मेरे लिए अपना चौथा ओलंपिक खेलना एक सपने के सच होने जैसा और मील का पत्थर: मनप्रीत सिंह

Playing my fourth Olympics is a dream come true and a milestone for me: Manpreet Singh

  • मैं पेरिस ओलंपिक में शिद्दत से अपना सब कुछ देने को ले रोमांचित हूं
  • हमारी टीम दुनिया को भारतीय हॉकी की ताकत और जज्बे को दिखाने को तैयार
  • टीम रैंकिंग कुछ भी हो हम ओलंपिक में किसी भी टीम को कम न आंके
  • अपने खेल पर ध्यान लगा धैर्य से खेल ओलंपिक में बेहतरीन नतीजे हासिल कर सकते हैं

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : पूर्व कप्तान आक्रामक सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह के साथ अनुभवी सदाबहार गोलरक्षक पीआर श्रीजेश के साथ इसी महीने के आखिर में शुरू हो रहे पेरिस ओलंपिक के रूप में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए खेलने उतरने के साथ लगातार चौथे ओलंपिक में शिरकत करने वाले लेसली क्लाउडियस, सरदार उधम सिंह, धनराज पिल्लै और हॉकी इंडिया के मौजूदा अध्यक्ष दिलीप टिर्की खिलाड़यों की फेहरिस्त में अपना नाम लिखा लेंगे। आठ बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारत को टोक्यो में चार दशक के बाद कांसे के रूप में मनप्रीत सिंह ने अपनी कप्तानी में ओलंपिक में पहला पदक जिताया था। २०११ में भारतीय सीनियर हॉकी टीम के लिए अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले चतुर मिडफील्डर मनप्रीत सिंह ने देश के लिए अब तक ३७० अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल कर २७ गोल किए हैं और वह टीम के आक्रमण और रक्षण की अहम और मजबूत कड़ी साबित हुए हैं। मनप्रीत इससे पहले २०१२ में लंदन ओलंपिक , २०१६ में रियो ओलंपिक और २०२० में टोक्यो ओलंपिक में शिरकत कर चुके हैं और पेरिस ओलंपिक उनका भारत के लिए लगातार चौथा ओलंपिक होगा।

मनप्रीत सिंह ने कहा,ज् मैं बेहद रोमांचित और गौरवान्वित हूं की मैं भारतीय हॉकी टीम के लिए पेरिस में अपना लगातार ओलंपिक खेलने जा रहा हूं। मेरे लिए अपना चौथा ओलंपिक खेलना एक सपने के सच होने जैसा है और मील का पत्थर है, जो मुझे बेहद गर्व से भर देता है। यह बरसों की मेहनत, समर्पण , मेरे परिवार , कोचों और टीम के साथियों के साथियों के अटूट समर्पण का प्रमाण है। भारत के महान हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै के पदचिन्हों पर चलना, जो मेरे सहित भारत के अनगिनत हॉकी खिलाड़ियों की प्रेरणा रहे, एक ऐसा सम्मान है, जिन्हें शब्दों में बयां करना बेहद कठिन है। मैं पेरिस ओलंपिक में शिद्दत से अपना सब कुछ देने को ले रोमांचित हूं। मैं पेरिस ओलंपिक में केवल भारतीय टीम नहीं, भारत के लाखों हॉकी प्रेमियों की उम्मीदों की भी नुमाइंदगी करुंगा। हमारी टीम दुनिया को भारतीय हॉकी की ताकत और जज्बे को दिखाने को तैयार है। हमने खूब पसीना बहाया है और जमकर पेरिस ओलंपिक के लिए तैयारी की है और हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश और देशवासियों को गौरवान्वित करने को तैयार हैं।

जब मनप्रीत सिंह से भारतीय टीम की सोच और उससे पेरिस ओलंपिक में उम्मीदों और टोक्यो ओलंपिक में कांसा जीतने के प्रदर्शन को दोहराने के दबाव की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, ज् हम पर कोई दबाव नहीं है बल्कि हमारी निगाहें टोक्यो ओलंपिक में अपने हर मैच का लुत्फ उठाने पर लगी हैं। हमारे लिए जरूरी है कि किसी भी टीम की रैंकिंग कुछ भी हो हम ओलंपिक में किसी भी टीम को कम न आंके। हर टीम मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने उतरेगी और हम भी। हमारा फोकस अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के साथ एक इकाई के रूप में एक दूसरे के साथ कदमताल करने पर है। हमारा ऐसा विश्वास है कि हम अपने खेल पर ध्यान लगा और धैर्य से खेल कर ओलंपिक में बेहतरीन नतीजे हासिल कर सकते हैं।हमारे लिए अहम है दबाव को खुद पर हावी देने की बजाय जुनून और संकल्प से खेलना।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक में शिरकत करने के लिए सोमवार को रवाना हुई और पहले स्विटजरलैंड में अपने माइक हॉर्न बेस पहुंची और वहां उसने खुद को जेहनी तौर पर मजबूत करने के लिए तीन दिन तक ट्रेनिंग की। अब इसके बाद हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम २० जुलाई को ओलंपिक के लिए पेरिस पहुंचने से पहले नीदरलैंड में उसके खिलाफ कुछ अभ्यास मैच खेलेगी।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम को पेरिस ओलंपिक में पूल बी में मौजूदा चैंपियन बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड और आयरलैंड के साथ रखा गया है । भारतीय पुरुष हॉकी टीम को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए अपने पूल बी में शीर्ष चार में रहना होगा। नीदरलैंड,जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका और मेजबान फ्रांस की टीमें पूल ए में है। पेरिस ओलंपिक में पुरुष हॉकी में कुल १२ टीमें स्वर्ण पदक जीतने की होड़ में होंगी।