भारत की महिला हॉकी टीम द. कोरिया पर जीत के साथ रिकॉर्ड बेहतर करने उतरेगी

  • भारत की निगाहें लगातार तीसरी जीत के साथ सेमीफाइनल में स्थान पर
  • भारत को जीत के लिए पेनल्टी कॉर्नर का बेहतर इस्तेमाल कर गोल करने होंगे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : किले की मजबूत ‘दीवार’ सविता की अगुआई में पिछली उपविजेता भारत की महिला हॉकी टीम अब पांच बार की चैंपियन दक्षिण कोरिया को भी रविवार को हंगजू (चीन) में 19 वें एशियाई खेलों के पूल में लगातार तीसरी जीत के साथ अपने पूल ‘ए’ में लगातार तीसरी के साथ सेमीफाइनल में स्थान पक्का करने के मकसद से उतरेगी। दक्षिण कोरिया और भारत के दो दो मैचों में जीत के साथ समान रूप से छह छह अंक हैं। भारत अपने बेहतर गोल अंतर के साथ पूल ए में शीर्ष पर है। अपनी चीफ कोच यांकी शॉपमैन की अगुआई में भारत ने गोल की बारिश करते हुए पहले सिंगापुर को 13-0 से फिर शुक्रवार को मजबूत मलयेशिया पर 6-0 से जीत दर्ज की। वहीं दक्षिण कोरिया ने अपने पहलै मैच में सिंगापुर को 4-0 से और दूसरे में हांगकांग काृ 7-0 से हराया है। भारत के खिलाफ दक्षिण कोरिया का पलड़ा भारी रहा है उसने उसके खिलाफ अपने 19 में से 11 मैच जीते हैं। वहीं भारत की महिला टीम मात्र छह मैच ही जीत पाई है जबकि दो मैच ड्रॉ रहे है। भारतीय महिला हॉकी टीम की कोशिश दक्षिण कोरिया के खिलाफ रविवार को जीत के साथ रिकॉर्ड बेहतर करने के मकसद से उतरेगी, दक्षिण कोरिया के भी भारत की तरह शुरू के दोनों मैचों में जीत के साथ समान रूप से छह छह अंक हैं। भारत अपने बेहतर गोल अंतर के साथ पूल ए में शीर्ष पर है। भारत ने पिछले एशियाई खेलों में दक्षिण कोरिया को पूल ए के मैच में 4-1 से हराया था और मौजूदा संस्करण में इसी जीत को दोहराने को बेताब हैं।

भारत की मलयेशिया पर आसान बड़ी जीत के बावजूद उसके लिए बड़ी चिंता करीब दर्ज भर पेनल्टी कॉर्नर में मात्र दो को ही गोल में बदलना रहा। भारत को दक्षिण के खिलाफ जीत हासिल करनी है तो पेनल्टी कॉर्नरों का बेहतर इस्तेमाल कर गोल करने होंगे। दरअसल नियमित ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर के एशियाई खेलों से बाहर रहने के कारण पेनल्टी कार्नर पर उपकप्तान दीप ग्रेस एक्का जरूर ड्रैग फ्लिक से गोल करने, नेहा गोयल और मोनिका के साथ नवनीत कौर इनडायरेक्ट गोल करने की कोशिश की है लेकिन इनमें आशिंक रूप से कामयाब हो पाई है। भारत को दक्षिण कोरिया पर जीत दर्ज करनी तो उसकी अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया, ललरेमसियामी, दीपिका और संगीता को मैदानी गोल करने पर ज्यादा तवज्जो देनी होगी। साथ ही मध्यपंक्ति में नेहा गोयल, निशा वारसी, सुशीला चानू और सलीमा टेटे को बराबरअपनी साथी स्ट्राइकरों के लिए आगे गेंद बढ़ानी होगी जिससे कि वे सभी मैदानी गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर भी बराबर बना सके। भारतीय महिला हॉकी टीम के खेल की थाह लेने के लिए शुक्रवार को उसके मलयेशिया के खिलाफ मैच के दौरान उसकी पूरी टीम मौजूद थी

हम सर्वश्रेष्ठ हॉकी खेल जीत के लिए तैयार : सविता
भारत की कप्तान सविता ने कहा, ‘दक्षिण कोरिया के खिलाफ खेलना एक कड़ी चुनौती होता है और इतिहास गवाह है कि उनका हमारे खिलाफ पलड़ा भारी रहा है। अब हम अलग टीम है और आत्मविश्वास और जीवट से लबरेज है। हम दक्षिण कोरिया के खिलाफ मैच में मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाने को बेताब हैं। हमारा लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ हॉकी खेल कर जीत के लिए तैयार हैं।’

हम द. कोरिया की चुनौती के िलए तेयार है : दीप ग्रेस
भारत की उपकप्तान फुलबैक दीप ग्रेस एक्का ने कहा, ‘हमारी टीम इस मैच के लिए खुद को तैयार करने के लिए शिद्दत से जुटी है। हम बतौर प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया की कूवत का सम्मान करते हैं पर हमें खुद पर भी भरोसा है। शुरू के दो मैचों में मिली जीत से हमारा हौसला बढ़ा है और हम दक्षिण कोरिया की इस चुनौती के लिए तैयार हैं। दक्षिण कोरिया के खिलाफ यह मैच खासा रोमांचक रहने वाला है और हमारा लक्ष्य उसे कड़ी टक्कर देना है।

मैचों का कार्यक्रम :
1 अक्टूबर: भारत वि. द. कोरिया, दोपहर डेढ़ बजे।
2 अक्टूबर : भारत वि. हांगकांग, सुबह पौने आठ बजे।