शराब मंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार

इंद्र वशिष्ठ

सीबीआई ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री एवं शराब मंत्री मनीष सिसोदिया को शराब नीति बनाने और लागू करने में गड़बड़ी/ घोटाले/अनियमितताओं से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया है।

करोड़ों का भ्रष्टाचार-
नई शराब नीति लागू करने में करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप है. सीबीआई द्वारा इस सिलसिले में मामला दर्ज किए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को रद्द कर दिया था.

14 आरोपी
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष 2021-22 हेतु आबकारी नीति को तैयार करने एवं लागू करने में में कथित अनियमितताओं और निजी व्यक्तियों को निविदा (टेंडर) के बाद के लाभ में विस्तार (Extending benefits) देने के मामले की जारी जांच के लिए दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारी आबकारी मंत्री एवं 14 अन्य के विरुद्ध वर्तमान मामला दर्ज किया गया। मुंबई की एक निजी कंपनी के तत्कालीन सीईओ और 6 अन्य आरोपियों के ख़िलाफ़ 25.11.2022 को एक आरोप पत्र दायर किया गया था. इस मामलें में आगे की जांच की जा रही है।

दारु मंत्री की भूमिका-
सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया से पिछले साल 17 अक्टूबर को भी पूछताछ की गई थी. सीबीआई ने पिछले साल मनीष सिसोदिया के घर, दफ़्तर और गांव में भी छापे मारी की थी. बैंक लाकर की भी तलाशी ली गई थी. सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को 19.02.2023 को जांच में शामिल होने के लिए सीआरपीसी की धारा 41ए के तहत नोटिस जारी किया गया था. मनीष सिसोदिया ने बजट बनाने में व्यस्तता का हवाला देते हुए एक सप्ताह का समय मांगा. मनीष सिसोदिया के अनुरोध को स्वीकार करते हुए, उन्हें आज (26.02.2023 को) जांच में भाग लेने के लिए सीआरपीसी की धारा 41ए के तहत एक नोटिस जारी किया गया था. मनीष सिसोदिया आज सुबह सीबीआई मुख्यालय पहुंचे.

मंत्री ने की टालमटोल-
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि आज मनीष से 17.10.2022 को हुई पूछताछ के दौरान उनके द्वारा टाले गए सवालों के जवाब मांगे गए. इसके अलावा जांच के दौरान एकत्र सबूतों को सामने रखकर उसके आधार पर मनीष सिसोदिया से उनकी आपराधिक भूमिका से संबंधित पूछताछ करनी थी, लेकिन मनीष सिसोदिया ने टालमटोल भरे जवाब दिए.
सबूतों के सामने होने के बावजूद जांच में सहयोग नहीं करने के कारण मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है.
मनीष सिसोदिया को सोमवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा .