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समरकंद में समरबंद की कोशिश
डॉ. वेदप्रताप वैदिक उजबेकिस्तान के समरकंद में 15-16 सितंबर को शांघाई सहयोग संगठन के सदस्य-राष्ट्रों का जो शिखर-सम्मेलन होनेवाला है, वह दक्षिण और मध्य एशिया के राष्ट्रों के लिए विशेष…
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विदा होता राष्ट्रीय वृक्ष बरगद
प्रिंस अभिषेक किसी देश का राष्ट्रीय वृक्ष गौरव का प्रतीक होता है,जो देश की पहचान का अभिन्न अंग है। भारत का राष्ट्रीय वृक्ष बरगद का पेड़ है ,जिसे वैज्ञानिक रूप…
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क्या है भारत और जापान के मध्य ‘2+2’ मंत्रिस्तरीय वार्ता ?
डॉ संतोष कुमार अभी पिछले हफ्ते भारत और जापान के मध्य टोक्यो में भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जापान के विदेश मंत्री…
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देश की धड़कन है हिन्दी
रमेश सर्राफ धमोरा भारत दुनिया में सबसे ज्यादा विविध संस्कृतियों वाला देश है। धर्म, परंपराओं और भाषा में इसकी विविधता के बावजूद यहां के लोग एकता में विश्वास रखते हैं।…
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एथलेटिक्स में देश की उम्मीदों को नई उड़ान देते नीरज चोपड़ा
योगेश कुमार गोयल ओलंपिक हो या विश्व चैंपियनशिप अथवा ऐसी ही दूसरी प्रतियोगिताएं, भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा लगभग प्रत्येक स्पर्धा में कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले 13 महीनों…
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आज के भाग-दौड़ और व्यस्त जीवन में मेडिटेशन क्यों आवश्यक है, बता रहे हैं “ध्यान गुरू” दाजी
दाजी (कमलेश पटेल) “ध्यान गुरू” के साथ बातचीत – कमलेश पटेल, जिन्हें सब प्यार से दाजी के नाम से जानते हैं, ‘हार्टफुलनेस’ के चौथे ग्लोबल टीचर हैं। ‘हार्टफुलनेस’ आज की…
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दादा-दादी की भव्यता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है
दादा-दादी बच्चों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं, जिनके साथ वे अपने रहस्यों को खुलकर साझा कर सकते हैं। दादा-दादी भगवान का एक उपहार है जिसे हमें संजोना चाहिए। हम…
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ऑनलाइन और ऑफलाइन का संधि काल भी शांत होगा
सुरेश खांडवेकर डिजिटल यानी ईमेल से संवाद 1971 से शुरू हुआ । उन्नत होते होते इस डिजिटल माध्यम ने सारा विश्व का वार्तालाप, संवाद और लेन-देन घेर लिया है। अब…
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‘हमें जीवित रहने के लिए चींटियों की जरूरत है, लेकिन उन्हें हमारी ज़रूरत नहीं है’
नीलेश शुक्ला हम सभी इस बात से अवगत हैं कि पर्यावरण में हर चीज के सुचारू संचालन के लिए एक संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) की आवश्यकता होती है। यदि हम…
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