शुभमन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में लंबे समय तक खेलेंगे: राठौर

  • प्रतिभासम्पन्न और मेहनती होने के साथ लाजवाब है शुभमन का टेम्परामेंट
  • शुभमन टिक कर खेलने के साथ आक्रामक बल्लेबाजी करने में भी सक्षम
  • तीसरे नंबर पर शुभमन जैसा बल्लेबाज हमारे लिए टेस्ट में बेहद लाभदायक
  • शुभमन गिल भारतीय बल्लेबाजी का भविष्य साबित होंगे
  • यशस्वी का तीनों फॉर्मेट में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साथ भविष्य शानदार

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौर का मानना है कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ शानदार 171 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले 21 बरस के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल में भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के मुताबिक खुद को ढालने की क्षमता है। राठौर का मानना है कि नवोदित यशस्वी जायसवाल के साथ शुभमन गिल में भारत के लिए तीनों क्रिकेट फॉर्मेट में लंबे समय तक खेलने की क्षमता है। शुभमन गिल भारत के लिए अब तक के अपने छोटे लेकिन प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ यह साबित कर भी चुके हैं वह हर फॉर्मेट के मुताबिक खेलने में सक्षम हैं। राठौर मानते हैं कि बेशक यशस्वी में गजब की क्षमता है और उनका तीनों फॉर्मेट में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साथ भविष्य शानदार है।

विक्रम राठौर ने डॉमीनिका में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘बेशक 23 बरस के शुभमन गिल भारतीय बल्लेबाजी का भविष्य साबित होंगे। शुभमन प्रतिभासम्पन्न होने के साथ मेहनती तो हैं ही उनका टेम्परामेंट भी लाजवाब है और यही उन्हें महान क्रिकेटर बनाता है। शुभमन में बहुत प्रतिभा है और उन्होंने सभी फॉर्मेट में इसे दिखाया भी है। शुभमन टेस्ट क्रिकेट में भी रन बना चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने में बल्लेबाजों को अक्सर वक्त लगता है। .बेशक शुभमन कुछ वक्त ले रहे हैं लेकिन उनकी अच्छी बात यह है कि उनकी मेहनत में कहीं कोई कमी नहीं है और बराबर अपनी बल्लेबाजी बेहतर करने में जुटे है। शुभमन में इतने प्रतिभाशाली हैं कि मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि शुभमन भारतीय क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी का भविष्य है। शुभमन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सभी तीनों फॉर्मेट में लंबे समय तक खेलेंगे।’

शुभमन ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ मौजूदा दो टेस्टकी सीरीज के पहले भारतीय टीम प्रबंधन से कहा था कि वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना चाहते हैं। तीसरे नंबर पर भारत के मौजूदा चीफ कोच राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा लंबे समय तक खेले और ये दोनों ही अपने समय मेंं जीवट और संकल्प से बल्लेबाजी कर गेंदबाजों को थकाने के लिए ख्यात रहे। राठौर ने कहा कि जहां तक शुभमन गिल की बात है तो वह टीम की जरूरत के मुताबिक टिक कर खेलने के साथ आक्रामक बल्लेबाजी करने में भीं सक्षम हैं। भारतीय टीम में इस वक्त तीन सलामी बल्लेबाज हैैं और इसीलिए इनमें से एक तो तीसरे नंबर पर खेलना ही होगा। अच्छी बात यह है कि शुभमन खुद आगे आए और कहा कि मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद करूंगा। शुभमन ने इसका कारण यह बताया कि वह भारत के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तीसरे और चौथे नंबर पर खेले हैं और वह ऐसा महसूस करते हैं टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी करने के लिए यही उनके लिए सही नंबर है और हम उनके इस फैैसले से खुश हैं। इस चर्चा के बाद चीफ कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने यह फैसला लिया कि शुभमन का तीसरे नंबर पर खेलना ही उनके लिए बेहतर होगा। हम शुभमन के केवल पहले टेस्ट की में पहली और अकेली पारी से उन्हें नहीं आंके। शुभमन के पास बहुत वक्त है और निश्चित रूप से वह तीसरे नंबर पर बढिय़ा प्रदर्शन करेंगे । मैं ऐसा इसलिए कह रहा क्योंकि शुभमन का खेल तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लायक हैं। शुभमन समय लेकर इस पॉजिशन पर खेल सकते हैं क्येंकि वह ऐसे स्ट्रोक प्लेयर जो खेल को तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं। टेस्ट में तीसरे नं पर शुभमन गिल जैसा बल्लेबाज हमारे लिए बेहद लाभदायक होगा।’

भारत के बैटिंग कोच राठौर नौजवान सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की अपने टेस्ट करियर का आगाज कर वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपनी पहली ही टेस्ट पारी में जीवट के साथ 171 रन की पारी से खासे प्रभावित हैं क्योंकि इससे पहले आईपीएल में उन्होंने दे दनादन दे दनादन अंदाज में बल्लेबाजी की थी। राठौर ने कहा, ‘ मैं इससे पहले एक चयनकर्ता रहा हूं। आपको इस बात को जेहन में रख कर क्रिकेटर को चुनना चाहिए कि वह भारत के लिए अगले दस बरस तक खेले। यशस्वी में बेशक क्षमता है । मेरे लिए सबसे अहम बात यह है कि मैंने अब तक यशस्वी के साथ मेहनत नहीं की । मैंने उन्हे आईपीएल में खेलते देखा है। यशस्वी कितने धांसूं बल्लेबाज और स्ट्रोक प्लेयर हैं। बावजूद इसके यशस्वी टीम की स्थिति के मुताबिक बदलने में कामयाब रहे। साथ ही पहले टेस्ट के दूसरे दिन यशस्वी जायसवाल ने लंच से पहले 90 गेंद खेल पहले दिन के अपने स्कोर में मात्र 20 रन जोड़े थे और मेरा मानना है कि यही उनकी इस पारी की खासियत थी। जो कोई भी अपने मिजाज के उलट इतने धैर्य से खेल सकता है वही बड़ा स्कोर बना सकता है। यह देखना वाकई शानदार रहा।’