फिसड्डी चेन्नै सुपर किंग्स और हैदराबाद जीत की राह पर लौटने के लिए होंगी आमने -सामने

Laggard Chennai Super Kings and Hyderabad will face each other to return to the path of victory

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अपना -अपना पिछला मैच मुंबई इंडियंस से हारने वाली दो फिसड्डी टीमें पांच बार की चैंपियन चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) और पिछली उपविजेता सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच)आईपीएल 2025 में जीत की राह पर वापस लौटने के लिए चेन्नै के चिदाम्बरम स्टेडियम में शुक्रवार को आमने- सामने होंगी। नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ के चोट के चलते बाहर होने से फिर से कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे महेंद्र सिंह धोनी को अब मान लेना चाहिए कि वह बतौर बल्लेबाज वह अपना करिश्मा गंवा चुके हैं। 43 बरस के धोनी बतौर बल्लेबाज खुद अपनी छाया ही नजर आ रहे हैं। ऋतुराज गायकवाड़ के आईपीएल से बाहर होने से सीएसके ने मुंबई के आयुष म्हात्रे को अपनी टीम में शामिल किया है और उन्होंने अपने घरेलू मैदान मुंबई में अपनी टीम की मुंबई इंडियंस से नौ विकेट से करारी हार के बावजूद शिवम दुबे और रवींद्र जडेजा के अर्द्धशतकों के साथ मात्र 15 गेंदों पर दो छक्कों और चार चौकों की मदद से 32 रन की आकर्षक पारी खेली और इससे उनके राज्य मुंबई के साथी 360 डिग्री सूर्य कुमार यादव ने उनकी पीठ थपथपाई थी। चेन्नै सुपर किंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद से पिछले पांच में से तीन मैच जीते हैं और वह अपने घर मे जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने उतरेगी।

चेन्नै के लिए न्यूजीलैंड के नौजवान सलामी बल्लेबाज रचिन रवींद्र और डेवॉन कॉनवे ने अच्छे आगाज को जारी नहीं रख पाए। मौजूदा आईपीएल के अपना आधा सफर पूरा करने के बाद पिच पर बराबर मैचों से पिचों के टूटने से अब चेन्नै सुपर किंग्स का अपने घर चेन्नै में स्पिन टू विन का मंत्र कारगर हो सकता है। चेन्नै के पास अपनी चेन्नै की स्पिन होती पिच पर बाए हाथ के कलाई के स्पनिर नूर अहमद(8 मैच, 12 विकेट),रवींद्र जडेजा ( 8 मैच, 5 विकेट), ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन( 7 मैच ,5 विकेट) के रूप में मजबूत स्पिन त्रिमूर्ति है। साथ ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील मैच (8 मैच, 11 विकेट), मतीशा पथिराना ( छह मैचों में सात विकेट) के रूप में शुरू और खासतौर पर डेथ ओवर में गेदबाजी करने में माहिर गेंदबाज हैं। चेन्नै के नूर, जडेजा और अश्विन की स्पिन त्रिमूर्ति सनराइजर्स हैदराबाद के ट्रेविज हेड, अभिषेक शर्मा और इशान किशन के रूप में उसके विस्फोटक बल्लेबाजों की त्रिमूर्ति पर लगाम लगा उसे तेज आगाज करन से रोक उसका पूरा गणित बिगाड़ सकती है।

चेन्नै सुपर किंग्स के लिए शिवम दुबे ने एक अर्द्धशतक सहित सबसे ज्यादा 230 रन, रचिन रवींद्र ने एक अर्द्धशतक सहित 191 रन, रवींद्र जडेजा ने एक अर्द्धशतक सहित 145 रन, विजय शंकर ने एक अर्द्धशतक सहित 118 रन, धोनी ने आठ मैचों में 131 रन, डेवॉन कॉनवे ने एक अर्द्धशतक सहित तीन मैचों में 94, राहुल त्रिपाठी ने पाच मैचो मे 55 रन बनाए। सच तो है चेन्नै की मौजूदा सीजन में नाकामी का सबसे बड़ा कारण बल्लेबाजी इकाई के रूप में उसकी नाकामी है। चे्न्नै को जीत की राह पर लौटना है तो उसे खासतौर बल्लेबाजी में एक इकाई के रूप में दमदार बल्लेबाजी की जरुरत होगी। सनराइजर्स हैदराबाद के पास लेग स्पिनर जीशान अंसारी के साथ बाएं हाथ उपयोगी स्पिनर के रूप मे विस्फोटक सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा और ट्रेविज हेड हैं। जरूरत इस बात की होगी कि खुद गेंद से औसत प्रदर्शन करने वाले उसके कप्तान पैट कमिंस अपने स्पिनरों पर चेन्नै की पिच के मिजाज के मुताबिक कितना भरोसा करते हैं। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए हर्षल पटेल ने 7मैचों में 9 विकेट, इशान मलिंगा ने 3 मैच 5 विकेट, जीशान अंसारी छह मैच 5 विकेट, मोहम्मद शमी 7 मैच 5 विकेट,चटकाए है। यह दर्शाता है कि सनराइजर्स हैदराबाद की नाकामी का बड़ा बल्लेबाजी के साथ गेदबाजी इकाई के रूप में उसका औसत प्रदर्शन है।

चेन्नै सुपर किंग्स ने मौजूदा सीजन मे आगाज अपने घर चेन्नै में मुंबई इंडियंस को चार विकेट से और इशान किशन के शतक से सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने घर में राजस्थान रॉयल्स को 44 रन से हरा आगाज किया, लेकिन इसके बाद ये दो टीमें राह भटक गई। अंतिम व दसवें स्थान पर चल रही चेन्नै और नौवें स्थान पर चल रही सनराइजर्स हैदराबाद के आठ आठ में से छह छह हार और मात्र दो दो जीत के साथ चार चार अंक हैं। चेन्नै ने दूसरी जीत लखनउ सुपर जायटंस को उसके घर में पांच विकेट से हरा कर तथा सनराइजर्स ने दूसरी जीत अपने घर हैदराबाद में अभिषेक के शतक से बड़े स्कोर वाले मैच में पंजाब किंग्स को आठ विकेट से हरा कर दर्ज की।

सनराइजर्स हैदराबाद की अच्छी खबर यह है कि उसके विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन 70 रन की तेज पारी खेल अपनी टीम की हार के बावजूद खुद रंग मे लौट आए हैं। हैदराबाद के लिए क्लासेन ने आठ मैचों मे एक अर्द्धशतक सहित सबसे ज्यादा 281 रन, ट्रेविज हेड दो अर्द्धशतक सहित 242, अभिषेक शर्मा एक शतक सहित 240 रन, अनिकेत वर्मा ने एक अर्द्धशतक सहित 171 रन बनाए है। सनराइजर्स हैदराबाद के शीर्ष क्रम मे हेड, अभिषेक व इशान किशन पहली ही गेंद से दे दनादन करने की बजाय थोड़ा धैर्य दिखाए तो बीच के ओवर में क्लासेन, अनिकेत वर्मा, नीतिश रेड्डी और मनोहर मिल कर उसे मजबूत स्कोर तक पहुंचा सकते हैं।

‘ मुंबई इंडियंस ने डेथ ओवर वाली गेंदबाजी समय से पहले ही शुरु कर दी’

हमने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुंबई मे घटिया प्रदर्शन किया। हमें मालूम था कि बाद में पिच पर औस आएगी। मुंबई इंडियंस के पास जसप्रीत बुमराह के रूप में आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे। मुंबई इंडियंस ने डेथ ओवर वाली गेंदबाजी समय से पहले ही शुरु कर दी। हमें इसका लाभ उठा कर रन बनाने चाहिए थे। नौजवान आयुष म्हात्रे ने अच्छी बल्लेबाजी की और बढ़िया ढंग से शॉट खेले। आयुष को हमने भी बल्लेबाजी करते बहुत नहीं देखा है लेकिन मुझे उनकी बल्लेबाजी देख कर लगा कि वह अपने शॉट खेलना पसंद करते हैं। वानखेड़े की पिच पर कोई कोई गेंद रुक कर आ रही थी और मुंबई के बल्लेबाजों ने स्पिन गेंदबाजी को बढ़िया ढंग से खेला। हम अच्छा स्कोर बना नहीं पाए। आप यदि शुरु के छह ओवर में बहुत ज्यादा रन दे देते हं तो फिर मुश्किल हा जाता है। हमें यह बात समझनी होगी कि अतीत में बढ़िया क्रिकेट खेल कर हमने कामयाबी हासिल की है। हमें बहुत भावुक होने की जरूरत नहीं है। हम सही क्रिकेट खेलने और बढ़िया स्कोर खड़ा करने की जरूरत है। हमें कैच लपकने होंगे। हमें एक समय केवल एक मैच की बाबत सोचना होगा। हमें हम यदि प्ले ऑफ के लिए क्वॉलिफाई नहीं करते तो अगले सीजन के लिए संयोजन को देखना होगा। -महेंद्र सिंह धोनी, सीएसके, कप्तान

‘शुरू में लड़खड़ाने के बाद हम संभल नहीं पाए’
‘क्लासेन और अभिनव मनोहर ने बढ़िया बल्लेबाजी कर हमें मुंबई के खिलाफ एक सम्मानजक स्कोर तक पहुंचाया। शुरू में विकेट गंवाने के बाद जरूरत अपनी पारी संभालने की थी लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए। हमने मैच से पहले हैदराबाद की पिच की बाबत चर्चा की थी। आपको हर बाद जरूरत पिच के मिजाज को भांपने की होती है। पहले मैच में हमने है राबाद में 280 से ज्यादा का स्कोर बनाया लेकिन अगले में हम इस पर सस्ते में सिमट गए। यही टी 20 क्रिकेट है आपको मालूम नहीं होता कि क्या होने वाला है। हमें अब अपने घर से बाहर कुछ मैच खेलते हैं। वहां भी हमें पिच को जल्द भांपना होगाँ कई बार शुरू से दे दनादन की रणनीति कारगर रहती है और और कई बार आपको धीहम धळीमे अपनी पारी आगे बढ़ानी पड़ती है। -पैट कमिंस, एसआरएच , कप्तान