- अब विराट और रोहित को वेस्टइंडीज में बेहतर बल्लेबाजी की जरूरत
- बड़ा सवाल यह कि सिराज एकादश में रहेंगे, या कुलदीप को मिलेगी जगह
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा की अगुआई में अपने चार में से तीन मैच जीत और कनाडा के खिलाफ बारिश के चलते अपना मैच एक भी गेंद फेंके बिना धुलने के बाद भारत अमेरिका (न्यूयॉर्क) में चार मैचों से सात अंकों के साथ आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप में ग्रुप ए में शीर्ष पर रहने के बाद अब वेस्ट इंडीज में सुपर आठ में ग्रुप 1 में पहले मैच में 20 जून को ब्रिजटाउन में अफगानिस्तान, 22 जून को नॉर्थ साउंड में बांग्लादेश से तथा 24 जून को ग्रास आइसलेट में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा। सुपर आठ ग्रुप 1 और ग्रुप 2 से चार चार टीमों में शीर्ष दो -दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। भारत को सेमीफाइनल में पहुंचना है कि खासतौर पर न्यूयॉर्क में तीन मैचों में कुल पांच रन बनाने वाले विराट कोहली और उनके सलामी जोड़ीदार कप्तान रोहित शर्मा को वेस्ट इंडीज में बल्ले से बड़ी और बेहतर पारी खेलने की जरूरत होगी। भारत के लिए सुपर आठ में भी चुनौती आसान नहीं रहने वाली है क्योंकि वेस्ट इंडीज में उसके सामने इसमें धुरंधर ऑस्ट्रेलिया के साथ बांग्लादेश और अफगानिस्तान के रूप में दो ऐसी एशियाई टीमें होंगी जिसे वह उसे हल्के में कतई नहीं ले सकता है।
अमेरिका में भारत ने न्यूयॉर्क में नसउ काउंटी इंटरनैशनल मैदान की बल्लेबाजी के लिए बेहद मुश्किल पिच पर चार में जो तीन मैच जीते और इसमें भारत की ओर से अर्द्धशतक जड़ने वाले दो बल्लेबाज कप्तान रोहित शर्मा ने कुल 68 रन बनाए आयरलैंड के खिलाफ जड़ा। कार दुर्घटना के बाद फिट हो ‘दूसरा जीवन” पाने वाले ऋषभ पंत ने मुश्किल हालात में रक्षण ही सर्वश्रेष्ठï रक्षण के मंत्र को शिरोधार्य कर तीन मैचों में कुल सबसे ज्यादा 96 रन बनाए जबकि सूर्य कुमार यादव ने एक अर्द्धशतक कुल 59 रन बनाए जबकि दुनिया के धुरंधर बल्लेबाजो में से एक विराट कोहली तीन मैचों में – 1,4, 0 – यानी कुल पांच रन बनाए। भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर अपने धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली की मौजूदा फॉर्म को लेकर चिंतित नहीं है बल्कि उन्हें और टीम को पूरा भरोसा है कि ऐसे में वह और ज्यादा खतरनाक तेवरों के साथ सुपर आठ में भारत को जीत दिला सेमीफाइनल में स्थान बनाने के दृढ़ संकल्प के साथ बल्लेबाजी करेंगे। विराट और रोहित की ताकत कहें या खासियत ये दोनों वाकई ‘बड़े मैचो’ मसलन सेमीफाइनल और फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। विराट और रोहित दोनों को ही बीते बरस अपने घर में लगातार दस जीत के साथ फाइनल में पहुंच कर भारत के आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप और उससे पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में हार खिताब न जीत पाने की कसक है। रोहित और विराट अबं भारत को वेस्ट इंडीज में आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप खिताब जिताने इस कसक को मिटाने को बेताब है।
भारत के लिए ग्रुप चरण में सबसे सुुखद टी-20 विश्व कप से पहले आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेल खासी आलोचना झेल रहे ऑलराउंडर हार्दिक पांडया का अमेरिका में ग्रुप चरण में गेंद से रफ्तार के साथ धार दिखाकर बाएं हाथ के अर्शदीप सिंह के साथ मिलकर सात-सात विकेट और तुरुप के सदाबहार अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (पांच विकेट)ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच सहित सही वक्त पर विकेट चटका कर रंग में होने का संकेत दिया। कप्तान रोहित शर्मा और चीफ कोच राहुल द्रविड़ के लिए अब सुपर आठ में सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वह वेस्ट इंडीज में तीन खालिस तेज गेंदबाजों -जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज और चौथे ऑलराउंडर हार्दिक पांडया के साथ उतरेगा या फिर उम्मीदों से कुछ कमतर रहे सिराज की जगह बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव को बाएं हाथ के दो स्पिन ऑलराउंडरों – रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल के साथ ही उतरेगा।