भारत के लिए नागपुर में दूसरे टी-20 में जीत बेहद जरूरी

  • हारे तो ऑस्ट्रेलिया जीत लेगा सीरीज
  • आखिर के ओवरों अपने गेंदबाजों की धुनाई बनी भारत का सिरदर्द
  • बुमराह के खेलने को लेकर असंमजस ने बढ़ाई भारत की परेशानी
  • भारत को सूझबूझ से चुननी होगी अपनी एकादश

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के लिए आखिरी के मारधाड़ वाले ओवरों में मेहमान विश्व चैंपियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में पहले टी-20ं सहित लगातार पिछले तीन मैचों में दूसरी पारी में अपने गेंदबाजों खासतौर पर स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार की धुनाई नागपुर में खेले जाने वाले सीरीज के दूसरे और आगामी टी-20 विश्व कप से पहले बड़ा सिरदर्द बन गई। अपनी शुरू से दे दनादन की रणनीति पर अमल कर मोहाली में पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर हार्दिक पांडया की 71 रन की आतिशी पारी और सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के अद्र्धशतक की बदौलत भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना छह विकेट पर 208 रन का सर्वाधिक स्कोर बनाने के बावजूद चार गेंदों के बाकी रहते करीबी मैच में चार विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना कि भारतीय गेंदबाजों ने मोहाली में अच्छी गेंदबाजी नहीं की। नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन(वीसीए) मैदान की पिच मोहाली से अलग होगी। खासतौर पर रात को ओस के गिरने के चलते टॉस जीतने वाली टीम बाद में बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। दिलचस्प होगा कि क्या रोहित शर्मा अपनी ‘जन्मस्थलीÓ नागपुर में टॉस जीत भारत को जीत की राह पर लौटाने में कामयाब होंगे। भारत के कप्तान रोहित शर्मा और धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली मोहाली में सस्ते में आउट होने के बाद नागपुर में बड़ी पारी खेलने को बेताब होंगे। भारत के बल्लेबाजों को पहले मैच में तीन विकेट चटकाने वाले ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज नाथन एलिस व अनुभवी जोश हेजलवुड से चौकस रहना होगा।

भारत को मौजूदा तीन टी-20 मैचों की सीरीज में अपनी चुनौती बनाए रखने के लिए नागपुर में शुक्रवार को दूसरे मैच में जीत बेहद जरूरी है। भारत नागपुर में हारा तो सीरीज भी हार जाएगा। भारत जीता तो एक-एक की बराबरी के साथ हैदराबाद में तीसरे और निर्णायक मैच में जीत के साथ सीरीज अपने नाम करने की आस कर सकता है। भारत की पहले टी-20 में आखिर के ओवरों में ढीली गेंदबाजी के साथ फील्डिंग भी बेहद घटिया रही और इसी का लाभ उठाकर मैन ऑफ द मैच कैमरन ग्रीन ने 61 रन की पारी खेल ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से जीत के साथ भारत के खिलाफ सीरीज में 1-0 की बढ़त दिला दी।

बड़ा सवाल है चोट से उबरने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टी-20 सीरीज के लिए 15 खिलाडिय़ों में शामिल जसप्रीत बुमराह को पहले टी-20 से भारत ने बाहर क्यों रखा। बुमराह इससे पहले पीठ की चोट के चलते यूएई में एशिया कप से बाहर रहे थे और वहां भी भारत की आखिर के मारधाड़ वाले ओवरो में जमकर धुनाई हुई थी।जसप्रीत बुमराह के खेलने को लेकर असंमजस ने भारत की परेशानी बढ़ा दी है। फिर वही सवाल क्या बुमराह अब पूरी तरह फिट हैं और शुक्रवार को नागपुर में खेले जाने वाले दूसरे टी-20 में उपलब्ध होंगे? बुमराह के खेलने को लेकर खुद कप्तान रोहित शर्मा भी गोलमोल सा जवाब देते हुए कहते हैं कि वह सीरीज के दूसरे या तीसरे टी-20 मैच के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। चोट के बाद वापसी करने वाले हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार ने पहले मैच में आठ ओवर में सौ से ज्यादा दे दिए थे।

भारत को सीरीज में वापसी करनी है तो हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा को बहुत ही सूझबूझ से ऑस्टे्रलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 के लिए अपनी एकादश चुननी होगी। चोट के बाद वापसी करने वाले हर्षल पटेल और पिछले लगातार तीन टी-20 में 19 ओवर में खासे महंगे साबित हो रहे भुवनेश्वर कुमार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खासतौर पर आखिर के ओवरों के लिए बेहतर रणनीति बना कर उतरना होगा। रवींद्र जडेजा की चोट के चलते ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज और टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने वाले लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल (3/17) ने मौजूदा सीरीज के पहले मैच में मुश्किल वक्त पर जिस स्पिन का जाल बुन विकेट चटकाए उनसे प्रेरणा लेकर गेंदबाजी करनी चाहिए। भारत को जीतना है कि उसके गेंदबाजों को एक इकाई के रूप में धार के साथ रफ्तार दिखानी होगी और तुरुप के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को बदली रणनीति के साथ उतरना होगा। यह भी देखना होगा चोट के बाद वापसी करने वाले हर्षल पटेल कितने ‘मैचÓ फिट है? बुमराह फिट हुए तो वह बेशक उमेश यादव की जगह भारत की एकादश में होंगे। भुवी की हाल ही में हुई धुनाई की चलते भारत के पास उन्हीं की तरह के दीपक चाहर को शामिल करने का विकल्प है। कप्तान रोहित और हेड कोच द्रविड़ से यह भी सवाल पूछा जाना चाहिए कि क्या वे दिनेश कार्तिक से आखिर के दो-तीन ओवर में दे दनादन की आस में ही एकादश में शामिल कर रहे है। ऐसे में शीर्ष क्रम में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में बेशक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऋषभ पंत बेहतर विकल्प हैं। यूं भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में ऋषभ पंत का जिस तरह बढिय़ा रिकॉर्ड रहा वह इस टी-20 सीरीज और ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप के लिए कार्तिक से बढिय़ा विकल्प हैं।

2019 के बाद टीम में वापसी करने वाले उमेश यादव ने दो जरूर चटकाए लेकिन वह और टीम के छठे गेंदबाजं हार्दिक पांडया की भी कैमरून ग्रीन और मैथ्यू वेड ने जमकर धुनाई की उससे भारतीय गेंदबाजी को लेकर हर कोई चिंतित दिखा। बड़ा सवाल यह है कि शुरू के पॉवरप्ले और आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक ओपनर कैमरून ग्रीन और अनुभव मैथ्यू वेड पर कौन लगाम लगाएगा। बेशक भुवनेश्वर के स्विंग के कौशल पर किसी भी शक नहीं है लेकिन दिक्कत यह है कि उनकी रफ्तार इतनी कम है कि बल्लेबाज अपनी क्रीज छोड़ उनकी धुनाई का मौका नहीं छोड़ते है। इसी का नतीजा है कि भुवी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 और एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ सुपर 4 मैचों सहित पिछले तीन मैचों में अंतिम पूर्व ओवर फेंकते हुए इन तीन ओवर में 49 खर्च कर दिए। वहीं कैमरून ग्रीन और मैथ्यू वेड ने सही वक्त पर बड़ी पारी खेल कर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला चोट के कारण इस सीरीज के लिए भारत नहीं आने वाले ऑलराउंडर मिचेल मार्श, मरकस स्टोइनस और मिचेल स्टार्क की कमी अखरने नहीं दी। ऑस्ट्रेलिया के लिए अनुभवी स्टीव स्मिथ और टिम डेविड ने मैच के मिजाज के मुताबिक जिस तरह गियर बदल कर बल्लेबाजी की उससे भारत को चौकस रहना होगा।

मैच का समय : शाम सात बजे से