नाम बनाने में भरोसा रखते हैं। मौजूदा वन डे विश्व कप में जहां भारत के तोप तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और नौजवान मोहम्मद सिराज की गेंदों पर चौके और छक्के जड़े गए उन्हीं पर अपने सीम मूवमेंट और स्विंग से बराबर विकेट चटका कर भारत के कप्तान रोहित शर्मा के संकटमोचक बनकर उभरे। शमी ने मौजूदा वन डे विश्व कप में भारत के कुल पांचवें मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में मौका पाकर पांच विकेट चटकाने उसे जीत दिलाने के बाद मुंबई की उमरभरी गर्मी में फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में एकदम पाटा यानी सपाट विकेट पर मात्र 57 रन देकर सात चटका जीत दिला कर खुद को इस संस्करण का सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज साबित किया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ शमी के सात विकेट किसी भी भारतीय गेंदबाज का वन डे क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में सबसे शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन है। शमी की कामयाबी का सबब है उनके गेंदबाजी कौशल के साथ उनकी मेहनत और जीवट का नतीजा है।
मोहम्मद शमी ने अपनी धारदार गेंदबाजी से न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को अपना कायल बना लिया। विलियमसन ने शमी को वन डे क्रिकेट का दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बनाया है। भारत की खुशकिस्मती यह है कि शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे उसके तेज गेंदबाजी आक्रमण के तुरुप के इक्के अहमदाबाद की पिच पर बराबर खेलने के कारण इसके मिजाज से वाकिफ हैं और उसके तुरुप के बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भी गुजरात के होने के कारण और शुभमन गिल गुजरात टाइटंस के लिए इस पर बराबर आईपीएल में खेलने के कारण इसके मिजाज से पूरी तरह वाकिफ हैं। शमी ने लखनउ में अपनी रफ्तार और मूवमेंट और स्विंग से परेशान करने के बाद जिस तरह इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को बोल्ड किया उस पर उन्होंने उन्हें मौजूदा संस्करण का सबसे बेहतरीन गेंदबाज बताया।
‘मै अपने मौकों का इंतजार कर रहा था’
शमी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में सात विकेट चटकाने के बाद कहा, ‘मैं अपने मौकों का इंतजार कर रहा था। मैं सफेद गेंद से बहुत ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला। मेरा मौजूदा वन डे विश्व कप भारत की एकादश में वापसी धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई। विविधता की बहुत बात होती है लेकिन मैं अभी भी विकेट लेने के लिए नई गेंद को आगे पिच कराने में यकीन करता हूं, मुझसे विलियमसन का आसान कैच छूटा , जो कि मुझे नहीं छोडऩा चाहिए था और मुझे खुद को बहुत बुरा लगा। बावजूद इसके मेरा फोकस रफ्तार कुछ कम कर यह देखते था कि क्या न्यूजीलैंड के बल्लेबाज हवा में स्ट्रोक खेलते हैं। हम इसी मौके और विविधता का इतजार कर रहे थे। पिच बहुत बढिय़ा थी और और इस पर दोपहर में काफी रन बने थे । रात में ओस का कुछ अंदेशा था । यदि ओस होती तो गेंद तेजी से पिच पर निकलती है औद इस रन बन सकते हैं। सेमीफाइनल मेंं अपने शानदार प्रदर्शन से खुश हूं क्योंकि पिछले दो विश्व कप में हम सेमीफाइनल में हार गए थे।कौन जाने फिर कब किसे मौका मिेल, हमने सब कुछ झोंक दिया और क्योंकि हम इस मौके को गंवाना नहीं चाहते थे।
मोहम्मद शमी का वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में बतौर गेंदबाज प्रदर्शन
कुल मैच विकेट पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी औसत इकॉनमी 5 विकेट
100 194 7/57 23.56 5.54 5 बार
2023 मे 18 42 7/57 15.73 5.25 4
विश्व कप में 17 54 7/57 12.90 5.05 4
2023
विश्व 6 23 7/57 9.13 5.01 3
*शमी मौजूदा वन डे विश्व कप में 3 बार पांच विकेट लेकर अब तक मैन ऑफ द मैच