भीषण गर्मी और नौतपा ने लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत के समीकरण भी बिगाड़े

The scorching heat and rain also spoiled the equations of voting percentage in the Lok Sabha elections

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के साथ ही राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में इन दिनों सूरज अपनी पूरी ताकत के साथ आग उगल रहा है। नौतपा की यह भीषण गर्मी कुल नौ दिनों तक चलेगी । विशेष कर जला देने वाली गर्मी का सितम 29 मई तक गहरा रहने वाला है। भीषण गर्मी के मौसम और नौतपा ने लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत के समीकरण भी बिगाड़ कर रख दिये है। शनिवार को लोकसभा चुनाव के छठे चरण के चुनाव में भी मतदान प्रतिशत में इसका असर दिखाई दिया । बताते है कि भीषण गर्मी से परेशान कई दिल्लीवासी बुद्ध पूर्णिमा के अवकाश के बाद से सप्ताह के अंत तक पहाड़ों की ठण्डक लेने निकल पड़े थे। हालाँकि झुलसाने वाली गर्मी का यह असर हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय की पहाड़ियों तक भी पहुँचा हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी ) ने राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक पंजाब में सहित अन्य प्रदेशों में भी दो दिनों तक ऑरेंज अलर्ट है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे राजस्थान ने तों उच्च तापमान के मामले में विश्व रिकॉर्ड बनाया है, जिसके तहत देश के 10 सबसे गर्म शहरों में से 7 राजस्थान के हैं। तापमान जहां 50 डिग्री पर पहुंच गया तो वहीं भीषण गर्मी के कारण सिर्फ दो दिनों में 20 लोगों की मौत होना बताया जा रहा है। इस कारण राज्य भर में अलर्ट जारी किया गया है और एहतियाती कदम भी उठाए जा रहे हैं।

राजस्थान के कई हिस्सों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और पिछले कई वर्षों के रिकॉर्ड टूट गये हैं। राज्य में नौतपा शुरू होने के साथ ही गर्मी ने विकराल रूप धारण कर लिया हैं। आसमान से आग बरस रही हैं। गर्मी की तीव्रता इससे भी मापी जा सकती है कि फलोदी में बिना आंच के खुले में रखे चावल आधे घंटे में ही पक गए। सड़के ऐसे तप रही है जैसे चूल्हे पर तवा चढ़ा हुआ हैं । लावा उगल रही धरती और झुलसाने वाली गर्मी में लोगों को घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया है। इन दिनों पश्चिम राजस्थान के रेतीले धोरों में पारा 55 डिग्री से भी अधिक हो गया है और इन पर चलना किसी प्रकार से जलते अंगारों पर चलने से कम नहीं है। पाकिस्तान से सटी देश की पश्चिमी और देश की सबसे बड़ी करीब 1200 किमी लंबी अंतर राष्ट्रीय सीमा राजस्थान से गुजरात के सौराष्ट्र तक गुजरती है। वहाँ सीमा पर ड्यूटी दे रहें बीएसएफ के पुरुष और महिला जवानों की अग्नि परीक्षा हो रही हैं। प्रतिकूल मौसम में भी चौकस रह कर मुस्तेदी से सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों के अदम्य साहस की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है। एक जवान ने तो तपते रेत के धोरों पर पापड़ सेक दिया और उसका वीड़ियों भी वायरल हुआ।

जब देश में सबसे गर्म और सबसे ठण्डे क्षेत्र की चर्चा होती है तो राजस्थान के चूरु ज़िले का नाम भी लिया जाता है। चूरु ज़िले की भौगोलिक स्थिति कुछ इस प्रकार की है कि वहां गर्मियों में तापमान सबसे अधिक और सर्दियों में सबसे कम स्तर पर पहुँच जाता है जबकि यह इलाक़ा अर्द्ध रेतीला क्षेत्र है। न्यूज एजेंसियों के मुताबिक आईएमडी ने बताया है कि एक जून, 2019 के बाद से इस बार भारत में सबसे अधिक तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। पिछली बार राजस्थान के चुरू में 2019 में 50.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी ) के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि शनिवार को पश्चिमी राजस्थान के फलोदी में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया तथा अगले तीन-चार दिन तक और भी भीषण गर्मी पड़ने वाली है। हमने रेड अलर्ट जारी किया है।उसके बाद धीरे-धीरे तापमान में कमी होगी ।

वहीं एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण शनिवार को लगातार दसवें दिन जोधपुर संभाग के अधिकांश हिस्सों में लू के हालात रहे। जोधपुर शहर में पारा 46.9 डिग्री दर्ज हुआ। दिन भर शहर तंदूर की तरह तपता रहा। आसमान से बरस रही गर्मी में शहर मानो किसी तंदूर की भट्टी की तरह तपने लग गया। भीषण गर्मी के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त रहा। आमजन के साथ-साथ पशु पक्षी भी बेहाल नजर आए।

भीषण गर्मी को देखते हुए राजस्थान सरकार ने जिला कलक्टर्स को आपात कालीन व्यवस्थाएँ करने के निर्देश दिये हैं । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने स्वास्थ्य, जलदाय एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को लोगों को राहत देने के निर्देश दिए है और लापरवाही करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने को कहा है। मनरेगा कार्य स्थलों का समय भी बदला गया है । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को जयपुर के सेंट्रल पार्क में बेजुबान पक्षियों को दाना खिलाया और पक्षियों के लिए पानी के परिण्डे भी बांधें।

दूसरी ओर भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के खतरा बढ़ने से राजस्थान में लोगों के मरने के हादसे भी हुए है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार प्रदेश में हीट स्ट्रोक से बीस से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश के आपदा प्रबंधन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कुछ दिनों पहले एक दर्जन मौतों की ख़ुद पुष्टि की थी। नौपता ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है क्योंकि भीषण गर्मी की वजह से बीमारी और लू लगने की बहुत ही अधिक संभावनाएँ है। सभी उम्र के लोगों में गर्मी से संबंधित बीमारियों और हीट स्ट्रोक विकसित होने की बहुत अधिक संभावना को देखते हुए लोगों को तेज धूप और गर्मी से बचने की सलाह दी गई है। साथ ही खूब पानी पीने,अपने साथ नींबू प्याज़ आदि रखने और शरीर के अंगों को खुले नहीं रखने तथा बहुत जरुरी होने पर ही घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। कई स्थानों पर समाजसेवी संस्थाओं द्वारा ठंडे पानी का छिड़काव और छाया आदि की व्यवस्थाएँ भी की जा रही हैं।

मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिनों तक भीषण गर्मी एवं हीटवेव की यह प्रतिकूल परिस्थितियाँ बनी रहेगी। उसके बाद तापमान में कुछ कमी आ सकती है। ऐसे में यह देखना होगा कि लोकसभा चुनाव के अन्तिम और सातवें चरण पर भीषण गर्मी का असर कितना अधिक गहरा रहेगा?